रांचीः सीबीआई ने राजधानी के मुख्य पोस्ट ऑफिस डोरंडा के पोस्टल असिस्टेंट और असिस्टेंट पोस्ट मास्टर रहे राजेश कुमार के खिलाफ आय से अधिक 33 लाख 37 हजार 13 की संपत्ति अर्जित करने का मामला दर्ज किया है. एफआईआर दर्ज करने के बाद सीबीआई एसीबी टीम ने राजेश के रांची और समस्तीपुर स्थित चार ठिकानों पर छापेमारी की.
छापेमारी के दौरान राजेश के स्प्रिंग वैली वर्द्धमान कंपाउंड स्थित आवास से सीबीआई ने दो फ्लैट की खरीद संबंधी डीड, चार वाहनों की खरीद के कागजात, एलआईसी, बैंक और पोस्ट आफिस में निवेश संबंधी कुल 11 कागजात और आईटी रिटर्न के पेपर बरामद किए हैं. सीबीआई टीम ने राजेश कुमार के हेहल पोस्ट ऑफिस स्थित चैंबर, केएम मल्लिक रोड स्थित राजेश कुमार के आशीष इंक्लेव के फ्लैट नंबर 103 सी और मऊ बाजार विद्यापति नगर, समस्तीपुर के पैतृक आवास में छापेमारी की. छापेमारी के दौरान सात बैंक खाते और इनकम सर्टिफिकेट बरामद की. राजेश कुमार वर्तमान में रांची के हेहल पोस्ट ऑफिस में असिस्टेंट पोस्टमास्टर के तौर पर पोस्टेड हैं. आरोपी पोस्टल ऑफिसर के खिलाफ प्रिवेशन ऑफ करप्शन एक्ट 1988 की धारा 13(2आर), डब्लू13(1)(बी) के तहत एफआईआर दर्ज की गई है.
क्या है मामला
सीबीआई के एफआईआर में जिक्र है कि 1 जनवरी 2008 से 30 जून 2019 के बीच राजेश कुमार ने 59 लाख 35 हजार 642 रूपये कमाए. वहीं इसी अवधि में उन्होंने 20 लाख 2 हजार 205 रूपये खर्च किए. सीबीआई अधिकारियों को मिली जानकारी के अनुसार इसी अवधि में राजेश कुमार ने खुद व अपने परिवार के लोगों के नाम पर 72 लाख 70 हजार 450 रूपये की चल- अचल संपत्ति अर्जित की है.
कैसे अर्जित की संपत्ति
सीबीआई के एफआईआर के अनुसार, पृथम दृष्टया राजेश कुमार ने रांची के डोरंडा पोस्ट ऑफिस में पोस्टल असिस्टेंट और असिस्टेंट पोस्टमास्टर. हटिया सब पोस्ट ऑफिस में सब पोस्टमास्टर रहते हुए कुल 33.37 लाख रूपये अधिक की संपत्ति अर्जित की. सीबीबीआई एसीबी की प्रभारी वेरोनिका लकड़ा के बयान पर सीबीआई ने एफआईआर दर्ज की है,. वहीं कांड के अनुसंधान की जिम्मेदारी एसीबी के इंस्पेक्टर ज्योतिर्मय मांझी को दी गई है.
पोस्टल अधिकारी के चार ठिकानों पर CBI का छापा, 33.37 लाख अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप
रांची के हेहल पोस्ट ऑफिस में असिस्टेंट पोस्टमास्टर पर कार्यरत राजेश कुमार पर प्रिवेशन ऑफ करप्शन एक्ट का मामला दर्ज किया गया है. जिसे लेकर सीबीआई ने उनके 4 ठिकानों पर छापेमारी की.
रांचीः सीबीआई ने राजधानी के मुख्य पोस्ट ऑफिस डोरंडा के पोस्टल असिस्टेंट और असिस्टेंट पोस्ट मास्टर रहे राजेश कुमार के खिलाफ आय से अधिक 33 लाख 37 हजार 13 की संपत्ति अर्जित करने का मामला दर्ज किया है. एफआईआर दर्ज करने के बाद सीबीआई एसीबी टीम ने राजेश के रांची और समस्तीपुर स्थित चार ठिकानों पर छापेमारी की.
छापेमारी के दौरान राजेश के स्प्रिंग वैली वर्द्धमान कंपाउंड स्थित आवास से सीबीआई ने दो फ्लैट की खरीद संबंधी डीड, चार वाहनों की खरीद के कागजात, एलआईसी, बैंक और पोस्ट आफिस में निवेश संबंधी कुल 11 कागजात और आईटी रिटर्न के पेपर बरामद किए हैं. सीबीआई टीम ने राजेश कुमार के हेहल पोस्ट ऑफिस स्थित चैंबर, केएम मल्लिक रोड स्थित राजेश कुमार के आशीष इंक्लेव के फ्लैट नंबर 103 सी और मऊ बाजार विद्यापति नगर, समस्तीपुर के पैतृक आवास में छापेमारी की. छापेमारी के दौरान सात बैंक खाते और इनकम सर्टिफिकेट बरामद की. राजेश कुमार वर्तमान में रांची के हेहल पोस्ट ऑफिस में असिस्टेंट पोस्टमास्टर के तौर पर पोस्टेड हैं. आरोपी पोस्टल ऑफिसर के खिलाफ प्रिवेशन ऑफ करप्शन एक्ट 1988 की धारा 13(2आर), डब्लू13(1)(बी) के तहत एफआईआर दर्ज की गई है.
क्या है मामला
सीबीआई के एफआईआर में जिक्र है कि 1 जनवरी 2008 से 30 जून 2019 के बीच राजेश कुमार ने 59 लाख 35 हजार 642 रूपये कमाए. वहीं इसी अवधि में उन्होंने 20 लाख 2 हजार 205 रूपये खर्च किए. सीबीआई अधिकारियों को मिली जानकारी के अनुसार इसी अवधि में राजेश कुमार ने खुद व अपने परिवार के लोगों के नाम पर 72 लाख 70 हजार 450 रूपये की चल- अचल संपत्ति अर्जित की है.
कैसे अर्जित की संपत्ति
सीबीआई के एफआईआर के अनुसार, पृथम दृष्टया राजेश कुमार ने रांची के डोरंडा पोस्ट ऑफिस में पोस्टल असिस्टेंट और असिस्टेंट पोस्टमास्टर. हटिया सब पोस्ट ऑफिस में सब पोस्टमास्टर रहते हुए कुल 33.37 लाख रूपये अधिक की संपत्ति अर्जित की. सीबीबीआई एसीबी की प्रभारी वेरोनिका लकड़ा के बयान पर सीबीआई ने एफआईआर दर्ज की है,. वहीं कांड के अनुसंधान की जिम्मेदारी एसीबी के इंस्पेक्टर ज्योतिर्मय मांझी को दी गई है.
,33.37 लाख अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप
रांची।
सीबीआई ने रांची के मुख्य पोस्ट ऑफिस डोरंडा के पोस्टल असिस्टेंट और असिस्टेंट पोस्ट मास्टर रहे राजेश कुमार के खिलाफ आय से अधिक 33 लाख 37 हजार 13 की संपत्ति अर्जित करने का मामला दर्ज किया है। एफआईआर दर्ज करने के बाद सीबीआई एसीबी टीम ने राजेश के रांची और समस्तीपुर स्थित चार ठिकानों पर छापेमारी की।
Body:छापेमारी के दौरान राजेश के स्प्रिंग वैली वर्द्धमान कंपाउंड स्थित आवास से सीबीआई ने दो फ्लैट की खरीद संबंधी डीड, चार वाहनों की खरीद के कागजात, एलआई, बैंक व पोस्ट आफिस में निवेश संबंधी कुल 11 कागजात व आईटी रिर्टन के पेपर बरामद किए हैं। सीबीआई टीम ने राजेश कुमार के हेहल पोस्ट ऑफिस स्थित चैंबर, केएम मल्लिक रोड स्थित राजेश कुमार के आशीष इंक्लेब के फ्लैट नंबर 103 सी और मऊ बाजार विद्यापतिनगर समस्तीपुर के पैतृक आवास में छापेमारी की। छापेमारी के दौरान सात बैंक खातें व इंकम सर्टिफिकेट बरामद की। राजेश कुमार वर्तमान में रांची के हेहल पोस्ट ऑफिस में असीस्टेंट पोस्टमास्टर के तौर पर पोस्टेड हैं। आरोपी पोस्टल अफसर के खिलाफ प्रिवेशन ऑफ करप्शन एक्ट 1988 की धारा 13(2आर), डब्लू13(1)(बी) के तहत एफआईआर दर्ज की गई है।
Conclusion:
क्या है मामला
सीबीआई के एफआईआर में जिक्र है कि 1 जनवरी 2008 से 30 जून 2019 के बीच राजेश कुमार ने 59 लाख 35 हजार 642 रूपये कमाए, वहीं इसी अवधि में उन्होंने 20 लाख 2 हजार 205 रूपये खर्च किए। सीबीआई अधिकारियों को मिली जानकारी के अनुसार इसी अवधि में राजेश कुमार ने खुद व अपने परिवार के लोगों के नाम पर 72 लाख 70 हजार 450 रूपये की चल- अचल संपत्ति अर्जित की है।
कैसे अर्जित की संपत्ति
सीबीआई के एफआईआर के अनुसार, पृथम दृष्टया राजेश कुमार ने रांची में डोरंडा पोस्ट ऑफिस में पोस्टल असिस्टेंट व असिस्टेंट पोस्टमास्टर व हटिया सब पोस्ट ऑफिस में सब पोस्टमास्टर रहते हुए कुल 33.37 लाख रूपये अधिक की संपत्ति अर्जित की। सीबीबीआई एसीबी की प्रभारी वेरोनिका लकड़ा के बयान पर सीबीआई ने एफआईआर दर्ज की है, वहीं कांड के अनुसंधान की जिम्मेदारी एसीबी के इंस्पेक्टर ज्योतिर्मय मांझी को दी गई है।