रांची: झारखंड सीआईडी के साइबर क्राइम ब्रांच (Cyber Crime Branch of Jharkhand CID) की टीम ने बिहार के मोतिहारी जिले में कार्रवाई की है. झारखंड सीआईडी की टीम ने बिजली बिल के नाम पर लाखों की ठगी (Fraud In The Name Of Electricity Bill) करने वाले शातिर साइबर अपराधी अख्तर अंसारी को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार साइबर अपराधी को ट्रांजिट रिमांड पर सीआईडी की टीम रांची ले आई है. फिलहाल सीआईडी की टीम अख्तर अंसारी से पूछताछ कर रही है.
ये भी पढ़ें: सावधान: बिजली बिल भुगतान के नाम पर आप भी हो सकते हैं ठगी के शिकार
क्या है पूरा मामला: रांची सहित झारखंड के कई जिलों में पिछले 6 महीनों से बिजली बिल के नाम पर 50 से ज्यादा लोगों के साथ साइबर ठगी की गई थी (Fraud In The Name Of Electricity Bill). इनमें 16 और 4 लाख के ठगी के दो मामले सीआईडी के साइबर क्राइम ब्रांच में भी दर्ज किए गए थे, जिसकी जांच सीआईडी के द्वारा की जा रही थी. कांड के अनुसंधान के दौरान सीआईडी की टीम को यह जानकारी मिली की ठगी की वारदात को अख्तर अंसारी ने अंजाम दिया है. जानकारी पुख्ता होने के बाद सीआईडी की साइबर क्राइम ब्रांच की टीम ने बिहार के मोतिहारी जिले में छापेमारी की (Jharkhand CID Raid in Motihari) और अख्तर अंसारी को धर दबोचा. गिरफ्तार साइबर अपराधी के पास से दो दर्जन से ज्यादा एटीएम कार्ड बरामद किए गए हैं. इसके अलावा कई क्रेडिट कार्ड, कई बैंकों के पास बुक-चेक बुक भी बरामद किए गए हैं.
मनी ट्रेल से हुई गिरफ्तारी: सीआईडी अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार पकड़ा गया आरोपी लगातार क्रेडिट कार्ड और एटीएम का इस्तेमाल कर रहा था, जब उसके मनी ट्रेल का डिटेल निकाला गया तब उसका लोकेशन मोतिहारी मिला, जिसके बाद झारखंड सीआईडी की टीम ने मोतिहारी में छापेमारी की (Jharkhand CID Raid in Motihari) और अख्तर को गिरफ्तार किया. सीआईडी के पूछताछ में जानकारी मिली है कि एक बड़ा गिरोह इस बिजली कनेक्शन काटने के नाम पर ठगी (Fraud In The Name Of Electricity Bill) के धंधे में शामिल है, फिलहाल एक ही साइबर अपराधी पकड़ा गया है बाकी की तलाश सीआईडी की टीम कर रही है.
50 से अधिक मामले हुए है दर्ज: पिछले 6 महीनों के दौरान झारखंड के अलग-अलग जिलों में 50 से अधिक बिजली बिल के नाम पर ठगी की वारदातों (Fraud In The Name Of Electricity Bill) को साइबर अपराधियों के द्वारा अंजाम दिया गया है. अगर पूरे झारखंड के आंकड़ों की बात करें तो लगभग एक करोड़ रुपए से ज्यादा की ठगी साइबर अपराधी बिजली बिल के नाम पर कर चुके हैं.
कैसे करते हैं ठगी: दरअसल साइबर अपराधी मकान मालिकों को मैसेज भेज कर यह जानकारी देते हैं कि उनका बिजली बिल का बकाया बहुत ज्यादा है. इसलिए उनकी बिजली आज शाम ही काट दी जाएगी. बिजली ना कटे इसके लिए साइबर अपराधी मैसेज के जरिए ही बिजली भुगतान करने के लिए एक लिंक भेजते हैं, वह लिंक ओपन कर पैसे डालते ही पैसे साइबर अपराधियों के खाते में चले जाते हैं. लगातार हो रही ठगी को देखते हुए सीआईडी की साइबर ब्रांच टीम ने बकायदा सभी साइबर डीएसपी के नंबर भी सार्वजनिक किए थे, ताकि लोग बिजली बिल के नाम पर ठगी के मामलों की जानकारी साइबर डीएसपी को दे सके.