ETV Bharat / city

बेंगलुरू में बंधक बनी झारखंड की युवतियां, सीएम हेमंत ने कराया मुक्त

author img

By

Published : Jan 13, 2022, 9:57 PM IST

Updated : Jan 13, 2022, 10:59 PM IST

बेंगलुरु में बंधक बनीं झारखंड की महिला मजूदर को मुक्त करा लिया गया है. बेंगलुरु कॉटन इंडस्ट्री में काम करने के दौरान गुमला की 6 युवतियों को बंधक बना लिया गया था. सीएम से गुहार लगाने के बाद महिला मजूदर अपने घर वापस लौट पाई हैं. घर लौटने पर गुमला की महिला मजदूरों ने खुशी जाहिर की है.

JHARKHAND WOMEN WORKERS TRAPPED
झारखंड की 6 लड़कियां मुक्त

रांंची: बेंगलुरु कॉटन इंडस्ट्री में काम करने के दौरान बंधक बनी झारखंड की युवतियों को सरकार ने सकुशल घर वापसी करा लिया है.मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को मिली शिकायत के बाद श्रम विभाग ने इस पर संज्ञान लिया और बंधक बनी पोटका प्रखंड की 06 युवतियों को मुक्त कराया गया. बेंगलुरू से घर वापसी के बाद सभी युवती काफी खुश हैं.

ये भी पढ़ें- कर्नाटक में फंसे गुमला के मजदूरों की घर वापसी, श्रमिकों ने सीएम को दिया धन्यवाद

बंधक बनी थीं युवतियां
सिलाई में निपुण अंजली पान ने बताया कि कौशल विकास केंद्र डिमना से प्रशिक्षण लेने के बाद वह अपने सहयोगियों के साथ बेंगलुरु स्थित एक वस्त्र उद्योग में सिलाई - कढ़ाई का काम करने गयी थी. वहां पहुंचने पर सभी को काम पर लगा दिया गया लेकिन जिस तरह की सुविधा देने की बात कही गयी थी. वैसी नहीं दी गई. उनके साथ अच्छा व्यवहार भी नहीं किया जा रहा था. उन्हें न तो सही तरह से रहने की सुविधा दी गयी और न ही खाने की सुविधा. वार्डेन से शिकायत करने पर वार्डेन द्वारा मारपीट की धमकी दी जाती थी. वे लोग घर लौटना चाहती थी लेकिन आने नहीं दिया जा रहा था.उन्हें बंधक बनाकर रखा गया था.

देखें वीडियो
मुख्यमंत्री के प्रयास से हुई वापसीपीड़ित युवतियों ने अपनी रिहाई के लिए कौशल विकास केंद्र डिमना, स्थानीय विधायक और मुख्यमंत्री गुहार लगायी थी. मुख्यमंत्री के संज्ञान में मामला आते ही श्रम विभाग और पूर्वी सिंहभूम के उपायुक्त को यथाशीघ्र युवतियों के सुरक्षित वापसी का आदेश दिया गया.इसके बाद श्रम विभाग ने सक्रियता के साथ सभी के घर वापसी का मार्ग प्रशस्त किया.

इससे पहले गुमला के 5 श्रमिक हुए थे मुक्त
इससे पहले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के संज्ञान में आने के बाद 7 जनवरी को कर्नाटक के हौजपेट में डेढ माह से बंधक बने गुमला के 5 श्रमिकों को मुक्त कराकर श्रम विभाग ने सकुशल घर वापसी कराया था. इन श्रमिकों ने मुख्यमंत्री से बंधक बनाकर जबरन महिने से काम कराने की शिकायत की थी.

रांंची: बेंगलुरु कॉटन इंडस्ट्री में काम करने के दौरान बंधक बनी झारखंड की युवतियों को सरकार ने सकुशल घर वापसी करा लिया है.मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को मिली शिकायत के बाद श्रम विभाग ने इस पर संज्ञान लिया और बंधक बनी पोटका प्रखंड की 06 युवतियों को मुक्त कराया गया. बेंगलुरू से घर वापसी के बाद सभी युवती काफी खुश हैं.

ये भी पढ़ें- कर्नाटक में फंसे गुमला के मजदूरों की घर वापसी, श्रमिकों ने सीएम को दिया धन्यवाद

बंधक बनी थीं युवतियां
सिलाई में निपुण अंजली पान ने बताया कि कौशल विकास केंद्र डिमना से प्रशिक्षण लेने के बाद वह अपने सहयोगियों के साथ बेंगलुरु स्थित एक वस्त्र उद्योग में सिलाई - कढ़ाई का काम करने गयी थी. वहां पहुंचने पर सभी को काम पर लगा दिया गया लेकिन जिस तरह की सुविधा देने की बात कही गयी थी. वैसी नहीं दी गई. उनके साथ अच्छा व्यवहार भी नहीं किया जा रहा था. उन्हें न तो सही तरह से रहने की सुविधा दी गयी और न ही खाने की सुविधा. वार्डेन से शिकायत करने पर वार्डेन द्वारा मारपीट की धमकी दी जाती थी. वे लोग घर लौटना चाहती थी लेकिन आने नहीं दिया जा रहा था.उन्हें बंधक बनाकर रखा गया था.

देखें वीडियो
मुख्यमंत्री के प्रयास से हुई वापसीपीड़ित युवतियों ने अपनी रिहाई के लिए कौशल विकास केंद्र डिमना, स्थानीय विधायक और मुख्यमंत्री गुहार लगायी थी. मुख्यमंत्री के संज्ञान में मामला आते ही श्रम विभाग और पूर्वी सिंहभूम के उपायुक्त को यथाशीघ्र युवतियों के सुरक्षित वापसी का आदेश दिया गया.इसके बाद श्रम विभाग ने सक्रियता के साथ सभी के घर वापसी का मार्ग प्रशस्त किया.

इससे पहले गुमला के 5 श्रमिक हुए थे मुक्त
इससे पहले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के संज्ञान में आने के बाद 7 जनवरी को कर्नाटक के हौजपेट में डेढ माह से बंधक बने गुमला के 5 श्रमिकों को मुक्त कराकर श्रम विभाग ने सकुशल घर वापसी कराया था. इन श्रमिकों ने मुख्यमंत्री से बंधक बनाकर जबरन महिने से काम कराने की शिकायत की थी.

Last Updated : Jan 13, 2022, 10:59 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.