रांचीः कोरोना संक्रमण का खतरा राजधानी में लगातार बढ़ रहा है. राज्य भर में सबसे ज्यादा खतरनाक स्थिति राजधानी की ही है. यही वजह है कि एक बार फिर कोरोना वायरस के खतरों से बचाव में पुलिस भी अब पूरी तरह भागीदारी निभाने में जुट गई है.
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भीड़ की निगरानी शुरू
एसएसपी सुरेंद्र झा के निर्देश पर हर भीड़-भाड़ वाले इलाकों की पुलिस ने भी निगरानी शुरू कर दी है. बुधवार की सुबह से ही पुलिस मुस्तैद दिख रही है. रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, शहर के प्रवेश मार्गों पर पुलिस ने बाहर से आने वालों को रोका, वे किससे आ रहे हैं उसकी रजिस्टर में इंट्री भी की गई. कई जगह तो पुलिस की ओर से ऑन स्पॉट कोरोना टेस्ट करवाया गया. रांची रेलवे स्टेशन, हटिया रेलवे स्टेशन, हिनू चौक, आइटीआई बस स्टैंड, ओरमांझी टोल प्लाजा, कांके रोड के चांदनी चौक, हटिया चौक सहित अन्य जगहों पर पुलिस ने वहां से ऐसे यात्रियों को रोका, जो बाहर से प्रवेश करते दिखे.
सड़क पर दिखे राहगीरों को समझाया
घर से निकले लोगों को ट्रैफिक पोस्ट के पुलिसकर्मी भी कोरोना वायरस से बचाव के लिए जागरूक करते दिखे. रांची के कई स्थानों पर मास्क को लेकर फाइन भी काटा गया है. 8 अप्रैल से सरकार के आदेश के अनुसार रात के 8 बजे से सभी दुकानें और प्रतिष्ठान बंद रहेंगे. इस मामले को लेकर भी पुलिस अपनी तैयारी कर रही है.
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एफआईआर के लिए थानों में लगे ड्रॉप बॉक्स
रांची के सीनियर एसपी ने एक बार फिर से सभी थाना में ड्रॉपबॉक्स लगवाने की हिदायत दी है. आदेश के बाद कई थानों में ड्रॉप बॉक्स भी लगवा दिए गए हैं. अब ड्रॉपबॉक्स के माध्यम से ही एफआईआर की कॉपी थानेदार तक पहुंचेगी. हालांकि, अगर कोई जरूरी मामला होगा तो हाथों में गल्फ्स पहनकर त्वरित एफआईआर दर्ज की जाएगी. पुलिसकर्मियों को निर्देश दिया गया है कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए वे आम लोगों के सीधे संपर्क में आने से परहेज करेंगे. पुलिस कर्मियों के लिए संक्रमण से बचना एक बड़ी चुनौती है, क्योंकि पॉलिसी फ्रंट लाइन पर खड़ी रहती है. चेकिंग, अपराधियों को पकड़ना, पूछताछ सहित सभी मामलों में पुलिस को सीधे संक्रमण का खतरा बना रहता है.