रांचीः 16 फरवरी 2016 रांची के तमारा घाटी में हुए पुलिस और माओवादियों के बीच मुठभेड़ मामले में रांची जेल में बंद भाकपा माओवादियों के पोलित ब्यूरो मेंबर प्रशांत बोस से सीआईडी ने पूछताछ की है. सीआईडी की टीम ने रांची जेल में जाकर ही प्रशांत बहुत से पूछताछ की है. जिसमें मुठभेड़ से जुड़े कई तथ्य सामने निकल कर आए हैं.
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क्या है मामला
रांची के बुंडू थाना क्षेत्र के तैमारा घाटी में पुलिस और भाकपा माओवादियों के बीच साल 2016 के फरवरी महीने में भीषण मुठभेड़ हुई थी. मुठभेड़ में एक महिला समेत चार माओवादी मारे गए थे. वहीं घटना के बाद मौके से पुलिस ने पिट्ठू, हथियार समेत कई चीजें बरामद की थी. घटना में प्रशांत बोस समेत अन्य माओवादियों को आरोपी बनाया गया था. मामले में बुंडू थाना में दर्ज केस को सीआईडी ने टेकओवर किया था. सीआईडी ने इस मामले में तीन दिनों तक जेल जाकर प्रशांत बोस से पूछताछ की. सीआईडी के डीएसपी परवेज आलम, रंजीत लकड़ा, इंस्पेक्टर फ्रांसिस तिर्की के नेतृत्व में टीम गठित की गई थी. इस टीम ने प्रशांत बोस से एनकाउंटर केस के पहलुओं पर पूछताछ की.
संगठन के बारे में दी जानकारी
प्रशांत बोस ने पूछताछ के दौरान संगठन की गतिविधियों के संबंध में जानकारी दी है. प्रशांत बोस ने बुंडू घटना के संबंध में बताया है कि मुठभेड़ की घटना में सीधे तौर पर वह शामिल नहीं थे. हालांकि सारंडा से गिरिडीह जाने के क्रम में बुंडू में मुठभेड़ होने की बात प्रशांत बोस ने बताई है. इन जानकारियों के बाबत अब आगे की रणनीति बनाएगी.