रांची: झारखंड में गर्मी की तपिश बढ़ते ही राजधानी रांची में पीने के पानी की समस्या गहराने लगी है. रांची के कई इलाकों में जलस्तर काफी नीचे चला गया है. स्थिति यह है कि चापाकल और बोरिंग से पानी नहीं निकल रहा है. सबसे ज्यादा खराब स्थिति धुर्वा की है, जहां पानी की किल्लत से लोग जूझ रहे हैं.
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घनी आबादी वाले धुर्वा इलाके में जलस्तर 35 फीट तक नीचे चला गया है. इससे आम बागान, आदर्श नगर, जेएससीए स्टेडियम, डैम साइड जैसे इलाके में नल में पानी आना बंद हो गया है. इस इलाके में रहने वाले लोगों को पीने के पानी के लिए भटकना पड़ रहा है. रांची निगम की तरफ से भी वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई है. इससे इस पूरे इलाके में पानी का संकट गहरा गया है.
आदर्श नगर की रहने वाली श्रीपति देवी कहती हैं कि जलस्तर नीचे चले जाने की वजह से बोरिंग फेल हो गया है. इससे पानी की किल्लत शुरू हो गई है. नगर निगम की ओर से एक टैंकर पानी मुहैया कराया जाता है, जो पर्याप्त नहीं है. उन्होंने कहा कि लोगों को दूर से पानी लाकर काम चलाना पड़ रहा है. सुरेश पासवान कहते हैं कि पीने के पानी की समस्या का स्थायी निदान कहीं किया जा रहा है. हर साल गर्मी शुरू होते ही जल संकट गहरा जाता है. उन्होंने कहा कि लोगों को धुर्वा डैम से जाकर पानी लाना पड़ रहा है.
रांची के डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय ने कहा कि पीने के पानी की समस्या से लोग परेशान हैं. हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि नगर निगम की और से टैंकर का इंतजाम किया गया है. उन्होंने कहा कि वर्तमान में राजधानी के 75 जगहों पर टैंकर के माध्यम से पानी मुहैया कराया जा रहा है. उन्होंने आश्वासन दिया कि लोगों की समस्या को देखते हुए टैंकरों की संख्या बढ़ाई जाएगी, ताकि धुर्वा क्षेत्र के लोगों को आसानी से पीने के पानी मिल सके.