बेगूसराय: दहेज के लिए दो साल से तय शादी से जब लड़के वाले टालमटोल करने लगे तो लड़की वालों ने दूल्हे को अगवा कर लिया. इसके बाद मंदिर में जबरन शादी कराने लगे (पकड़ौआ विवाह). इसी बीच पुलिस को इस बात की सूचना मिली. फिर बेगूसराय पुलिस भी तुरंत मंदिर में पहुंची और तत्काल शादी रुकवाई. इसके बाद दूल्हे-दुल्हन को पुलिस थाने ले आई और वहां दोनों पक्षों की रजामंदी से शादी करवाई गई. वहीं इस शादी की चर्चा पूरे इलाके में है.
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दहेज की लालत में रुकी थी शादी
दरअसल, तेघड़ा थाना क्षेत्र के बनहारा गांव के रहने वाले शिवम कुमार और बिहट खेमकरणपुर पूर्वी टोला के रहने वाले यदुनंदन सिंह की बेटी प्रिया भारती की शादी दो साल से तय थी. पर लड़के वालों द्वारा लगातार टाल मटोल किया जा रहा था. लड़की वाले लड़के वालों के सामने शादी के लिए गिड़गिड़ा रहे थे, पर लड़के वाले मानने को तैयार नहीं थे. बताया जा रहा है कि दहेज की खातिर ये शादी दो सालों से अटकी पड़ी थी.
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लड़की वालों ने लड़के को किया अगवा
जिसके बाद लड़की के आस पड़ोस के लोगों ने लड़की के परिजनों के सहयोग से शिवम का एक दिन पहले अगवा कर लिया गया और सोमवार की रात उसकी शादी एक मंदिर में जबरन करायी जा रहा थी. तभी इस बात की सूचना तेघड़ा थाना पुलिस को लगी. दल-बल के साथ पहुंची पुलिस ने तत्काल इस शादी को रुकवाया. बाद में लड़की और लड़के के परिजनों की रजामंदी के बाद ये शादी तेघड़ा थाने में सम्पन्न करायी गयी.
'मेरा अपहरण लड़की के आस पड़ोस के लोगों ने किया था. बाद में राजी खुशी से ये शादी हुई और वो इस शादी से बेहद खुश हैं. ये आदर्श शादी है, इसमें दहेज की कोई बात नही हैं.' :-शिवम, दूल्हा