ETV Bharat / city

झारखंड विधानसभा चुनाव 2019: कितना कारगर 'पोस्टर वॉर', जानिए आम मतदाताओं की राय

झारखंड विधानसभा चुनाव के दौरान पोस्टर वॉर जारी है. इसी कड़ी में राजधानी में भी राजनीतिक पार्टियों के पोस्टर और बैनर लोगों के बीच ध्यान खींच रहे हैं.

Poster war, पोस्टर वॉर
शहर में लगे पोस्टर
author img

By

Published : Dec 11, 2019, 3:13 PM IST

रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव के दौरान राज्य के विभिन्न क्षेत्रों के अलावा राजधानी रांची में भी 'पोस्टर वॉर' जारी है. विभिन्न राजनीतिक दलों से जुड़े बैनर और पोस्टर से पूरा शहर पटा पड़ा है. हालांकि यह ट्रेंड काफी पुराना है लेकिन फिर भी राजनीतिक पार्टियों के बीच इसे लेकर होड़ मची रहती है. किसके पार्टी के कितने पोस्टर हैं, किस का बैनर सबसे ऊपर लगा है. इसकी चिंता अक्सर उन्हें रहती है लेकिन आम मतदाता इन बैनर-पोस्टरों से कितना प्रभावित होती है. इसे जानने के लिए हमारी टीम ने शहर के मतदाताओं से बातचीत की है.

देखें पूरी खबर

मतदाताओं को लुभाने की कोशिश
चुनावी समर में राजनीतिक पार्टियों का एक ही मकसद होता है कि कैसे वे मतदाताओं को अपनी ओर आकर्षित करें. मतदाताओं को लुभाना, रिझाना और अपने-अपने पक्ष में वोट बटोरना. इसके लिए राजनीतिक पार्टियों की तरफ से चौक-चौराहे, गली-मोहल्ले तमाम जगह पर बड़े-बड़े बैनर पोस्टर और होर्डिंग लगाए जाते हैं.

ये भी पढ़ें- रोजगार, कृषि और मौलिक सुविधाओं के मुद्दों के बीच होगा तीसरे चरण का चुनाव, मैदान में 309 उम्मीदवार

चुनाव में भी जारी है पोस्टर वॉर
इस बारे में मतदाताओं ने कहा कि यह काफी पुराना ट्रेंड है. हालांकि लोग इस ओर आकर्षित होते हैं लेकिन आज के युग में सोशल मीडिया और विभिन्न माध्यम से प्रचार का माहौल है. ऐसे में कुछ लोग प्रभावित होते हैं लेकिन कुछ लोगों का इससे कोई वास्ता नहीं होता है.

23 दिसंबर को आएगा फैसला
चाहे कुछ भी हो इस चुनावी समर में राजधानी रांची में कई राजनीतिक पार्टियों के बड़े-बड़े होर्डिंग लगे हुए हैं. इन पोस्टर बैनर और होर्डिंग में भी चुनावी घोषणा पत्र के कुछ लाइनें हैं तो कहीं दमदार पंच लाइन. जो भी हो आने वाले 23 दिसंबर को ही यह पता चल पाएगा कि यह पोस्टर वॉर आम मतदाताओं को रिझाने में कितना कामयाब रहा.

रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव के दौरान राज्य के विभिन्न क्षेत्रों के अलावा राजधानी रांची में भी 'पोस्टर वॉर' जारी है. विभिन्न राजनीतिक दलों से जुड़े बैनर और पोस्टर से पूरा शहर पटा पड़ा है. हालांकि यह ट्रेंड काफी पुराना है लेकिन फिर भी राजनीतिक पार्टियों के बीच इसे लेकर होड़ मची रहती है. किसके पार्टी के कितने पोस्टर हैं, किस का बैनर सबसे ऊपर लगा है. इसकी चिंता अक्सर उन्हें रहती है लेकिन आम मतदाता इन बैनर-पोस्टरों से कितना प्रभावित होती है. इसे जानने के लिए हमारी टीम ने शहर के मतदाताओं से बातचीत की है.

देखें पूरी खबर

मतदाताओं को लुभाने की कोशिश
चुनावी समर में राजनीतिक पार्टियों का एक ही मकसद होता है कि कैसे वे मतदाताओं को अपनी ओर आकर्षित करें. मतदाताओं को लुभाना, रिझाना और अपने-अपने पक्ष में वोट बटोरना. इसके लिए राजनीतिक पार्टियों की तरफ से चौक-चौराहे, गली-मोहल्ले तमाम जगह पर बड़े-बड़े बैनर पोस्टर और होर्डिंग लगाए जाते हैं.

ये भी पढ़ें- रोजगार, कृषि और मौलिक सुविधाओं के मुद्दों के बीच होगा तीसरे चरण का चुनाव, मैदान में 309 उम्मीदवार

चुनाव में भी जारी है पोस्टर वॉर
इस बारे में मतदाताओं ने कहा कि यह काफी पुराना ट्रेंड है. हालांकि लोग इस ओर आकर्षित होते हैं लेकिन आज के युग में सोशल मीडिया और विभिन्न माध्यम से प्रचार का माहौल है. ऐसे में कुछ लोग प्रभावित होते हैं लेकिन कुछ लोगों का इससे कोई वास्ता नहीं होता है.

23 दिसंबर को आएगा फैसला
चाहे कुछ भी हो इस चुनावी समर में राजधानी रांची में कई राजनीतिक पार्टियों के बड़े-बड़े होर्डिंग लगे हुए हैं. इन पोस्टर बैनर और होर्डिंग में भी चुनावी घोषणा पत्र के कुछ लाइनें हैं तो कहीं दमदार पंच लाइन. जो भी हो आने वाले 23 दिसंबर को ही यह पता चल पाएगा कि यह पोस्टर वॉर आम मतदाताओं को रिझाने में कितना कामयाब रहा.

Intro:रांची।

झारखंड विधानसभा चुनाव 2019 के दौरान राज्य के विभिन्न क्षेत्रों के अलावे राजधानी रांची में भी पोस्टर वॉर जारी है .विभिन्न राजनीतिक दलों से जुड़ी बैनर और पोस्टर से पूरा शहर पटा पड़ा है. हालांकि यह ट्रेंड काफी पुराना है. लेकिन फिर भी राजनीतिक पार्टियों के बीच इसे लेकर होड़ मची रहती है .तमाम राजनीतिक पार्टियां किसके कितने पोस्टर हैं .किस का बैनर सबसे ऊपर लगा है. इसी चिंता में रहता है .लेकिन आम मतदाता इस तरीके का बैनर पोस्टर से कितने प्रभावित होते हैं. उसमें लिखे स्लोगन से उन्हें क्या मतलब है और यह कितने कारगर है .इसे जानने के लिए हमारी टीम शहर के मतदाताओं से बातचीत की है.....


Body:चुनावी समर में राजनीतिक पार्टियों का एक ही मकसद होता है. आम मतदाताओं को अपनी ओर आकर्षित करना .मतदाताओं को लुभाना ,रिझाना और अपने-अपने पक्ष में वोट बटोरना .इसके लिए राजनीतिक पार्टियों द्वारा चौक -चौराहे, गली -मोहल्ले तमाम जगह पर बड़े-बड़े बैनर पोस्टर और होर्डिंग लगाए जाते हैं.

इस चुनाव में भी जारी है पोस्टर वॉर.

झारखंड विधानसभा चुनाव 2019 में भी होर्डिंग और पोस्टर लगाने का होड़ है .राज्य के विभिन्न क्षेत्रों के अलावे राजधानी रांची में भी विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के बैनर पोस्टर पटा पड़ा है .किसी का बैनर सबसे ऊपर तो किसी का बैनर बड़ा कोई स्लोगन के माध्यम से मतदाताओं को आकर्षित करने की कोशिश कर रहे हैं .तो किसी ने बैनर पोस्टर में दमदार पंच लाइन देकर मतदाताओं को रिझाने की कोशिश है .हालांकि राजनीतिक पार्टियों के बैनर पोस्टर वॉर का कितना असर आम मतदाताओं को है .इसी को जानने के लिए हमारी टीम राजधानी रांची के विभिन्न क्षेत्रों का जायजा लिया और मतदाताओं से ही यह जानने की कोशिश की गई .कि आखिर बैनर पोस्टर हार्डिंग से उन्हें क्या मतलब है. वह इससे कितना आकर्षित होते हैं और इसके फायदे क्या है .मतदाताओं ने कहा कि यह काफी पुराना ट्रेंड है .हालांकि लोग इस ओर आकर्षित होते हैं लेकिन आज के युग में सोशल मीडिया और विभिन्न माध्यम से प्रचार का माहौल है .ऐसे में कुछ लोग प्रभावित होते हैं .लेकिन कुछ लोग इससे कोई वास्ता नहीं रखते हैं.


Conclusion:चाहे कुछ भी हो इस चुनावी समर में राजधानी रांची में कई राजनीतिक पार्टियों के बड़े-बड़े होर्डिंग लगे हुए हैं .इन पोस्टर बैनर और होर्डिंग में भी चुनावी घोषणा पत्र के कुछ लाइनें हैं. तो कहीं दमदार पंच लाइन .जो भी हो आने वाले 23 दिसंबर को ही ही यह पता चल पाएगा कि यह पोस्टर वॉर आम मतदाताओं को रिझाने में कितना कामयाब रहा और कितना कारगर.


बाइट-आम मतदाता।

12345
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.