रांची: राजधानी रांची से सटे सुदूर ग्रामीण क्षेत्र से 6 अगस्त को दलाल के माध्यम से लगभग 25 महिलाओं समेत 5 नाबालिग लड़कियों को काम दिलाने के नाम पर बस से गुजरात भेज दिया गया था. जिन्हें गुजरात में 18-20 घंटे काम लिया जा रहा था. उन्हें घर जाने भी नहीं दिया जा रहा था. ईटीवी भारत की टीम ने इस खबर को प्रमुखता से 28 अगस्त को दिखाया. जिसके बाद सीएम हेमंत सोरेन ने भी संज्ञान लिया था.
ईटीवी भारत को दिया धन्यवाद
9 दिनों के बाद ही गुजरात पुलिस ने सूरत के पलसाणा स्थित मींढोला फूड फैक्ट्री में छापेमारी की और सभी को मुक्त कराया. जल्द से जल्द उन्हें झारखंड लाने की कोशिश की जाएगी. खबर प्रमुखता से दिखाने को लेकर जिला परिषद आरती कुजूर ने ईटीवी भारत को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि दलालों को चिन्हित कर उन्हें जल्द से जल्द सजा दिलाने का काम करना होगा.
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ठोस कदम उठाने चाहिए
आरती कुजूर ने कहा कि सबसे ज्यादा झारखंड के सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों से नाबालिग बच्चियों को लोकल दलाल के माध्यम से दिल्ली, मुंबई, गुजरात और सूरत में इन दिनों भेजने का काम जोर शोर से चल रहा है. ऐसे में स्थानीय थाना और मुखिया सरपंच जिला परिषद को ऐसे मानव तस्करों को चिन्हित कर उन्हें सजा दिलाने और लड़कियों को बाहर नहीं भेजने पर रोक लगाने जैसे ठोस कदम उठाने चाहिए.