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कुख्यात गैंगस्टर अमन की गिरफ्तारी तक जारी रहेगा 'ऑपरेशन अमन', ईटीवी भारत से DIG की खास बातचीत - झारखंड में अपराध

कुख्यात गैंगस्टर अमन श्रीवास्तव की गिरफ्तारी होने तक झारखंड पुलिस का ऑपरेशन अमन जारी रहेगा. ईटीवी भारत से बातचीत में रांची रेंज के डीआईजी अमोल वेणुकांत होमकर ने ये बातें कही.

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डीआईजी से बातचीत करते संवाददाता प्रशांत कुमार
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Published : Jan 14, 2020, 7:56 PM IST

रांची: कुख्यात गैंगस्टर अमन श्रीवास्तव की गिरफ्तारी होने तक झारखंड पुलिस का ऑपरेशन अमन जारी रहेगा. झारखंड के अलग-अलग इलाकों से मंगलवार को पुलिस ने अमन श्रीवास्तव गिरोह के 11 अपराधियों को धर दबोचा है.

डीआईजी से बातचीत करते संवाददाता प्रशांत कुमार

गिरोह के 11 सदस्य गिरफ्तार
अपराधियों की गिरफ्तारी के बाद भी अमन श्रीवास्तव गिरोह के खिलाफ पुलिस का ऑपरेशन जारी रहेगा, यह बातें ईटीवी भारत से बातचीत में रांची रेंज के डीआईजी अमोल वेणुकांत होमकर ने कही. डीआईजी होमकर के नेतृत्व में ही पुलिस की टीम ने अमन श्रीवास्तव गिरोह के 11 सदस्यों को गिरफ्तार कर उसके गैंग की कमर तोड़ दी.

ये भी पढ़ें- पुलिस परिवार ने मनाई मकर संक्रांति, दही-चूड़ा और तिलकुट का लिया आनंद

भारी मात्रा में हथियार भी बरामद
दरअसल, झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर सुशील श्रीवास्तव की हत्या के बाद गैंग की कमान संभाल रहे अमन श्रीवास्तव का आतंक कोयलांचल में सिर चढ़कर बोल रहा है. कोयला ट्रांसपोर्टिंग में रंगदारी को लेकर अमन श्रीवास्तव गिरोह की सक्रियता इन दिनों काफी बढ़ गई थी. अमन श्रीवास्तव गिरोह के आतंक को रोकने के लिए झारखंड के डीजीपी कमल नयन चौबे ने रांची, लोहरदगा, हजारीबाग, लातेहार और रामगढ़ में अमन श्रीवास्तव गिरोह पर लगाम लगाने के लिए पुलिस की स्पेशल टीम बनाकर ऑपरेशन अमन शुरू किया था. इसी ऑपरेशन में पुलिस को यह कामयाबी हासिल हुई. पुलिस के इस ऑपरेशन में 11 अपराधियों की गिरफ्तारी के अलावा भारी मात्रा में हथियार भी बरामद किए गए हैं.

क्यों बनानी पड़ी विशेष टीम
चतरा की मगध-आम्रपाली कोल परियोजना और लातेहार में कोयला ट्रांसपोर्टिंग को लेकर अमन श्रीवास्तव ने कई लोगों से रंगदारी की मांग की थी. पैसा नहीं देने पर ट्रांसपोर्ट की साइट पर आगजनी और फायरिंग की घटनाओं को अमन श्रीवास्तव ने अंजाम दिलवाया था. अमन श्रीवास्तव के बारे में राज्य पुलिस को सूचना मिली है, उसके मुताबिक अमन ने उग्रवादी संगठन जेजेएमपी से भी हाथ मिला लिया है.

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गैंगस्टर पिता की हत्या के बाद संभाली है गैंग की कमान
साल 2015 में अमन श्रीवास्तव के पिता और गैंगेस्टर सुशील श्रीवास्तव की हजारीबाग कोर्ट में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. पिता के हत्याकांड के बाद गैंग की कमान अमन श्रीवास्तव ने संभाल ली. इसके बाद से ही वह फरार भी चल रहा है. अमन श्रीवास्तव के पिता के ही पुराने शागिर्द सुजीत सिन्हा और उसके गिरोह के लोगों की भी सक्रियता इन दिनों कोयलांचल में बढ़ी हुई है. ऐसे में पुलिस सुजीत और उसके गुर्गों की भी तलाश कर रही है.

अमन-सुजीत के बीच दरार, दोनों मांग रहे रंगदारी
कोयला परियोजनाओं में रंगदारी के लिए अमन श्रीवास्तव के साथ-साथ सुजीत सिन्हा का गिरोह भी काफी सक्रिय है. पहले सुशील श्रीवास्तव के गैंग के लिए सुजीत सिन्हा भी काम करता था. लेकिन बाद में श्रीवास्तव गैंग के साथ मतभेद की वजह से सुजीत सिन्हा ने अपनी अलग राह पकड़ ली. फिलहाल सुजीत सिन्हा जमशेदपुर जेल में उम्रकैद की सजा काट रहा है. लेकिन जेल में रहते हुए भी वह अपने गुर्गों के माध्यम से कई कारोबारियों से रंगदारी की मांग कर रहा है.

ये भी पढ़ें- आर्थिक तंगी के कारण पारा शिक्षक ने की आत्महत्या, 3-4 महीने से नहीं मिला था वेतन

गैंग में नक्सलियों के स्प्लिंटर ग्रुप भी शामिल
रांची डीआईजी ने बताया कि अमन श्रीवास्तव के गिरोह में नक्सलियों के छोटे-छोटे स्प्लिंटर ग्रुप के दस्ता सदस्य भी शामिल हैं. टीपीसी और जेजेएमपी जैसे नक्सलियों के स्प्लिंटर्स ग्रुप के सदस्य पुलिस के दबिश की वजह से अमन श्रीवास्तव गिरोह में शामिल होकर रंगदारी वसूलने का काम कर रहे हैं. पूरे मामले में डीआईजी ने स्पष्ट किया है कि ऑपरेशन लगातार चलते रहेगा और जल्द ही अमन श्रीवास्तव को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया जाएगा.

रांची: कुख्यात गैंगस्टर अमन श्रीवास्तव की गिरफ्तारी होने तक झारखंड पुलिस का ऑपरेशन अमन जारी रहेगा. झारखंड के अलग-अलग इलाकों से मंगलवार को पुलिस ने अमन श्रीवास्तव गिरोह के 11 अपराधियों को धर दबोचा है.

डीआईजी से बातचीत करते संवाददाता प्रशांत कुमार

गिरोह के 11 सदस्य गिरफ्तार
अपराधियों की गिरफ्तारी के बाद भी अमन श्रीवास्तव गिरोह के खिलाफ पुलिस का ऑपरेशन जारी रहेगा, यह बातें ईटीवी भारत से बातचीत में रांची रेंज के डीआईजी अमोल वेणुकांत होमकर ने कही. डीआईजी होमकर के नेतृत्व में ही पुलिस की टीम ने अमन श्रीवास्तव गिरोह के 11 सदस्यों को गिरफ्तार कर उसके गैंग की कमर तोड़ दी.

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भारी मात्रा में हथियार भी बरामद
दरअसल, झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर सुशील श्रीवास्तव की हत्या के बाद गैंग की कमान संभाल रहे अमन श्रीवास्तव का आतंक कोयलांचल में सिर चढ़कर बोल रहा है. कोयला ट्रांसपोर्टिंग में रंगदारी को लेकर अमन श्रीवास्तव गिरोह की सक्रियता इन दिनों काफी बढ़ गई थी. अमन श्रीवास्तव गिरोह के आतंक को रोकने के लिए झारखंड के डीजीपी कमल नयन चौबे ने रांची, लोहरदगा, हजारीबाग, लातेहार और रामगढ़ में अमन श्रीवास्तव गिरोह पर लगाम लगाने के लिए पुलिस की स्पेशल टीम बनाकर ऑपरेशन अमन शुरू किया था. इसी ऑपरेशन में पुलिस को यह कामयाबी हासिल हुई. पुलिस के इस ऑपरेशन में 11 अपराधियों की गिरफ्तारी के अलावा भारी मात्रा में हथियार भी बरामद किए गए हैं.

क्यों बनानी पड़ी विशेष टीम
चतरा की मगध-आम्रपाली कोल परियोजना और लातेहार में कोयला ट्रांसपोर्टिंग को लेकर अमन श्रीवास्तव ने कई लोगों से रंगदारी की मांग की थी. पैसा नहीं देने पर ट्रांसपोर्ट की साइट पर आगजनी और फायरिंग की घटनाओं को अमन श्रीवास्तव ने अंजाम दिलवाया था. अमन श्रीवास्तव के बारे में राज्य पुलिस को सूचना मिली है, उसके मुताबिक अमन ने उग्रवादी संगठन जेजेएमपी से भी हाथ मिला लिया है.

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गैंगस्टर पिता की हत्या के बाद संभाली है गैंग की कमान
साल 2015 में अमन श्रीवास्तव के पिता और गैंगेस्टर सुशील श्रीवास्तव की हजारीबाग कोर्ट में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. पिता के हत्याकांड के बाद गैंग की कमान अमन श्रीवास्तव ने संभाल ली. इसके बाद से ही वह फरार भी चल रहा है. अमन श्रीवास्तव के पिता के ही पुराने शागिर्द सुजीत सिन्हा और उसके गिरोह के लोगों की भी सक्रियता इन दिनों कोयलांचल में बढ़ी हुई है. ऐसे में पुलिस सुजीत और उसके गुर्गों की भी तलाश कर रही है.

अमन-सुजीत के बीच दरार, दोनों मांग रहे रंगदारी
कोयला परियोजनाओं में रंगदारी के लिए अमन श्रीवास्तव के साथ-साथ सुजीत सिन्हा का गिरोह भी काफी सक्रिय है. पहले सुशील श्रीवास्तव के गैंग के लिए सुजीत सिन्हा भी काम करता था. लेकिन बाद में श्रीवास्तव गैंग के साथ मतभेद की वजह से सुजीत सिन्हा ने अपनी अलग राह पकड़ ली. फिलहाल सुजीत सिन्हा जमशेदपुर जेल में उम्रकैद की सजा काट रहा है. लेकिन जेल में रहते हुए भी वह अपने गुर्गों के माध्यम से कई कारोबारियों से रंगदारी की मांग कर रहा है.

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गैंग में नक्सलियों के स्प्लिंटर ग्रुप भी शामिल
रांची डीआईजी ने बताया कि अमन श्रीवास्तव के गिरोह में नक्सलियों के छोटे-छोटे स्प्लिंटर ग्रुप के दस्ता सदस्य भी शामिल हैं. टीपीसी और जेजेएमपी जैसे नक्सलियों के स्प्लिंटर्स ग्रुप के सदस्य पुलिस के दबिश की वजह से अमन श्रीवास्तव गिरोह में शामिल होकर रंगदारी वसूलने का काम कर रहे हैं. पूरे मामले में डीआईजी ने स्पष्ट किया है कि ऑपरेशन लगातार चलते रहेगा और जल्द ही अमन श्रीवास्तव को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया जाएगा.

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कुख्यात गैंगस्टर अमन श्रीवास्तव की गिरफ्तारी होने तक झारखंड पुलिस का ऑपरेशन अमन जारी रहेगा. झारखंड के अलग-अलग इलाकों से मंगलवार को पुलिस में अमन श्रीवास्तव गिरोह के 11 अपराधियों को धर दबोचा है. अपराधियों की गिरफ्तारी के बाद भी अमन श्रीवास्तव गिरोह के खिलाफ पुलिस का ऑपरेशन जारी रहेगा, यह बातें ईटीवी भारत से बातचीत में रांची रेंज के डीआईजी अमोल वेणुकान्त होमकर ने कही. डीआईजी होमकर के नेतृत्व में ही पुलिस की टीम ने अमन श्रीवास्तव गिरोह के 11 सदस्य को गिरफ्तार कर उसके गैंग की कमर तोड़ दी.

दरअसल झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर सुशील श्रीवास्तव की हत्या के बाद गैंग की कमान संभाल रहे अमन श्रीवास्तव का आतंक कोयलांचल में सर चढ़कर बोल रहा है. कोयला ट्रांसपोर्टिंग में रंगदारी को लेकर अमन श्रीवास्तव गिरोह की सक्रियता इन दिनों काफी बढ़ गई थी. अमन श्रीवास्तव गिरोह के आतंक को थामने के लिए झारखंड के डीजीपी कमल नयन चौबे ने रांची , लोहरदगा, हजारीबाग, लातेहार और रामगढ़ में अमन श्रीवास्तव गिरोह पर लगाम लगाने के लिए पुलिस की स्पेशल टीम बनाकर ऑपरेशन अमन शुरू किया था। इसी ऑपरेशन में पुलिस को यह कामयाबी हासिल हुई. पुलिस के इस ऑपरेशन में 11 अपराधियों की गिरफ्तारी के अलावा भारी मात्रा में हथियार भी बरामद किए गए हैं.

क्यों बनानी पड़ी विशेष टीम कार्रवाई के लिए

चतरा की मगध- आम्रपाली कोल परियोजना और लातेहार में कोयला ट्रांसपोर्टिंग को लेकर अमन श्रीवास्तव ने कई लोगों से रंगदारी की मांग की थी. पैसा नहीं देने पर ट्रांसपोर्ट की साइट पर आगजनी और फायरिंग की घटनाओं को अमन श्रीवास्तव ने अंजाम दिलवाया था. अमन श्रीवास्तव के बारे में राज्य पुलिस को सूचना मिली है उसके मुताबिक अमन ने उग्रवादी संगठन जेजेएमपी से भी हाथ मिला लिया है.


गैंगस्टर पिता की हत्या के बाद सम्भाली है गैंग की कमान

साल 2015 में अमन श्रीवास्तव के पिता और गैंगेस्टर सुशील श्रीवास्तव की हजारीबाग कोर्ट में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. पिता के हत्याकांड के बाद गैंग की कमान अमन श्रीवास्तव ने संभाल ली .इसके बाद से ही वह फरार भी चल रहा है .अमन श्रीवास्तव के पिता के ही पुराने शागिर्द सुजीत सिन्हा और उसके गिरोह के लोगों की भी सक्रियता इनदिनों कोयलांचल में बढ़ी हुई है. ऐसे में पुलिस सुजीत और उसके गुर्गों की भी तलाश कर रही है।


अमन - सुजीत के बीच दरार , दोनों मांग रहे हैं रंगदारी

कोयला परियोजनाओं में रंगदारी के लिए अमन श्रीवास्तव के साथ-साथ सुजीत सिन्हा का गिरोह भी काफी सक्रिय है. पहले सुशील श्रीवास्तव के गैंग के लिए सुजीत सिन्हा भी काम करता था. लेकिन बाद में श्रीवास्तव गैंग के साथ मतभेद की वजह से सुजीत सिन्हा ने अपनी अलग राह पकड़ ली. फिलहाल सुजीत सिन्हा जमशेदपुर जेल में उम्रकैद की सजा काट रहा है .लेकिन जेल में रहते हुए भी वह अपने गुर्गो के माध्यम से कई कारोबारियों से रंगदारी की मांग कर रहा है.

नक्सलियों के स्प्लिंटर्स ग्रुप भी है शामिल गैंग में

रांची डीआईजी ने बताया कि अमन श्रीवास्तव के गिरोह में नक्सलियों के छोटे-छोटे स्प्रिंटर्स ग्रुप के दस्ता सदस्य भी शामिल हैं. टीपीसी और जैसे एमपी जैसे नक्सलियों के स्प्लिंटर्स ग्रुप के सदस्य पुलिस के दबिश की वजह से अमन श्रीवास्तव गिरोह में शामिल होकर रंगदारी वसूलने का काम कर रहे हैं. पूरे मामले में डीआईजी ने स्पष्ट किया है कि ऑपरेशन लगातार चलते रहेगा और जल्द ही अमन श्रीवास्तव की सलाखों के पीछे पहुंचा दिया जाएगा.







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