रांचीः साल 2019 में लातेहार के चंदवा में हुए नक्सली हमले के मामले में 22 नक्सलियों के खिलाफ एनआईए ने इनाम की घोषणा की है. एनआईए की जांच में जिन नक्सलियों के नाम सामने आये हैं. इन सभी नक्सलियों पर इनाम की घोषणा की गई है. इनाम की राशि एक लाख से 10 लाख तक है. बता दें कि चंदवा नक्सल हमले में 4 पुलिसकर्मी शहीद हुये थे.
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साल 2019 के नवंबर महीने में पुलिसकर्मियों पर हुए नक्सल हमले की जांच एनआईए कर रही है. इस मामले में कांड संख्या आरसी 25/2020 दर्ज है. एनआईए ने झारखंड में एक करोड़ के इनामी पतिराम मांझी पर 10 लाख, अजीत उरांव उर्फ चार्लिस, सौरभ दा पर पांच लाख, नवीन, रवींद्र गंझू, छोटू खेरवार, अमन गंझू, नीरज सिंह खेरवार और मृत्युंजय भुईंया पर चार लाख, मनीष यादव, संटू भुईयां, नागेंद्र यादव, शीतल मोची, नेशनल गंझू, कुंदन खेरवार पर तीन- तीन लाख, खतेश गंझू, रंथू उरांव, अनिल तुरी, प्रदीप सिंह खेरवार पर दो-दो लाख, राजेश उरांव, लजीम अंसारी, जितेंद्र नागेशिया पर एक-एक लाख रुपये इनाम की घोषणा की है. एनआईए ने सभी को फरार घोषित करते हुए इनाम राशि की घोषणा की है.
23 नवंबर 2019 को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह झारखंड में चुनाव प्रचार के लिए आए थे. उसी दिन लातेहार में भाजपा की एक बड़ी जनसभा हुई थी. वीआइपी मूवमेंट को देखते हुए लातेहार से रांची जाने वाले रास्तों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे. इस दौरान देर शाम लातेहार के चंदवा के लुकईया मोड़ के समीप पुलिस की पीसीआर टीम खड़ी थी, जिसपर अचानक नक्सलियों के मोटरसाइकिल दस्ते ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. माओवादी हमले में लातेहार जिला बल के चंदवा थाना में तैनात एसआई शुकरा उरांव, चालक यमुना प्रसाद, शंभू प्रसाद और सिकंदर सिंह शहीद हो गए थे. घटना के बाद राज्य पुलिस ने इस मामले की जांच एनआईए से कराने का प्रस्ताव केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेजा था. केंद्रीय गृह मंत्रालय से इस मामले में एनआईए को एफआईआर दर्ज करने की इजाजत 22 जून को दी थी. इसके बाद एनआईए ने इस संबंध में केस को नये सिरे से टेकओवर किया था.