गिरिडीह: जिले के धनवार विधानसभा क्षेत्र में तीन प्रखंड है. जिनमें धनवार, गावां और तिसरी है. इस इलाके में अभ्रक का अकूत भंडार है. राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी का पैतृक घर भी धनवार के तिसरी प्रखंड कोदाईबांक में है. इस विधानसभा क्षेत्र का गावां और तिसरी प्रखंड बिहार के नवादा और जमुई की सीमा को छूती है. ऐसे में सीमावर्ती इलाके में नक्सलवाद भी प्रभावी है.
इस विधानसभा का प्रतिनिधित्व भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ रवींद्र कुमार राय कर चुके हैं. इस क्षेत्र के विधायक भाकपा माले के राजकुमार यादव हैं. राजकुमार इस बार भी आश्वस्त हैं और उन्हें भरोसा है कि इस बार भी जनता उनके कामों को देखते हुए वोट करेगी.
विकास को लेकर विधायक का दावा
वहीं, विधायक राजकुमार का कहना है कि उन्होंने इस क्षेत्र में समुचित विकास किया है. जो काम 70 वर्षों में नहीं हुआ वह काम उनके कार्यकाल में हुआ है. धनवार की प्रमुख समस्या बिजली थी. जिसका निदान उन्होंने किया है. वहीं सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा, पेयजल और सिंचाई जैसे मूलभूत समस्याओं का भी काफी हद तक उन्होंने निदान किया है. राजकुमार का दावा है कि उन्होंने जितना काम इस इलाके के विकास के लिए किया है. उतना काम जिले के चार अन्य विधानसभा के भाजपा विधायकों ने अपने क्षेत्र में नहीं किया.
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विपक्ष ने विधायक को बताया फेल
विधायक का कहना हैं कि अब उनका लक्ष्य धनवार जिले को दिलाना है. विधायक राजकुमार कहते हैं कि उन्होंने ढिबरा ( अभ्रक के अवशेष) को चुनने में लगे मजदूरों को रोजगार दिलाने के लिए लगातार प्रयास किया है. कहते हैं कि जनता का साथ मिला तो वे और भी विकास करेंगे. इधर विपक्ष राजकुमार को फेल बताता है. छात्र नेता और पिछले चुनाव में राजद के प्रत्याशी रहे मनोज यादव कहते हैं कि विधायक राजकुमार ने कुछ खास काम नहीं किया है. वहीं जनता की मिलीजुली प्रतिक्रिया है. जनता और भी बेहतर काम की उम्मीद पाले हुए है.