रांची: जैक ने मंगलवार को एक साथ मैट्रिक-इंटर कंपार्टमेंटल, मदरसा, मध्यमा और वोकेशनल परीक्षा का रिजल्ट जारी किया. रिजल्ट को जैक के अध्यक्ष अरविंद प्रसाद सिंह ने जैक कार्यालय से जारी किया. 65 हजार परीक्षार्थियों का रिजल्ट ऑनलाइन जारी किया गया है.
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करीब 10 हजार परीक्षार्थी रहे असफल
मैट्रिक में 52.06 फीसद विद्यार्थी सफल हुए, जबकि इंटर आर्टस में सबसे अधिक 81.89 फीसद विद्यार्थियों ने बाजी मारी. वहीं, साईंस में 55.15 और काॅमर्स संकाय में 60.68 फीसद परीक्षार्थी सफल रहे. मध्यमा और मदरसा के रिजल्ट में मदरसा विद्यार्थियों का परिणाम बेहतर रहा. मदरसा में 96.3 फीसद और मध्यमा में 94.16 फीसद परीक्षार्थी सफल रहे. मदरसा के वस्तानिया में 96 फीसद, फोकानिया 94 फीसद और मौलवी में 98 फीसद बच्चे सफल हुए. इंटर वोकेशनल में 90 फीसद विद्यार्थियों ने सफलता हासिल की है. हालांकि, रिजल्ट के लिए विद्यार्थियों को लंबा इंतजार करना पड़ा. रिजल्ट विलंब से जारी करने की वजह से विद्यार्थियों को नामांकन में परेशानी का सामना करना पड़ेगा.
जैक वेबसाइट पर जारी रिजल्ट
जैक की वेबसाइट पर छात्र अपना रिजल्ट देख सकते हैं. जैक के अनुसार, कोरोना काल में हर चीजें बंद रही, जिसका असर परीक्षा से लेकर मूल्यांकन पर पड़ा, लेकिन वजह जो भी हो परीक्षा में पास करने वाले करीब 65 हजार परीक्षार्थियों के बीच इसी सत्र में नामांकन लेना सबसे बड़ी चुनौती होगी. लगभग सभी निजी स्कूलों और काॅलेजों में नामांकन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और अब परीक्षा की तैयारी करायी जा रही है. ऐसे समय पर रिजल्ट आने के बाद परीक्षार्थियों के नामांकन के साथ परीक्षा की तैयारी पर भी सवाल खड़ा हो रहा है.
नैक की टीम पहुंचेगी मारवाड़ी कॉलेज
नैक की मान्यता को लेकर लगातार कई ऑटोनॉमस कॉलेज एड़ी चोटी एक कर रहे हैं. मारवाड़ी कॉलेज भी इसे लेकर पिछले 1 वर्ष से तैयारियों में जुटा है. इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार के साथ-साथ मारवाड़ी कॉलेज की ओर से एकेडमिक गतिविधियां भी बढ़ाई गई हैं. इस सत्र से दो नए कोर्स भी मारवाड़ी कॉलेज में संचालित होंगे और शिक्षकों की कमी को देखते हुए कॉन्ट्रैक्ट बेसिस पर भी शिक्षक रखे जा रहे हैं. ताकि नैक की टीम की ओर से इस कॉलेज को हरी झंडी दे दी जाए और विभिन्न योजनाओं को संचालित करने के लिए जो फंड दिए जाते हैं. वह समय पर रिलीज हो सके. इसी कड़ी में मारवाड़ी कॉलेज को जानकारी दी गई है कि नैक की टीम 19 से 20 जनवरी तक मारवाड़ी कॉलेज पहुंचेगी और कॉलेज के गतिविधियों के साथ-साथ इंफ्रास्ट्रक्चर के अलावा तमाम जानकारियां हासिल करेगी. उसके बाद ही आगे मान्यता को लेकर विचार किया जाएगा.
घंटी आधारित शिक्षकों को 18 माह से नहीं मिला वेतन
रांची विश्वविद्यालय के घंटी आधारित शिक्षकों को 18 महीने से वेतन नहीं मिला है. वेतन की मांग को लेकर शिक्षक संघ के प्रतिनिधिमंडल कई बार विश्वविद्यालय प्रबंधन को अवगत कराया है, लेकिन अब तक उनकी मांगों की और गौर नहीं किया गया है. इन शिक्षकों ने मामले को लेकर जोरदार आंदोलन करने की बात कही है.