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रांची: आयुष्मान भारत के तहत रजिस्टर्ड अस्पताल में कोरोना मरीजो के लिए 25 फीसदी रहेंगे बेड - रांची में कोरोना संक्रमण

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अभियान निदेशक रवि शंकर शुक्ला ने यह निर्देश दिया की आईसीएमआर के निर्देशों के अनुसार सैंपल की जांच की जाए. साथ ही उन्होंने कहा कि प्रायोरिटी सैंपल चिंहित किया जाए ताकि सिंप्टोमेटिक तथा अन्य बीमारियों से ग्रसित मरीजों की प्राथमिकता के आधार पर जांच के साथ इलाज हो सके.

25% beds for corona patients in registered hospital under Ayushman Bharat
आयुष्मान भारत के तहत रजिस्टर्ड अस्पताल
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Published : Apr 11, 2021, 1:32 AM IST

Updated : Apr 11, 2021, 2:30 AM IST

रांची: कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग लगातार अपने अधिकारियों एवं कर्मचारियों को महत्वपूर्ण दिशा निर्देश देते जा रहे हैं. इसके मद्देनजर शनिवार को भी स्वास्थ सचिव केके सोन की अध्यक्षता में सभी जिले के सिविल सर्जन तथा आरटीपीसीआर के पदाधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक की गई.

यह भी पढ़ेंःकोडरमा: सामुदायिक शौचालयों में कहीं लगा ताला, कहीं शौचालय हो गए बदहाल

बैठक में मौजूद राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अभियान निदेशक रवि शंकर शुक्ला ने यह निर्देश दिया की आईसीएमआर के निर्देशों के अनुसार सैंपल की जांच की जाए. साथ ही उन्होंने कहा कि प्रायोरिटी सैंपल चिंहित किया जाए ताकि सिंप्टोमेटिक तथा अन्य बीमारियों से ग्रसित मरीजों की प्राथमिकता के आधार पर जांच के साथ इलाज हो सके.

वहीं, बैठक में मौजूद रांची की एसडीओ, इंसीडेंट कमांडर, एनआईसी के पदाधिकारी और आयुष्मान भारत के सीईओ प्रभात कुमार के साथ स्वास्थ्य विभाग की ओर से यह निर्णय लिया गया कि राज्य में जितने भी अस्पताल आयुष्मान भारत के अंतर्गत रजिस्टर्ड हैं, उन सभी अस्पतालों में 25 फीसदी बेड कोरोना के मरीजों के लिए सुरक्षित रखे जाएं.

रांची: कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग लगातार अपने अधिकारियों एवं कर्मचारियों को महत्वपूर्ण दिशा निर्देश देते जा रहे हैं. इसके मद्देनजर शनिवार को भी स्वास्थ सचिव केके सोन की अध्यक्षता में सभी जिले के सिविल सर्जन तथा आरटीपीसीआर के पदाधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक की गई.

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बैठक में मौजूद राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अभियान निदेशक रवि शंकर शुक्ला ने यह निर्देश दिया की आईसीएमआर के निर्देशों के अनुसार सैंपल की जांच की जाए. साथ ही उन्होंने कहा कि प्रायोरिटी सैंपल चिंहित किया जाए ताकि सिंप्टोमेटिक तथा अन्य बीमारियों से ग्रसित मरीजों की प्राथमिकता के आधार पर जांच के साथ इलाज हो सके.

वहीं, बैठक में मौजूद रांची की एसडीओ, इंसीडेंट कमांडर, एनआईसी के पदाधिकारी और आयुष्मान भारत के सीईओ प्रभात कुमार के साथ स्वास्थ्य विभाग की ओर से यह निर्णय लिया गया कि राज्य में जितने भी अस्पताल आयुष्मान भारत के अंतर्गत रजिस्टर्ड हैं, उन सभी अस्पतालों में 25 फीसदी बेड कोरोना के मरीजों के लिए सुरक्षित रखे जाएं.

Last Updated : Apr 11, 2021, 2:30 AM IST
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