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झारखंड में फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया की बड़ी कार्रवाई, तेरह फार्मेसी कॉलेजों में नामंकन पर लगाई रोक

झारखंड में फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया ने बड़ी कार्रवाई करते हुए तेरह फार्मेसी कॉलेजों में सत्र 2022-23 के लिए बी फार्मा, डी फार्मा कोर्स में नामांकन पर रोक लगा दी है. इन कॉलेजों में मानकों के अनुरूप सुविधा मौजूद नहीं होने पर कार्रवाई की गई है.

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फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया
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Published : Feb 24, 2022, 8:13 AM IST

रांची: फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया ने बड़ी कार्रवाई करते हुए झारखंड के तेरह फार्मेसी कॉलेजों में सत्र 2022-23 के लिए बी फार्मा, डी फार्मा कोर्स में नामांकन पर रोक लगा दी है. इसके साथ ही झारखंड के 9 फार्मेसी कॉलेजों में स्वीकृत सीटों की संख्या को भी कम किया गया है. फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया ने ये कार्रवाई झारखंड के कई कॉलेजों में मानकों के अनुरूप सुविधा नहीं मौजूद होने पर की है.

ये भी पढ़ें- झारखंड में अंबेडकर आवास योजना का क्या है हाल, जानिए क्यों हो रही है सियासत

कॉलेजों को तीन महीने की मिली थी मोहलत: फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया ने साल 2021 में निरीक्षण के दौरान जिन फार्मेसी कॉलेजों में कमियां पायी थी उन्हें तीन माह में दूर करने का समय देते हुए राज्य सरकार के माध्यम से जानकारी प्रेषित करने का निर्देश दिया था. पीसीआई ने जहां राज्य के 07 कॉलेजों में दाखिले पर रोक लगाते हुए तीन कॉलेजों की सीटें घटाई है. वहीं, 25 जनवरी को भी 06 कॉलेजों में दाखिले पर रोक लगा दी थी. अन्य 06 कॉलेजों की सीटें घटा दी थी. जिन फार्मेसी कॉलेजों में दाखिले पर रोक लगायी गयी है उसमें पूर्व स्वास्थ्य मंत्री और भाजपा विधायक रामचंद्र चंद्रवंशी का कॉलेज भी शामिल है.

किन कॉलेजों में कोर्स पर लगायी गयी रोक: फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया ने मंगलवार को जारी आदेश में 07 कॉलेजों में नामांकन (सत्र 2022-23) पर रोक लगाई है उसमें आरएस रॉय कालेज ऑफ फार्मेसी दुमका (डी फार्मा, बी फार्मा), आरोग्यम फार्मेसी कालेज, तेतरी चंद्रवंशी फार्मेसी कालेज पलामू (डी फार्मा, बी फार्मा),ब्राइट स्कूल ऑफ फार्मेसी बोकारो (डी फार्मा), गढ़वा (बी फार्मा), कलावती कॉलेज ऑफ फार्मेसी, (डी फार्मा) एसएसएमटी कालेज ऑफ फार्मेसी कोडरमा, (डी फार्मा), जीरामणि जगदीश इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेसी चतरा, (डी फार्मा, बी फार्मा) शामिल हैं. इसके अलावा तीन अन्य फार्मेसी कालेजों में डी फार्मा की 20-20 सीटें घटाई गई हैं. इसमें कृष्णा इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेसी, धनबाद, झारखंड फार्मेसी कालेज, रांची और आरोग्यम फार्मेसी कालेज, गढ़वा शामिल हैं.

पहले भी 12 कॉलेजों पर हो चुकी है कार्रवाई: फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया ने इससे पहले भी 25 जनवरी को राज्य के 06 फार्मेसी कॉलेजों में सत्र 2022-23 में दाखिले पर रोक लगाते हुए 06 कॉलेजों की सीटें घटा दी थी. इन कॉलेजों में तिला इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मास्युटिकल साईंस, रामगढ़ (डी फार्मा), वाइबीएन यूनिवर्सिटी राजाउलातू, रांची (डी फार्मा, बी फार्मा), हेरिटेज फार्मेसी कालेज, गढ़वा (डी फार्मा), आरपी कालेज ऑफ फार्मेसी, गढ़वा (डी फार्मा), तुपुदाना इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, रांची (डी फार्मा) एवं बंशीधर कालेज ऑफ फार्मेसी, पलामू में डी फार्मा कोर्स में दाखिले पर रोक लगायी गयी है.

इसके अलावा पितांबरा कालेज ऑफ फार्मेसी, बूटी, रांची (डी फार्मा 20 सीटें), उषा मार्टिन यूनिवर्सिटी, रांची (बी फार्मा 40 सीटें) त्रिवेणी कालेज ऑफ फार्मेसी, रांची (डी फार्मा 20 सीटें) पलामू इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेसी, चिनाकी, पलामू (बी फार्मा एवं डी फार्मा 20-20 सीटें) बीएलएम स्कूल ऑफ फार्मेसी, देवघर (डी फार्मा 20 सीटें), स्कूल ऑफ फार्मेसी, साईं नाथ यूनिवर्सिटी, रांची में बी फार्मा की 40 सीटें घटाई गई हैं.

रांची: फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया ने बड़ी कार्रवाई करते हुए झारखंड के तेरह फार्मेसी कॉलेजों में सत्र 2022-23 के लिए बी फार्मा, डी फार्मा कोर्स में नामांकन पर रोक लगा दी है. इसके साथ ही झारखंड के 9 फार्मेसी कॉलेजों में स्वीकृत सीटों की संख्या को भी कम किया गया है. फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया ने ये कार्रवाई झारखंड के कई कॉलेजों में मानकों के अनुरूप सुविधा नहीं मौजूद होने पर की है.

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कॉलेजों को तीन महीने की मिली थी मोहलत: फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया ने साल 2021 में निरीक्षण के दौरान जिन फार्मेसी कॉलेजों में कमियां पायी थी उन्हें तीन माह में दूर करने का समय देते हुए राज्य सरकार के माध्यम से जानकारी प्रेषित करने का निर्देश दिया था. पीसीआई ने जहां राज्य के 07 कॉलेजों में दाखिले पर रोक लगाते हुए तीन कॉलेजों की सीटें घटाई है. वहीं, 25 जनवरी को भी 06 कॉलेजों में दाखिले पर रोक लगा दी थी. अन्य 06 कॉलेजों की सीटें घटा दी थी. जिन फार्मेसी कॉलेजों में दाखिले पर रोक लगायी गयी है उसमें पूर्व स्वास्थ्य मंत्री और भाजपा विधायक रामचंद्र चंद्रवंशी का कॉलेज भी शामिल है.

किन कॉलेजों में कोर्स पर लगायी गयी रोक: फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया ने मंगलवार को जारी आदेश में 07 कॉलेजों में नामांकन (सत्र 2022-23) पर रोक लगाई है उसमें आरएस रॉय कालेज ऑफ फार्मेसी दुमका (डी फार्मा, बी फार्मा), आरोग्यम फार्मेसी कालेज, तेतरी चंद्रवंशी फार्मेसी कालेज पलामू (डी फार्मा, बी फार्मा),ब्राइट स्कूल ऑफ फार्मेसी बोकारो (डी फार्मा), गढ़वा (बी फार्मा), कलावती कॉलेज ऑफ फार्मेसी, (डी फार्मा) एसएसएमटी कालेज ऑफ फार्मेसी कोडरमा, (डी फार्मा), जीरामणि जगदीश इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेसी चतरा, (डी फार्मा, बी फार्मा) शामिल हैं. इसके अलावा तीन अन्य फार्मेसी कालेजों में डी फार्मा की 20-20 सीटें घटाई गई हैं. इसमें कृष्णा इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेसी, धनबाद, झारखंड फार्मेसी कालेज, रांची और आरोग्यम फार्मेसी कालेज, गढ़वा शामिल हैं.

पहले भी 12 कॉलेजों पर हो चुकी है कार्रवाई: फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया ने इससे पहले भी 25 जनवरी को राज्य के 06 फार्मेसी कॉलेजों में सत्र 2022-23 में दाखिले पर रोक लगाते हुए 06 कॉलेजों की सीटें घटा दी थी. इन कॉलेजों में तिला इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मास्युटिकल साईंस, रामगढ़ (डी फार्मा), वाइबीएन यूनिवर्सिटी राजाउलातू, रांची (डी फार्मा, बी फार्मा), हेरिटेज फार्मेसी कालेज, गढ़वा (डी फार्मा), आरपी कालेज ऑफ फार्मेसी, गढ़वा (डी फार्मा), तुपुदाना इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, रांची (डी फार्मा) एवं बंशीधर कालेज ऑफ फार्मेसी, पलामू में डी फार्मा कोर्स में दाखिले पर रोक लगायी गयी है.

इसके अलावा पितांबरा कालेज ऑफ फार्मेसी, बूटी, रांची (डी फार्मा 20 सीटें), उषा मार्टिन यूनिवर्सिटी, रांची (बी फार्मा 40 सीटें) त्रिवेणी कालेज ऑफ फार्मेसी, रांची (डी फार्मा 20 सीटें) पलामू इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेसी, चिनाकी, पलामू (बी फार्मा एवं डी फार्मा 20-20 सीटें) बीएलएम स्कूल ऑफ फार्मेसी, देवघर (डी फार्मा 20 सीटें), स्कूल ऑफ फार्मेसी, साईं नाथ यूनिवर्सिटी, रांची में बी फार्मा की 40 सीटें घटाई गई हैं.

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