रांची: पूजा सिंघल पर ईडी की रेड के बाद चर्चा में आए रांची पल्स हॉस्पिटल के पास मोरहाबादी से हटाए गए दुकानदरों ने प्रदर्शन किया है. विरोध कर रहे दुकानदारों ने प्रशासन पर गरीबों और अमीरों के साथ पक्षपात का आरोप लगाते हुए पल्स हॉस्पिटल के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. दुकानदारों ने कहा कि गैंगवार की घटना के बाद मोरहाबादी से उनके दुकान को तो हटा दिया गया लेकिन नियमों के उल्लंघन और जमीन पर अवैध कब्जा के बावजूद पल्स हॉस्पिटल पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. दुकानदारों ने आरोप लगाया कि सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल जैसे बड़े रसूखदारों के मामले में नियम कानून को ताक पर रख दिया गया है.
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रांची नगर निगम का करेंगे पर्दाफाश: पल्स हॉस्पिटल के सामने प्रदर्शन कर रहे दुकानदारों के नेता रौशन ने कहा कि आनेवाले दिनों में वह निगम के कुकृत्यों को उजागर करते रहेंगे और जिस जिस भवन या जमीन पर अवैध तरीके से निगम नक्शा पास करती है उस जगह पर जाकर प्रदर्शन करेंगे और राज्य की जनता को बतायेंगे कि कैसे निगम के लिए अधिकारियों धन्नासेठों के लिए एक कानून है और गरीब मजदूरों के लिये दूसरा कानून है.
पल्स हॉस्पिटल पर नियम उल्लंघन का आरोप: रांची में आईएएस पूजा सिंघल पर ईडी की कार्रवाई के बाद चर्चा में आए पल्स हॉस्पिटल पर नियमों के उल्लंघन का आरोप है. यह अस्पताल भुइहरी जमीन पर बना है और नियमानुसार इसका नक्शा पास नहीं हो सकता. लेकिन पूजा सिंघल के रसूख के कारण निगम ने इसका नक्शा पास कर दिया था. अब जब ईडी की कार्रवाई के बाद पल्स चर्चा में है तो दुकानदार इसको लेकर विरोध कर रहे हैं.
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मोरहाबादी से क्यों हटाए गए थे दुकानदार: बता दें कि 27 जनवरी 2022 को अपराधियों ने दुस्साहस दिखाते हुए मोरहाबादी इलाके में फायरिंग की थी. जिसमें अपराधी कालू लामा की गोली लगने से मौत हो गई थी. जिसके बाद विधि व्यवस्था के नाम पर मोरहाबादी में दुकानों को बंद करने का आदेश दिया गया था. प्रशासन के इस फैसले से कई दुकानदार बेरोजगार हो गए हैं.