रांची: झारखंड विकास मोर्चा द्वारा शुक्रवार को पार्टी विधायक प्रदीप यादव को विधायक दल के नेता के पद से हटाये जाने और हेमंत सरकार से समर्थन वापसी की घोषणा की गई थी. जिस पर प्रदीप यादव ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में कहा है कि उनकी जानकारी में नहीं है कि विधायक दल की बैठक दोबारा बुलाई गई है और दोबारा विधायक दल के नेता का चुनाव किया गया है, जिसमें उन्हें पद से हटाने का निर्णय लिया गया हो. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार को समर्थन जारी रहेगा.
विधानमंडल तय करेगा विधायक दल का नेता
उन्होंने कहा कि पार्टी का विधानमंडल तय करता है कि विधायक दल का नेता कौन होगा और एक महीने पहले ही विधायक दल के नेता के रूप में उन्हें चुना गया था, लेकिन दोबारा विधायक दल की बैठक नहीं हुई है, जिसमें दोबारा इस प्रकार के निर्णय हो कि कौन विधायक दल का नेता बनेगा और सर्वसम्मति से यह जिम्मेदारी उन्हें दी गई थी. इसकी जानकारी विधानसभा अध्यक्ष को भी दी गई थी. ऐसे में जब पूरा मामला उनके पास आएगा. तब वह आगे इसका जवाब देंगे.
बाबूलाल मरांडी ने नहीं हुई कोई बात
वहीं, उन्होंने कहा कि पार्टी सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी से उनका कोई संपर्क नहीं है और न ही उनसे कोई बात हो पाई है. उन्होंने कहा कि उन्हें यह भी नहीं पता है कि वह कहां हैं और यह निर्णय किसके माध्यम से लिया गया है. वह सभी बातों से अनजान हैं
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वहीं, जेवीएम पार्टी द्वारा कांग्रेस पर विधायकों को अपने पाले में लाने के प्रयास के आरोप को लेकर उन्होंने कहा कि दूसरों पर आरोप लगाना आसान होता है, लेकिन पहले खुद पर विचार करना चाहिए. उन्होंने कहा कि कांग्रेस किसी विधायक को ले जाने का प्रयास नहीं कर रही है बल्कि जब कोई पार्टी बिखरती है तो इस प्रकार की स्थिति होती है और जिसको जहां जाने की इच्छा होती है वह उस ओर कदम बढ़ाता है. ऐसे में किसी राजनीतिक दल पर दोष लगाना अपनी कमजोरी छुपाने जैसा है. वहीं, कांग्रेस आलाकमान से मुलाकात के बाद कांग्रेस पार्टी का दामन थामने के सवाल पर उन्होंने कहा कि 7 दिन के अंदर इस पर से पर्दा उठ जाएगा.