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जनता कर्फ्यूः PM की अपील पर थम गया झारखंड, शंख बजाकर कोरोना के प्रति दिखाई एकजुटता

झारखंड में जनता कर्फ्यू का पूरा-पूरा असर देखा गया. हर जगह सन्नाटा छाया रहा. शाम होते ही लोगों ने घर से बाहर निकल कर शंख, ताली और थाली बजाकर कोरोना के खिलाफ अभियान में जुटे डॉक्टरों और नर्सों का आभार जताया.

janta curfew in jharkhand
जनता कर्फ्यू
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Published : Mar 23, 2020, 11:05 AM IST

रांची: पीएम मोदी की अपील पर झारखंड में ताली-थाली और शंख बजने का सिलसिला पांच मिनट तक जारी रहा. इससे पहले प्रधानमंत्री की ओर से जनता कर्फ्यू की अपील को लोगों का समर्थन मिला. रांची सहित राज्य के तमाम जिलों में दिनभर सड़कें सूनी रही, वहीं कुछ लोग जरुरी काम के चलते सड़कों पर दिखे.

वीडियो में देखिए जनता कर्फ्यू के दौरान झारखंड

पलामू जिले के छत्तरपुर में जनता कर्फ्यू का व्यापक असर दिखा. सड़के सूनी, व्यवसायिक प्रतिष्ठान बंद रहा. वहीं पांच बजते ही लोगों ने शंख, थाली और ताली बजाये. बिहार, छत्तीसगढ़, अंबिकापुर से झारखंड आने वाली बसों पर भी इसका असर देखने को मिला. सभी दुकानों का शटर दिनभर गिरा रहा.

पढ़ें- संकल्प, संयम और जनभागीदारी से करेंगे इस महामारी से मुकाबला: हेमंत सोरेन

इधर हजारीबाग जिले के बड़कागांव में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 22 मार्च को जनता के कर्फ्यू के तहत सुबह 7 से रात 9 बजे तक अपने घरों में रहने की अपील को बड़कागांव की जनता भी स्वीकार करते हुए अपार समर्थन दिया. वहीं शाम को जैसे ही घड़ी में 5 बजा तो सभी घर के सदस्यों ने अपने घरों पर ताली, थाली, ढोल आदि बजाकर करोना वायरस को दूर करने में सहयोग कर रहे पुलिसकर्मी, स्वास्थ्य कर्मी, मीडिया कर्मी और सफाई कर्मियों आदि के प्रति आभार व्यक्त किया.

पढ़ें- बिहार में कोरोना से पहली मौत, कतर से लौटा था शख्स

धनबाद जिले के बाघमारा में भी जानता कर्फ्यू का असर बाघमारा देखने को मिला. इस दौरान बाघमारा के सभी व्यवसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे. सड़को में पूरी तरह सन्नाटा पसरा रहा. सड़को पर छोटी लंबी दूरी की गाड़ियां भी नहीं चली. जनता ने इस कर्फ्यू को पूरा समर्थन देते हुए सभी अपने घरों में ही रहे.

गिरिडीह जिले के बगोदर रविवार शाम 5 बजे से इलाके विभिन्न प्रकार के ध्वनियों से गूंज उठा. कोई शंख तो कोई ताली तो कोई थाली बजाते हुए नजर आये. बड़े बूढ़ों के अलावे बच्चे भी ताली और थाली बजाते नजर आये. बच्चों में इसे लेकर काफी उत्सुकता भी देखी गई.

ये भी पढ़ें- जमशेदपुर: लोगों ने बजाई ताली-थाली, घंटी और शंख, जिम्मेदारी निभानेवालों का बढ़ाया उत्साह

गढ़वा जिले में भी सुबह 7 बजे से शुरू जनता कर्फ्यू से पूरा जिला शांत रहा. सड़कें सुनी और बस स्टैंड खाली रही. शाम 5 बजे लोगों ने शंख, ताली और थाली बजाकर कोरोना को डराया. वहीं स्थिति को सामान्य बनाने के लिए पुलिस की पेट्रोलिंग भी होती रही. इस दौरान गढ़वा में रोड पर छोटे-छोटे बच्चे क्रिकेट खेलते नजर आये. कुछ लोगों शाम 5 बजे आतिशबाजी की और पटाखे फोड़े.

बोकारो में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर जनता कर्फ्यू काफी सफल रहा. पूरे शहर में कोरोना के खिलाफ लोग घरों में बंद रहे, और इस महामारी के खिलाफ लोगों ने एकजुटता दिखाई. बोकारो का सिटी सेंटर बाजार जहां सुबह से देर रात चहल पहल रहती है वहां भी रविवार को लोग नजर नहीं आरहे थे.

रांची: पीएम मोदी की अपील पर झारखंड में ताली-थाली और शंख बजने का सिलसिला पांच मिनट तक जारी रहा. इससे पहले प्रधानमंत्री की ओर से जनता कर्फ्यू की अपील को लोगों का समर्थन मिला. रांची सहित राज्य के तमाम जिलों में दिनभर सड़कें सूनी रही, वहीं कुछ लोग जरुरी काम के चलते सड़कों पर दिखे.

वीडियो में देखिए जनता कर्फ्यू के दौरान झारखंड

पलामू जिले के छत्तरपुर में जनता कर्फ्यू का व्यापक असर दिखा. सड़के सूनी, व्यवसायिक प्रतिष्ठान बंद रहा. वहीं पांच बजते ही लोगों ने शंख, थाली और ताली बजाये. बिहार, छत्तीसगढ़, अंबिकापुर से झारखंड आने वाली बसों पर भी इसका असर देखने को मिला. सभी दुकानों का शटर दिनभर गिरा रहा.

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इधर हजारीबाग जिले के बड़कागांव में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 22 मार्च को जनता के कर्फ्यू के तहत सुबह 7 से रात 9 बजे तक अपने घरों में रहने की अपील को बड़कागांव की जनता भी स्वीकार करते हुए अपार समर्थन दिया. वहीं शाम को जैसे ही घड़ी में 5 बजा तो सभी घर के सदस्यों ने अपने घरों पर ताली, थाली, ढोल आदि बजाकर करोना वायरस को दूर करने में सहयोग कर रहे पुलिसकर्मी, स्वास्थ्य कर्मी, मीडिया कर्मी और सफाई कर्मियों आदि के प्रति आभार व्यक्त किया.

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धनबाद जिले के बाघमारा में भी जानता कर्फ्यू का असर बाघमारा देखने को मिला. इस दौरान बाघमारा के सभी व्यवसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे. सड़को में पूरी तरह सन्नाटा पसरा रहा. सड़को पर छोटी लंबी दूरी की गाड़ियां भी नहीं चली. जनता ने इस कर्फ्यू को पूरा समर्थन देते हुए सभी अपने घरों में ही रहे.

गिरिडीह जिले के बगोदर रविवार शाम 5 बजे से इलाके विभिन्न प्रकार के ध्वनियों से गूंज उठा. कोई शंख तो कोई ताली तो कोई थाली बजाते हुए नजर आये. बड़े बूढ़ों के अलावे बच्चे भी ताली और थाली बजाते नजर आये. बच्चों में इसे लेकर काफी उत्सुकता भी देखी गई.

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गढ़वा जिले में भी सुबह 7 बजे से शुरू जनता कर्फ्यू से पूरा जिला शांत रहा. सड़कें सुनी और बस स्टैंड खाली रही. शाम 5 बजे लोगों ने शंख, ताली और थाली बजाकर कोरोना को डराया. वहीं स्थिति को सामान्य बनाने के लिए पुलिस की पेट्रोलिंग भी होती रही. इस दौरान गढ़वा में रोड पर छोटे-छोटे बच्चे क्रिकेट खेलते नजर आये. कुछ लोगों शाम 5 बजे आतिशबाजी की और पटाखे फोड़े.

बोकारो में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर जनता कर्फ्यू काफी सफल रहा. पूरे शहर में कोरोना के खिलाफ लोग घरों में बंद रहे, और इस महामारी के खिलाफ लोगों ने एकजुटता दिखाई. बोकारो का सिटी सेंटर बाजार जहां सुबह से देर रात चहल पहल रहती है वहां भी रविवार को लोग नजर नहीं आरहे थे.

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