रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव के दौरान राज्य के विभिन्न क्षेत्रों के अलावा राजधानी रांची में भी 'पोस्टर वॉर' जारी है. विभिन्न राजनीतिक दलों से जुड़े बैनर और पोस्टर से पूरा शहर पटा पड़ा है. हालांकि यह ट्रेंड काफी पुराना है लेकिन फिर भी राजनीतिक पार्टियों के बीच इसे लेकर होड़ मची रहती है. किसके पार्टी के कितने पोस्टर हैं, किस का बैनर सबसे ऊपर लगा है. इसकी चिंता अक्सर उन्हें रहती है लेकिन आम मतदाता इन बैनर-पोस्टरों से कितना प्रभावित होती है. इसे जानने के लिए हमारी टीम ने शहर के मतदाताओं से बातचीत की है.
मतदाताओं को लुभाने की कोशिश
चुनावी समर में राजनीतिक पार्टियों का एक ही मकसद होता है कि कैसे वे मतदाताओं को अपनी ओर आकर्षित करें. मतदाताओं को लुभाना, रिझाना और अपने-अपने पक्ष में वोट बटोरना. इसके लिए राजनीतिक पार्टियों की तरफ से चौक-चौराहे, गली-मोहल्ले तमाम जगह पर बड़े-बड़े बैनर पोस्टर और होर्डिंग लगाए जाते हैं.
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चुनाव में भी जारी है पोस्टर वॉर
इस बारे में मतदाताओं ने कहा कि यह काफी पुराना ट्रेंड है. हालांकि लोग इस ओर आकर्षित होते हैं लेकिन आज के युग में सोशल मीडिया और विभिन्न माध्यम से प्रचार का माहौल है. ऐसे में कुछ लोग प्रभावित होते हैं लेकिन कुछ लोगों का इससे कोई वास्ता नहीं होता है.
23 दिसंबर को आएगा फैसला
चाहे कुछ भी हो इस चुनावी समर में राजधानी रांची में कई राजनीतिक पार्टियों के बड़े-बड़े होर्डिंग लगे हुए हैं. इन पोस्टर बैनर और होर्डिंग में भी चुनावी घोषणा पत्र के कुछ लाइनें हैं तो कहीं दमदार पंच लाइन. जो भी हो आने वाले 23 दिसंबर को ही यह पता चल पाएगा कि यह पोस्टर वॉर आम मतदाताओं को रिझाने में कितना कामयाब रहा.