रांची: कोरोना संक्रमण काल का जिस तरह अन्य पर्व त्योहारों पर इसका असर देखने को मिला है. कुछ ऐसा ही असर क्रिसमस पर भी देखने को मिल रहा है. पिछले साल की तुलना में इस वर्ष क्रिसमस की धूम राजधानी रांची में नहीं दिख रही है. क्रिसमस बाजार लगा हुआ जरूर है. लेकिन व्यवसाय ज्यादा नहीं हो रहा है.
हालांकि, क्रिसमस के गिफ्ट आइटम लोगों को जरूर लुभा रहे हैं. हर तरफ क्रिसमस ट्री, सांता क्लॉज, सांता क्लॉज का मास्क, पेंसिल, स्टार, बेल छाए हुए हैं. लोग घरों को सजाने के लिए खरीदारी भी कर रहे हैं. लेकिन खरीदारी में कमी आई है और सिर्फ जरूरी चीजों की ही खरीदारी की जा रही है.
क्या है दुकानदारों का कहना
क्रिसमस बाजार को लेकर दुकान लगाने वाले दुकानदारों का कहना है कि इस बार क्रिसमस पर कोरोना का असर पड़ गया है. हालांकि, लोग खरीदारी करने निकल रहे हैं और जरूरत के हिसाब से सजावट की चीजें खरीद रहे हैं. खरीदारी में कहीं ना कहीं कमी भी आई है. साथ ही इस बार सादगी से क्रिसमस मनाने का ईसाई समुदाय ने निर्णय लिया है. इस वजह से भी क्रिसमस बाजार फीका है और पिछले वर्ष की तुलना में महज 40% ही व्यापार होने की उम्मीद है.
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बाजार से बाहर चाइनीज आइटम
पहले जहां राजधानी के इंटीरियर, होम डेकोरेशन की दुकानों में रौनक दिखती थी. इस वर्ष उन दुकानों में यह रौनक ना के बराबर है. कैंडल, क्रिसमस बैनर, सांता क्लॉज की ड्रेस, क्रिसमस कार्ड्स, बेल वाले झूमर, लटकन वाला सांता क्लॉज, लाइटिंग सांता क्लॉज, थर्मोकोल के स्टीकर लोगों को लुभा रहे हैं. लेकिन पहले की तुलना में सांता क्लॉज और अन्य सामानों की डिमांड कम है. कोरोना की वजह से बाहर से आने वाले अलग तरह की आकर्षक सामग्रियां इस बार दुकानों तक नहीं पहुंच पाई है. हालांकि, इस बार खास बात यह है कि देसी आइटम्स को लोग ज्यादा पसंद कर रहे हैं, जबकि चाइनीज आइटम बाजार से बाहर हैं.