रांची: प्रदेश में विपक्षी दलों के महागठबंधन की हुई बैठक में यह तय हुआ है कि सभी सिटिंग सीटों पर संबंधित दलों के उम्मीदवार आगामी विधानसभा चुनाव में उतरेंगे. लगभग एक घंटे तक चली बैठक के बाद सोरेन ने कहा की पहली बैठक में 32 सीटों को लेकर चर्चा हुई. इसके बाद हफ्ते भर के अंदर अगली बैठक में अन्य सीटों को लेकर चर्चा होगी.
विधानसभा में फिर दिखेगा महागठबंधन
हेमंत सोरेन ने स्पष्ट रूप से कहा कि बैठक में यह तय हो गया है कि सभी विपक्षी दल महागठबंधन में रहकर आगामी विधानसभा चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में ईवीएम को लेकर गड़बड़ी की चर्चा भी इस बैठक में हुई. सभी दलों ने यह तय किया कि इस मुद्दे को लेकर वह अपने दल में चर्चा करेंगे. वहीं कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने कहा कि बैठक में चिंतन मंथन किया गया. यह तय हुआ कि गठबंधन के तहत चुनाव लड़ा जाए. विपक्ष की 32 विधानसभा सीट में से झारखंड मुक्ति मोर्चा के 19, कांग्रेस 9, लेफ्ट के 2, जेवीएम 2 सीट पर अपने अपने उम्मीदवार खड़ा करेगी.
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25-30 सीट पर लड़ेगी कांग्रेस
आलम ने कहा कि झाविमो के छह विधायक जो बीजेपी चले गए उन सीटों के बारे में अगली बैठक में चर्चा होगी. उन्होंने कहा कि अगली बैठक में विधानसभा चुनाव में दूसरे और तीसरे नंबर पर जो दल रहे उसको लेकर चर्चा की जाएगी. वैसी लगभग 40 सीट है. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कांग्रेस कम से कम 25-30 सीट पर चुनाव लड़ेगी. बैठक में शामिल झाविमो के प्रवक्ता सरोज सिंह ने कहा कि सभी विपक्षी दलों को बुलाया गया. सभी दल ने तय किया कि महागठबंधन के साथ मिलकर चुनाव में जाएंगे. वहीं राजद के प्रदेश अध्यक्ष अभय सिंह ने कहा कि बैठक महागठबंधन के नेतृत्व में चुनाव लड़ने को लेकर सहमति बनी है. उन्होंने कहा कि महागठबंधन के नेतृत्व नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन करेंगे.