रांची: गुरुवार को मोरहाबादी स्थित गांधी प्रतिमा के समक्ष छठी जेपीएससी के खिलाफ आंदोलनरत अभ्यर्थियों ने मुंडन कर जेपीएससी का विरोध जताया. इस दौरान अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर भी कई आरोप लगाए हैं. छठी जेपीएससी को रद्द करने की मांग को लेकर लगातार आंदोलन किया जा रहा है, लेकिन नतीजा कुछ भी नहीं निकल रहा है.
यह आंदोलन पिछले कई महीनों से चल रहा है और कोरोना महामारी के बीच भी नहीं रुका. आंदोलनकारी अभ्यर्थियों ने लगातार अलग-अलग तरीके से सरकार को यह याद दिला रहे हैं कि छठी जेपीएससी की पूरी प्रक्रिया ही गलत है. अभ्यर्थियों ने वर्तमान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का हवाला देते हुए बार-बार यह कहा कि नेता प्रतिपक्ष रहते हुए हेमंत सोरेन ने भी कहा था, कि छठी जेपीएससी प्रक्रिया में भ्रष्टाचार हुआ है. फिर कैसे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ही छठी जेपीएससी से नियुक्त किए गए अभ्यर्थियों को नियुक्ति के लिए अनुशंसा की गई.
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अभ्यर्थियों ने आक्रोशित होकर एक बार फिर गांधी प्रतिमा के समक्ष आमरण अनशन की शुरुआत की है. इसी कड़ी में गुरुवार को अभ्यर्थियों ने मुंडन कर राज्य सरकार के खिलाफ विरोध जताया. साथ ही छठी जेपीएससी को रद्द करने की मांग की. बता दें कि पिछले दिनों छठी जेपीएससी में पास हुए अभ्यर्थियों की नियुक्ति की अनुशंसा सरकार की तरफ से की गई थी. जिसके खिलाफ अभ्यर्थियों ने आंदोलन शुरु कर दिया. लगातार विरोध के बाद इस बार अभ्यर्थियों ने अपना मुंडन करवा कर सरकार के खिलाफ तीखा विरोध जताया.