रांची: बुधवार को राजधानी रांची जाम से हलकान रही. सीएए और एनआरसी को लेकर सड़क पर निकले विरोध जुलूस की वजह से राजधानी की ट्रैफिक व्यवस्था अस्त-व्यस्त हो गई. जाम की वजह से शहर में वाहन रेंगते नजर आए. इसका सबसे ज्यादा खामियाजा स्कूल से लौटने वाले बच्चों को भुगतना पड़ा.
जवानों के छूटे जाड़े में पसीने
बुधवार को सीएए और एनआरसी को लेकर शहर में हजारों की संख्या में आंदोलनकारी पैदल मार्च करते हुए राजभवन की तरफ निकले थे. राजभवन पहुंचते-पहुंचते तक आधी राजधानी जाम के आगोश में समा गई. जाम में स्कूल बस भी फंस गए, जिसकी वजह से बच्चों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. हालांकि, मौके पर मौजूद ट्रैफिक के जवानों ने पूरी तत्परता के साथ अपनी ड्यूटी संभाल रखी थी और जाम को क्लियर करने में लगे हुए थे.
मालवाहक वाहन रोके गए
शहर के अंदर जाम की स्थिति होने की वजह से बाहर से आने वाले मालवाहक वाहनों को शहर के अंदर जाने से रोक दिया गया. सभी को यह हिदायत दी गई कि वे जाम खत्म होने तक अपने वाहनों को सड़क के किनारे लगा के रखे जैसे ही जाम खत्म होगा, उन्हें वापस उनके गंतव्य तक जाने की इजाजत दी जाएगी. कुछ जगहों पर ऑटो चालकों को भी रोककर वापस भेज दिया गया.
जाम की वजह से यात्रियों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. हालांकि, यहां पर ट्रैफिक पुलिस का मानवीय चेहरा भी नजर आया. ट्रैफिक पुलिस वालों ने वैसे बुजुर्ग और बच्चे जो ऑटो नहीं चलने की वजह से सड़क के किनारे खड़े थे, उन्हें स्कूल बस के ड्राइवर से विनती कर उन्हें उसमें बिठाकर उनके गंतव्य तक भेजा.
11 बजे से दो बजे तक जाम ही जाम
बुधवार दिन के 11 बजे से सड़कों पर सीएए और एनआरसी के विरोध में अलग-अलग संगठनों का जुलूस निकल चुका था. यह जुलूस एक साथ राजभवन पहुंचा था, जिसकी वजह से पूरी राजधानी में जाम की स्थिति बन गई. यह स्थिति दिन के 2 बजे तक बनी रही. इस दौरान जाम को क्लियर करवाने में पुलिस वालों को काफी मशक्कत का सामना करना पड़ा.
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पुलिस के सारे इंतजाम हुए बेकार
राजधानी रांची में होने वाले आंदोलन और निकलने वाले विरोध जुलूस को लेकर रांची पुलिस ने अपनी तैयारियां मुकम्मल की थी, लेकिन उनकी सारी तैयारियां भी शहर को जाम से नहीं बचा पाई.