रांची: झारखंड सरकार अब कोरोना जांच अभियान को और गति देने के लिए रैपिड एंटीजन टेस्ट (RAT) का सहारा लेगी. इसके लिए 7.5 लाख रैपिड एंटीजन टेस्ट (RAT) किट 24 जिलों को दिया गया है.
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अब तक 89 लाख से ज्यादा लोगों की हो चुका है कोरोना टेस्ट
एनएचएम के आईइसी (IEC) नोडल पदाधिकारी सिद्धार्थ त्रिपाठी ने बताया कि राज्य में आरटीपीसीआर जांच की क्षमता लगभग 15 हजार प्रतिदिन की है. जबकि 297 ट्रूनेट मशीन भी लगी हुई है. ऐसे में प्रतिदिन औसतन 50 हजार के करीब कोरोना जांच की जा रही है. सिद्धार्थ त्रिपाठी ने बताया कि सरकार चाहती है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों की जांच हो, जिससे तेजी से कोरोना संक्रमित की पहचान हो जाएं. जिन-जिन जिलों में कोरोना संक्रमण दर ज्यादा है, वहां ज्यादा किट दिए गए हैं. सबसे ज्यादा कोरोना रैपिड एंटीजन टेस्टिंग किट रांची और पूर्वी सिंहभूम को दिया गया है.
किस जिला को कितना मिला RAT किट
जिला | किट की संख्या |
बोकारो | 42000 |
चतरा | 24000 |
देवघर | 33000 |
धनबाद | 39000 |
दुमका | 24000 |
पूर्वी सिंहभूम | 66000 |
गढ़वा | 27000 |
गोड्डा | 30000 |
गुमला | 24000 |
हजारीबाग | 48000 |
जामताड़ा | 24000 |
खूंटी | 24000 |
कोडरमा | 30000 |
लातेहार | 21000 |
लोहरदगा | 24000 |
पाकुड़ | 15000 |
पलामू | 33000 |
रामगढ़ | 27000 |
रांची | 78000 |
साहिबगंज | 24000 |
सरायकेला | 18000 |
सिमडेगा | 18000 |
पश्चिमी सिंहभूम | 30000 |
रैपिड एंटीजन किट यानि RAT में फॉल्स रिपोर्टिंग की संभावना सबसे ज्यादा होती है. इसके बावजूद झारखंड सरकार इसपर सबसे ज्यादा भरोसा इसलिए कर रही है. क्योंकि इससे रिपोर्ट जल्दी आ जाती है. स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि जिन लोगों में संक्रमण का थोड़ा भी लक्षण दिखेगा उसका ट्रूनेट या आरटापीसीआर (RTPCR) टेस्ट कराकर कंफर्म कराया जाएगा.