रांची: झारखंड सरकार का नया लोगो लॉन्च हुआ. आर्यभट्ट सभागार में आयोजित समारोह में राज्यपाल ने सरकार के प्रतीक चिन्ह का लोकार्पण किया. इस मौके पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, दिशोम गुरू शिबू सोरेन, विधानसभा अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो, हेमंत कैबिनेट के सहयोगी समेत कई गणमान्य लोग मौजूद थे.
लोगो को लेकर सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि राज्य के संस्कृति को रेखांखित करता है. यह प्रतीक चिन्ह राज्य की एक ऐसी पहचान या ऐसी ताज कही जा सकती है जिसको देखने के बाद अपने आप में गौरव महसूस करेंगे.
लोगो की विशेषताएं
हरा रंग
नए प्रतीक चिन्ह का हरा रंग संपूर्ण राज्य में फैली हरयाली और वन-संपदा का परिचायक है. प्राकृतिक सौंदर्य और संसाधनों से विभूषित झारखंड विकास के पथ पर लंबे-लंबे पग धरने के लिए आवश्यक कच्चे मालों से परिपूर्ण है.
हाथी
राज्य के ऐश्र्वर्य और प्रचूर प्राकृतिक संसाधनों को दर्शाता है हाथी. झारखंड के महान इतिहास, शक्ति और सामूहिक बुद्धिमता का प्रतीक है. सभी बाधाओं का दमन करते हुए आगे बढ़ने का प्रतीक है.
पलाश के फूल
'फ्लेम ऑफ द फॉरेस्ट' के नाम से प्रसिद्ध पलाश या टुसू का फूल झारखंड के प्राकृतिक, सौंदर्य और सुराम्यता को प्रतिबिंबित करती है. पलाश का फूल वसंत त्रृतु के आगमन का प्रतीक है.
स्थानीय उत्सव
स्थानीय त्यौहारों के चित्रित करने वाले जनजातीय कला को नए राज्य चिन्ह में स्थान दिया गया है, जो राज्य की समृद्ध और विविधतापूर्ण परंपराओं के साथ उसकी निराली संस्कृति और धरोहर का बोध कराता है.
अशोक स्तंभ
नए राज्य चिन्ह के केंद्रीय भाग में उकेरा गया अशोक स्तंभ भारत के उत्तम सहकारी संघवाद, उसमें झारखंड की सहभागिता और अद्वितीय भूमिका को रेखांकित करता है.
सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि यह प्रतीक चिन्ह सरकार ने काफी विचार-विमर्श करने के बाद और कई लोगों के सुक्षाव के बाद यह नया प्रतीक चिन्ह उभर कर सामने आया है, जो राज्य को समर्पित किया गया है.