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रांची के केनरा बैंक से चोरी मामला: मुरुगन माणिकम गैंग की तलाश में तमिलनाडु जाएगी रांची पुलिस - अपराधी

रांची के एसएन गांगुली रोड स्थित केनरा बैंक से सुबह अपराधी साढ़े तीन लाख रुपए चुराकर फरार हो गए थे. इस दौरान एक आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार मुरुगन माणिकम ने पुलिस के सामने कई खुलासे किए हैं. गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए रांची पुलिस तमिलनाडु जाएगी.

गिरफ्तार मुरुगन
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Published : Jul 17, 2019, 4:46 AM IST

रांची: केनरा बैंक से सोमवार को साढ़े तीन लाख रुपए चोरी के मामले में रांची पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. रांची पुलिस की टीम अपराधियों को दबोचने के लिए तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली जिले के स्वलन नगर थाना क्षेत्र स्थित मुलई जाएगी. इसकी तैयारी कर ली गई है. एक-दो दिन के अंदर पुलिस की टीम रांची से रवाना होगी.

जेल भेजा गया
इधर, मामले में गिरफ्तार मुरुगन माणिकम को पुलिस ने मंगलवार को जेल भेज दिया है. पूछताछ में आरोपी मुरुगन ने बड़े खुलासे किए हैं. उसने बताया कि बैंक में चोरी करने सात लोग घुसे थे. जबकि पहले दिन की पूछताछ में मुरुगन ने केवल तीन लोगों के साथ रहने की बात पुलिस को बताई थी. कड़ाई से हुई पूछताछ में मुरुगन ने अपने सात साथियों की पुलिस को जानकारी दी. पुलिस अन्य अपराधियों की तलाश में छापेमारी कर रही है. पुलिस मंगलवार को स्टेशन रोड, बस स्टॉप समेत अन्य जगहों पर आरोपियों की तलाश की, लेकिन पुलिस को कोई सुराग हाथ नहीं लगा.

मित्रण गिरोह को करता है लीड
तमिलनाडु चोर गिरोह का सरगना मुरुगन नहीं है. हालांकि पुलिस उसे ही सरगना बता रही है. मुरुगन का कहना है कि गिरोह का सरगना मित्रण है. वही गिरोह को लीड करता है और प्लान तैयार करता है.

ये भी पढ़ें- बंद कमरे से महिला और एक लड़की के साथ युवक धराया, महिला ने कहा- साजिश है ये

रिक्स उठाने वाले को मिलता है 50 प्रतिशत हिस्सा
आरोपी मुरुगन ने पुलिस को बताया कि जो चोरी करने में रिक्स उठाएगा, उसे रकम का आधा हिस्सा मिलेगा. यह गिरोह का नियम है. केनरा बैंक से साढ़े तीन लाख रुपए की हुई चोरी की रकम का आधा हिस्सा उसे दिया जाएगा. उसने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि केनरा बैंक से रुपए लेकर भागने की जिम्मेवारी मित्रण की थी. अन्य चार लोग ग्राहक बनकर खड़े थे. दो लोगों का काम बैंक के अन्य ग्राहकों को उलझाना था. ग्राहक बनने वाले चार लोगों को पूरे हिस्से का बीस फीसद रकम मिलेगा. उलझाने के लिए बैंक में खड़े लोगों को 30 फीसदी रकम मिलेगा. अब तक पैसों का बंटवारा हो चुका होगा.

अधिक हिस्सा लेने वाला पुलिस को पहुंचाता है कमीशन
मुरुगन ने पुलिस को बताया कि 50 प्रतिशत हिस्सा पाने वाला ही पुलिस को कमीशन पहुंचाता है. थाना में कमीशन देना इसलिए जरूरी है कि पूरे मोहल्ले में चोरी के आरोपी बसते हैं. इस वजह से स्थानीय थाने को मैनेज कर रखना पड़ता है, ताकि पुलिस न पकड़े. थाने को बिचौलियों के माध्यम से कमीशन भेजवाया जाता है. इससे बाहर की पुलिस भी वहां जाकर छापेमारी करती है, सूचना पहले मिल जाती है. पुलिस के वहां पहुंचने से पहले फरार हो जाते हैं.

गिरोह में शामिल थे नौ अपराधी
तमिलनाडु गिरोह का सरगना मुरुगन माणिकम ने पूछताछ में पुलिस को अहम जानकारियां दी है. उसने बताया कि रांची के तीन से चार बैंकों में चोरी की वारदात को अंजाम देने की योजना थी. इसके लिए तमिलनाडु से नौ लोग आए थे. इसमें गिरोह के दो लोग जमशेदपुर में ही रूक गए. बाकी सोमवार की सुबह रांची पहुंचे थे. आपस में यह तय हुआ था कि चोरी की वारदात को अंजाम देने के बाद गिरोह का एक सदस्य वापस अपने गांव मुलई चला जाएगा. वहीं गिरोह का अन्य सदस्य बंगाल की ओर जाएगा.

ये भी पढ़ें- ट्रक के धक्के से टूटा रेलवे फाटक का लट्ठा जा सटा एचटी तार से, यात्रियों से भरी बस जलने से बची

क्या है घटना
एसएन गांगुली रोड स्थित केनरा बैंक से सुबह अपराधी साढ़े तीन लाख रुपए चुराकर फरार हो गए. घटना की जानकारी मिलते ही बैंककर्मी उनके पीछे भागे. सिटी स्टाइल नाम के प्रतिष्ठान में एक अपराधी जाकर छिप गया. बैंककर्मियों ने छिपते हुए उसे देख लिया और प्रतिष्ठान में जाकर दबोच लिया. इसके बाद कोतवाली पुलिस के हवाले कर दिया. आरोपी मुरुगन माणिकम को गिरफ्तार कर पुलिस कोतवाली थाने लाई. उसने अपने साथियों के नाम का भी खुलासा किया.

रांची: केनरा बैंक से सोमवार को साढ़े तीन लाख रुपए चोरी के मामले में रांची पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. रांची पुलिस की टीम अपराधियों को दबोचने के लिए तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली जिले के स्वलन नगर थाना क्षेत्र स्थित मुलई जाएगी. इसकी तैयारी कर ली गई है. एक-दो दिन के अंदर पुलिस की टीम रांची से रवाना होगी.

जेल भेजा गया
इधर, मामले में गिरफ्तार मुरुगन माणिकम को पुलिस ने मंगलवार को जेल भेज दिया है. पूछताछ में आरोपी मुरुगन ने बड़े खुलासे किए हैं. उसने बताया कि बैंक में चोरी करने सात लोग घुसे थे. जबकि पहले दिन की पूछताछ में मुरुगन ने केवल तीन लोगों के साथ रहने की बात पुलिस को बताई थी. कड़ाई से हुई पूछताछ में मुरुगन ने अपने सात साथियों की पुलिस को जानकारी दी. पुलिस अन्य अपराधियों की तलाश में छापेमारी कर रही है. पुलिस मंगलवार को स्टेशन रोड, बस स्टॉप समेत अन्य जगहों पर आरोपियों की तलाश की, लेकिन पुलिस को कोई सुराग हाथ नहीं लगा.

मित्रण गिरोह को करता है लीड
तमिलनाडु चोर गिरोह का सरगना मुरुगन नहीं है. हालांकि पुलिस उसे ही सरगना बता रही है. मुरुगन का कहना है कि गिरोह का सरगना मित्रण है. वही गिरोह को लीड करता है और प्लान तैयार करता है.

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रिक्स उठाने वाले को मिलता है 50 प्रतिशत हिस्सा
आरोपी मुरुगन ने पुलिस को बताया कि जो चोरी करने में रिक्स उठाएगा, उसे रकम का आधा हिस्सा मिलेगा. यह गिरोह का नियम है. केनरा बैंक से साढ़े तीन लाख रुपए की हुई चोरी की रकम का आधा हिस्सा उसे दिया जाएगा. उसने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि केनरा बैंक से रुपए लेकर भागने की जिम्मेवारी मित्रण की थी. अन्य चार लोग ग्राहक बनकर खड़े थे. दो लोगों का काम बैंक के अन्य ग्राहकों को उलझाना था. ग्राहक बनने वाले चार लोगों को पूरे हिस्से का बीस फीसद रकम मिलेगा. उलझाने के लिए बैंक में खड़े लोगों को 30 फीसदी रकम मिलेगा. अब तक पैसों का बंटवारा हो चुका होगा.

अधिक हिस्सा लेने वाला पुलिस को पहुंचाता है कमीशन
मुरुगन ने पुलिस को बताया कि 50 प्रतिशत हिस्सा पाने वाला ही पुलिस को कमीशन पहुंचाता है. थाना में कमीशन देना इसलिए जरूरी है कि पूरे मोहल्ले में चोरी के आरोपी बसते हैं. इस वजह से स्थानीय थाने को मैनेज कर रखना पड़ता है, ताकि पुलिस न पकड़े. थाने को बिचौलियों के माध्यम से कमीशन भेजवाया जाता है. इससे बाहर की पुलिस भी वहां जाकर छापेमारी करती है, सूचना पहले मिल जाती है. पुलिस के वहां पहुंचने से पहले फरार हो जाते हैं.

गिरोह में शामिल थे नौ अपराधी
तमिलनाडु गिरोह का सरगना मुरुगन माणिकम ने पूछताछ में पुलिस को अहम जानकारियां दी है. उसने बताया कि रांची के तीन से चार बैंकों में चोरी की वारदात को अंजाम देने की योजना थी. इसके लिए तमिलनाडु से नौ लोग आए थे. इसमें गिरोह के दो लोग जमशेदपुर में ही रूक गए. बाकी सोमवार की सुबह रांची पहुंचे थे. आपस में यह तय हुआ था कि चोरी की वारदात को अंजाम देने के बाद गिरोह का एक सदस्य वापस अपने गांव मुलई चला जाएगा. वहीं गिरोह का अन्य सदस्य बंगाल की ओर जाएगा.

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क्या है घटना
एसएन गांगुली रोड स्थित केनरा बैंक से सुबह अपराधी साढ़े तीन लाख रुपए चुराकर फरार हो गए. घटना की जानकारी मिलते ही बैंककर्मी उनके पीछे भागे. सिटी स्टाइल नाम के प्रतिष्ठान में एक अपराधी जाकर छिप गया. बैंककर्मियों ने छिपते हुए उसे देख लिया और प्रतिष्ठान में जाकर दबोच लिया. इसके बाद कोतवाली पुलिस के हवाले कर दिया. आरोपी मुरुगन माणिकम को गिरफ्तार कर पुलिस कोतवाली थाने लाई. उसने अपने साथियों के नाम का भी खुलासा किया.

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रांची के केनरा बैंक से सोमवार को साढ़े तीन लाख रुपए चोरी के मामले में रांची पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। रांची पुलिस की टीम अपराधियों को दबोचने के लिए तामिलनाडु के तिरुचिरापल्ली जिले के स्वलन नगर थाना क्षेत्र स्थित मुलई जाएगी। इसकी तैयारी कर ली गई है। एक-दो दिन के भीतर पुलिस की टीम रांची से रवाना होगी।

इधर, मामले में गिरफ्तार मुरुगन मानीकम को पुलिस ने मंगलवार को जेल भेज दिया है। जेल भेजने से हुई पूछताछ में आरोपी मुरुगन ने बड़े खुलासे किए हैं। उसने बताया कि बैंक में चोरी करने सात लोग घुसे थे। जबकि पहले दिन की पूछताछ में मुरुगन ने केवल तीन लोगों के साथ रहने की बात पुलिस को बताई थी। कड़ाई से हुई पूछताछ में मुरुगन ने अपने सात साथियों की पुलिस को जानकारी दी। पुलिस अन्य अपराधियों की तलाश में छापेमारी कर रही है। पुलिस मंगलवार को स्टेशन रोड, बस स्टॉप समेत अन्य जगहों पर आरोपियों की तलाश की, लेकिन पुलिस को कोई सुराग हाथ नहीं लगा।

मित्रण गिरोह को करता है लीड

तामिलनाडु चोर गिरोह का सरगना मुरुगन नहीं है। हालांकि पुलिस उसे ही सरगना बता रही है। मुरुगन का कहना है कि गिरोह का सरगना मित्रण है। गिरोह को लीड करता है और प्लान तैयार करता है।

रिक्स उठाने वाले को मिलता है 50 प्रतिशत हिस्सा

आरोपी मुरुगन ने पुलिस को बताया कि जो चोरी करने में रिक्स उठाएगा, उसे रकम का आधा हिस्सा मिलेगा। यह गिरोह का नियम है। केनरा बैंक से साढ़े तीन लाख रुपए की हुई चोरी की रकम का आधा हिस्सा उसे दिया जाएगा। उसने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि केनरा बैंक से रुपए लेकर भागने की जिम्मेवारी मित्रण की थी। अन्य चार लोग ग्राहक बनकर खड़े थे। दो लोगों का काम बैंक के अन्य ग्राहकों को उलझाना था। ग्राहक बनने वाले चार लोगों को पूरे हिस्से का बीस फीसद रकम मिलेगा। उलझाने के लिए बैंक में खड़े लोगों को 30 फीस रकम मिलेगा। अब तक पैसों का बंटवारा हो चुका होगा।

अधिक हिस्सा लेने वाला पुलिस का पहुंचाता है कमिश्न

मुरुगन ने पुलिस को बताया कि 50 प्रतिशत हिस्सा पाने वाला ही पुलिस को कमिश्न पहुंचाता है। थाना में कमिशन देना इसलिए जरूरी है कि चूंकि पूरे मोहल्ले में चोरी के आरोपित बसते हैं। इस वजह से स्थानीय थाने को मैनेज कर रखना पड़ता है। ताकि पुलिस न पकड़े। थाने को बिचौलिये के माध्यम से कमिशन भेजवाया जाता है। इससे बाहर की पुलिस भी वहां जाकर छापेमारी करती है, सूचना पहले मिल जाती है। पुलिस के वहां पहुंचने से पहले फरार हो जाते हैं।

गिरोह में शामिल थे नौ अपराधी
तामिलनाडु गिरोह का सरगना मुरुगन मानीकम ने पूछताछ में पुलिस को अहम जानकारियां दी है। उसने बताया कि रांची के तीन से चार बैंकों में चोरी की वारदात को अंजाम देने की योजना थी। इसके लिए तामिलनाडु से नौ लोग आए थे। इसमें गिरोह के दो लोग जमशेदपुर में ही रूक गए। शेष सोमवार की सुबह रांची पहुंचे थे। आपस में यह तय हुआ था कि चोरी की वारदात को अंजाम देने के बाद गिरोह का एक सदस्य वापस अपने गांव मुलई चला जाएगा। वहीं अन्य गिरोह का अन्य सदस्य बंगाल की ओर जाएगा।

क्या है घटनाक्रम
एसएन गांगुली रोड स्थित केनरा बैंक से सुबह अपराधियों ने साढ़े तीन लाख रुपए चुराकर फरार हो गए। घटना की जानकारी मिलते ही बैंक कर्मी उनके पीछे भागे। सिटी स्टाइल नामक प्रतिष्ठान में एक अपराधी जाकर छुप गया। बैंक कर्मियों ने छुपते हुए उसे देख लिया और प्रतिष्ठान में जाकर दबोच लिया। इसके बाद कोतवाली पुलिस के हवाले कर दिया। आरोपी मुरुगन मानीकम को गिरफ्तार कर पुलिस कोतवाली थाने लायी। उसने अपने साथियों के नाम का भी खुलासा किया।

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