ETV Bharat / state

पुलिस के खौफ में ग्रामीण, खुद ही नष्ट कर रहे हैं अफीम की खेती - OPERATION OPIUM

झारखंड में अफीम के खिलाफ अभियान जारी है. इसी कड़ी में खूंटी में ग्रामीणों ने प्रशासन के डर से फसल को नष्ट किया.

OPERATION OPIUM IN JHARKHAND
खूंटी में अफीम के खिलाफ अभियान जारी (Etv Bharat)
author img

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Feb 8, 2025, 1:56 PM IST

खूंटी: प्रशासन और पुलिस ने अवैध अफीम की खेती के खिलाफ जंग छेड़ दी है. पहले जन जागरूकता अभियान चलाया गया, फिर जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर ग्रामीणों से फसल नष्ट करने की अपील की गई. लेकिन, सकारात्मक सहयोग नहीं मिलने पर अफीम की खेती करने वाले किसानों और जमीन मालिकों के खिलाफ एफआईआर और गिरफ्तारी की कार्रवाई शुरू कर दी गई. जिसके बाद ग्रामीण प्रशासन और पुलिस की कार्रवाई से डर गए और खुद ही अवैध अफीम की फसल नष्ट करने के लिए आगे आने लगे हैं.

जिले के अड़की प्रखंड क्षेत्र के ग्रामीणों ने बताया कि वे पिछले 10 वर्षों से अफीम की फसल उगा रहे हैं और इससे उन्हें ज्यादा मुनाफा नहीं हुआ. लेकिन वे हर साल अफीम की खेती करते आ रहे हैं. उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी कि यह फसल अवैध है और पकड़े जाने पर उन्हें सजा हो सकती है. हालांकि, शिक्षित समाजसेवी मंगल मुंडा अपनी पत्नी के साथ गांव-गांव जाकर लोगों को जागरूक कर रहे हैं और फसल नष्ट करवा रहे हैं.

खूंटी में अफीम के खिलाफ अभियान जारी (Etv Bharat)

नक्सल और अफीम प्रभावित क्षेत्र के लोगों ने प्रशासन से वैकल्पिक खेती करने के साधन मुहैया कराने की अपील की है. जिले में ऑपरेशन अफीम अभी भी जारी है और प्रतिदिन 1000 से अधिक जवान 300 एकड़ से अधिक में लगी अफीम को ट्रैक्टरों से रौंदकर नष्ट कर रहे हैं. पुलिस जंगलों और पहाड़ों पर पहुंच रही है और लहलहाती फसलों को नष्ट करने का अभियान चल रहा है. वहीं, ग्रामीणों को जेल जाने का डर भी सताने लगा है और पुलिस के डर से ग्रामीण खुद ही अपनी अफीम की फसल भी नष्ट कर रहे हैं.

दूसरी ओर प्रशासन ने भी लोगों को भरोसा दिलाया है कि अफीम की फसल छोड़कर मुख्यधारा में लौटने वाले ग्रामीणों की पूरी मदद की जाएगी. साथ ही क्षेत्र में खेती के लिए तालाब, चेकडैम और पौधे समेत सिंचाई की सुविधा भी दी जाएगी.

डीसी लोकेश मिश्रा ने जिले के अफीम उत्पादक किसानों से अपील करते हुए कहा कि वे स्वयं ही अवैध खेती छोड़कर वैकल्पिक खेती की ओर कदम बढ़ाएं, अन्यथा प्रशासन चिन्हित किसानों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने से पीछे नहीं हटेगा. डीसी ने कहा कि ऑपरेशन अफीम की कार्रवाई लगातार जारी है और जल्द ही प्रशासन जिले को अफीम मुक्त बनाने में सफल होगा.

यह भी पढ़ें:

16 फरवरी तक नष्ट करनी होगी अफीम की खेती, नहीं तो नपेंगे थानेदार, आईजी करेंगे निरीक्षण

20 करोड़ की अफीम की फसल नष्ट! पलामू में झारखंड-बिहार पुलिस की संयुक्त कार्रवाई

खूंटी एसपी ने खुद संभाली ऑपरेशन अफीम की कमान, लाठी से फसलों को किया नष्ट

खूंटी: प्रशासन और पुलिस ने अवैध अफीम की खेती के खिलाफ जंग छेड़ दी है. पहले जन जागरूकता अभियान चलाया गया, फिर जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर ग्रामीणों से फसल नष्ट करने की अपील की गई. लेकिन, सकारात्मक सहयोग नहीं मिलने पर अफीम की खेती करने वाले किसानों और जमीन मालिकों के खिलाफ एफआईआर और गिरफ्तारी की कार्रवाई शुरू कर दी गई. जिसके बाद ग्रामीण प्रशासन और पुलिस की कार्रवाई से डर गए और खुद ही अवैध अफीम की फसल नष्ट करने के लिए आगे आने लगे हैं.

जिले के अड़की प्रखंड क्षेत्र के ग्रामीणों ने बताया कि वे पिछले 10 वर्षों से अफीम की फसल उगा रहे हैं और इससे उन्हें ज्यादा मुनाफा नहीं हुआ. लेकिन वे हर साल अफीम की खेती करते आ रहे हैं. उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी कि यह फसल अवैध है और पकड़े जाने पर उन्हें सजा हो सकती है. हालांकि, शिक्षित समाजसेवी मंगल मुंडा अपनी पत्नी के साथ गांव-गांव जाकर लोगों को जागरूक कर रहे हैं और फसल नष्ट करवा रहे हैं.

खूंटी में अफीम के खिलाफ अभियान जारी (Etv Bharat)

नक्सल और अफीम प्रभावित क्षेत्र के लोगों ने प्रशासन से वैकल्पिक खेती करने के साधन मुहैया कराने की अपील की है. जिले में ऑपरेशन अफीम अभी भी जारी है और प्रतिदिन 1000 से अधिक जवान 300 एकड़ से अधिक में लगी अफीम को ट्रैक्टरों से रौंदकर नष्ट कर रहे हैं. पुलिस जंगलों और पहाड़ों पर पहुंच रही है और लहलहाती फसलों को नष्ट करने का अभियान चल रहा है. वहीं, ग्रामीणों को जेल जाने का डर भी सताने लगा है और पुलिस के डर से ग्रामीण खुद ही अपनी अफीम की फसल भी नष्ट कर रहे हैं.

दूसरी ओर प्रशासन ने भी लोगों को भरोसा दिलाया है कि अफीम की फसल छोड़कर मुख्यधारा में लौटने वाले ग्रामीणों की पूरी मदद की जाएगी. साथ ही क्षेत्र में खेती के लिए तालाब, चेकडैम और पौधे समेत सिंचाई की सुविधा भी दी जाएगी.

डीसी लोकेश मिश्रा ने जिले के अफीम उत्पादक किसानों से अपील करते हुए कहा कि वे स्वयं ही अवैध खेती छोड़कर वैकल्पिक खेती की ओर कदम बढ़ाएं, अन्यथा प्रशासन चिन्हित किसानों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने से पीछे नहीं हटेगा. डीसी ने कहा कि ऑपरेशन अफीम की कार्रवाई लगातार जारी है और जल्द ही प्रशासन जिले को अफीम मुक्त बनाने में सफल होगा.

यह भी पढ़ें:

16 फरवरी तक नष्ट करनी होगी अफीम की खेती, नहीं तो नपेंगे थानेदार, आईजी करेंगे निरीक्षण

20 करोड़ की अफीम की फसल नष्ट! पलामू में झारखंड-बिहार पुलिस की संयुक्त कार्रवाई

खूंटी एसपी ने खुद संभाली ऑपरेशन अफीम की कमान, लाठी से फसलों को किया नष्ट

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.