रांची: टीएसी को असंवैधानिक बताने और केंद्रीय गृहमंत्री से मुलाकात के दौरान सिर्फ जनजातीय जनगणना के मुद्दे उठाने को लेकर सीएम पर उठाए गए सवाल का विधायक बंधु तिर्की ने जवाब दिया है. उन्होंने जहां जनजातीय जनगणना को लेकर सोशल मीडिया पर लोगों का दिग्भ्रमित करने का आरोप लगाया. वहीं टीएसी को असंवैधानिक बताने पर बीजेपी को आड़े हाथ लिया है.
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TAC की बैठक में लिए गए महत्वपूर्ण निर्णय
बंधु तिर्की ने कहा कि पिछले 20 सालों में टीएसी की बैठक में इतने महत्वपूर्ण निर्णय नहीं लिए जा सके हैं, जो इस बार लिए गए हैं. उन्होंने कहा कि जमीन का मामला, आदिवासियों के लोन से संबंधित, भाषा से संबंधित, साहित्य से संबंधित मामले समेत तमाम मामलों पर चर्चा हुई और महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं. लेकिन सोशल मीडिया में देखा जा रहा है कि इसे गलत तरीके से पेश किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि विशेष सत्र बुलाकर मुख्यमंत्री ने झारखंड विधानसभा से सरना कोड को पारित कराकर केंद्र सरकार को भेज दिया है अब केंद्र सरकार को इसमें पहल करने की जरूरत है. बंधु तिर्की के मुताबिक टीएसी में यह निर्णय लिया गया कि टीएसी के सदस्य राज्यपाल के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपेंगे और दिल्ली जाकर राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से मिलने की योजना बनाई जा रही है.
संवैधानिक संस्था है टीएसी
बंधु तिर्की ने टीएसी को संवैधानिक संस्था बताते हुए बीजेपी पर सहयोग नहीं करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि जहां पर आदिवासी हितों की बात होती है और उनके हित में नियम कानून बनता है उस बैठक में बीजेपी शामिल नहीं होती है. उन्होंने कहा कि बीजेपी टीएसी को अनैतिक और असंवैधानिक कह रही है, इससे लोगों को ये समझ में आना चाहिए की आदिवासी का दुश्मन कौन है. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने आदिवासियों के हितों के लिए कोई काम नहीं किया है. इसके साथ ही उन्होंने सरना कोड को हर हाल में लागू कराने की बात कही है.