रांची: जिले के तुपुदाना में झारखंड पुलिस के एक जमादार कामेश्वर रविदास की अज्ञात अपराधियों ने हत्या कर दी. कामेश्वर का शव तुपुदाना ओपी क्षेत्र के एक पत्थर खदान से बरामद किया गया है. कामेश्वर रविदास तुपुदाना ओपी में तैनात थे. हालांकि वर्तमान में उनका पदस्थापन रांची के रिम्स अस्पताल में था. एक पुलिस वाले की हत्या के बाद इलाके में सनसनी फैल गई है. इस मामले की जानकारी मिलते ही रांची के सीनियर एसपी सुरेंद्र झा सहित कई वरीय पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और मामले की तफ्तीश में जुट गए. पुलिस के प्रारंभिक जांच में यह पाया गया है कि कामेश्वर रविदास तुपुदाना ओपी क्षेत्र में ही रहने वाले रमेश लोहरा के घर पर पिछले 15 दिनों से रह रहे थे. रमेश लोहरा के घर से ही कामेश्वर रविदास की वर्दी और बाइक को बरामद किया गया है.
स्कूल में हुई हत्या
कामेश्वर रविदास की हत्या पत्थर खदान के पास स्थित एक स्कूल में की गई है. हत्या के बाद उनके शव को 200 फीट गहरी खाई में फेंक दिया है. हत्यारों ने घटनास्थल पर मौजूद सबूतों को भी नष्ट करने का प्रयास किया है. रांची पुलिस और एफएसएल की टीम ने मौके पर पहुंच कर वहां से जरूरी सबूत इकट्ठा किए हैं.
हिरासत में रमेश लोहरा
कामेश्वर रविदास की हत्याकांड की गुत्थी को सुलझाने में लगी पुलिस ने रमेश लोहरा को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ कर रही है. मिली जानकारी के अनुसार रमेश लोहरा इलाके में अवैध शराब का निर्माण किया करता था. उसके घर पर बैठकर ही अक्सर कई लोग शराब पिया करते थे. शराब पीने के लिए कामेश्वर रविदास अक्सर वहां जाया करते थे. माना जा रहा है कि शराब पीने के बाद हुए विवाद में ही पत्थर से कूच कर रविदास की हत्या की गई और फिर शव को छुपाने के नीयत से उसे पत्थर के खदान में फेंक दिया गया.
टूटी हुई मिली घड़ी, बजा है एक
जिस स्कूल में रविदास की हत्याकांड को अंजाम दिया गया है वहां से रविदास की घड़ी बरामद की गई है. घड़ी को अपराधियों ने तोड़ दिया है. टूटने से पहले उसमें एक बज रहा है, जिससे अनुमान लगाया जा रहा है कि गुरुवार की रात तकरीबन 1 बजे रविदास की हत्या की गई है.
नालंदा में रहता है परिवार
कामेश्वर रविदास बिहार के नालंदा के रहने वाले है. उनका पूरा परिवार वहीं रहता है. उनके परिवार वालों को उनकी हत्या की जानकारी दे दी गई है. जिसके बाद परिवार के लोग रांची के लिए निकल चुके हैं.
दो साल पहले हुआ था प्रमोसन
रविदास पहले टाइगर मोबाइल में तैनात थे. दो साल पहले उनका प्रमोशन एएसआई के पद पर हुआ था. जिसके बाद उनकी पदस्थापना तुपुदाना ओपी में की गई थी. हालांकि अभी वर्तमान में वो डिपोटेसन पर रांची के रिम्स अस्पताल में थे. जहां कोविड-19 वार्ड की सुरक्षा में उन्हें लगाया गया था.
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पुलिस की जांच जारी
रांची के सीनियर एसपी सुरेंद्र झा ने बताया कि मामले की तफ्तीश की जा रही है. जल्द ही मामले का खुलासा हो जाएगा. पुलिस अपनी जांच में यह भी जानने का प्रयास कर रही है कि आखिरकार टीओपी में रहने वाले रविदास रमेश लोहरा के घर क्यों रह रहे थे और वे स्कूल क्यों गए. इन सभी सवालों के जवाब मिलने पर हत्याकांड की गुत्थी भी जल्द सुलझ जाएगी.