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चमोली हादसे में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी, अभी तक 15 शव बरामद - चमोली में झारखंड के मजदूरों की मौत

हिमस्खलन हादसे के बाद सुमना में रेस्क्यू अभियान के दौरान सोमवार सुबह से तीन शव मिल चुके हैं. इसके साथ ही कुल 15 शव बरामद किए जा चुके हैं.

JHARKHAND LABORERS DIED IN CHAMOLI UTTARAKHAND
चमोली हादसे में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
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Published : Apr 26, 2021, 11:01 PM IST

रांची: नीती घाटी के सुमना हिमस्खलन में लापता दो और मजदूरों के शव बरामद हुए हैं. इससे पहले सोमवार सुबह एक शव बरामद किया गया था. अभी तक कुल 15 शव बरामद हो चुके हैं. घटनास्थल पर अभी भी रेस्क्यू अभियान जारी है. अभी भी 3 लोग लापता हैं. वहीं, 384 लोगों का सकुशल रेस्क्यू किया जा चुका है.

गौर हो कि बीते 23 अप्रैल को नीती घाटी की चीन-तिब्बत सीमा पर सुमना में हिमस्खलन की घटना हुई थी. इस हादसे में बीआरओ के दो कैंप पूरी तरह तबाह हो गए थे. घटनास्थल पर बीआरओ के लेबर कैंप में 402 लोग थे. इस हादसे में अभी तक 15 लोग जान गंवा चुके हैं. जबकि, अभी भी 3 लोग लापता हैं. उनकी तलाश के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और सेना के जवानों की ओर से रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है.

ये भी पढ़ेंः उत्तराखंड हादसाः दुमका जरमुंडी के दो मजदूरों की चमोली में मौत, इलाके में मातम

बता दें कि घटनास्थल चमोली जिले में भारत-चीन (तिब्बत) सीमा से लगा हुआ है. यहां सुमना में बीआरओ के कैंप के पास ग्लेशियर टूटकर मलारी-सुमना सड़क पर आ गया था. जिसमें काफी जान-माल का नुकसान हुआ है. घटना के दूसरे दिन मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने घटना स्थल का हवाई निरीक्षण कर हालात का जायजा लिया था. बीते रोज भी दो शव बरामद हुए थे. सेना के जवानों को ये शव सर्चिंग के दौरान बर्फ के नीचे दबे मिले. जिसके बाद शवों को वायुसेना के हेलीकॉप्टर से जोशीमठ लाया गया.

सभी मृतकों का पोस्टमॉर्टम जोशीमठ में ही किया जा रहा है. सभी लोग झारखंड राज्य के रहने वाले थे. स्थानीय प्रशासन ने पोस्टमॉर्टम के बाद शव को बीआरओ को सौंप दिया है. जानकारी के मुताबिक, बीआरओ इन शवों को देहरादून तक पहुंचाएगी और वहां से झारखंड सरकार के प्रतिनिधि इन्हें राज्य लेकर पहुंचेंगे. आपदा नियमों के तहत मृतकों के परिजनों को मुआवजा भी दिया जाएगा.

मृतक मजदूरों के नाम

  1. तारनी सिंह पुत्र देव नारायण सिंह निवासी दुमका.
  2. मनोज थांदर पुत्र ऐला थांदर निवासी दुमका.
  3. रोहित सिंह पुत्र राबिन सिंह निवासी दुमका.
  4. नियारन कंडुलना पुत्र डेनयामिन कंडुलना निवासी खूंटी.
  5. पॉल कंडुलना पुत्र डेनयामिन कंडुलना निवासी खूंटी.
  6. हनूक कंडुलना पुत्र पटरास निवासी खूंटी.
  7. साजेन कंडुलना पुत्र जेम्स कंडुलना निवासी खूंटी.
  8. मासी दास मार्की पुत्र जॉन मार्की निवासी पश्चिम सिंहभूम.
  9. राहुल कुमार पुत्र गोवर्धन कुंवर निवासी दुमका.
  10. निर्मल सैंदिल पुत्र विलियम सैंदिल निवासी रांची.
  11. सुखराम मुंडा पुत्र नारायन मुंडा निवासी रांची.
  12. सर्किल सिंह पुत्र जयराम सिंह निवासी पहरीडीहा जस्टीकर थाना जरमुंडी दुमका.
  13. उपेन्द्र सिंह पुत्र रामप्रसाद सिंह निवासी पहरीडीहा जस्टीकर थाना जरमुंडी दुमका.
  14. बाकी दो शवों की शिनाख्त का प्रयास जारी है.

रांची: नीती घाटी के सुमना हिमस्खलन में लापता दो और मजदूरों के शव बरामद हुए हैं. इससे पहले सोमवार सुबह एक शव बरामद किया गया था. अभी तक कुल 15 शव बरामद हो चुके हैं. घटनास्थल पर अभी भी रेस्क्यू अभियान जारी है. अभी भी 3 लोग लापता हैं. वहीं, 384 लोगों का सकुशल रेस्क्यू किया जा चुका है.

गौर हो कि बीते 23 अप्रैल को नीती घाटी की चीन-तिब्बत सीमा पर सुमना में हिमस्खलन की घटना हुई थी. इस हादसे में बीआरओ के दो कैंप पूरी तरह तबाह हो गए थे. घटनास्थल पर बीआरओ के लेबर कैंप में 402 लोग थे. इस हादसे में अभी तक 15 लोग जान गंवा चुके हैं. जबकि, अभी भी 3 लोग लापता हैं. उनकी तलाश के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और सेना के जवानों की ओर से रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है.

ये भी पढ़ेंः उत्तराखंड हादसाः दुमका जरमुंडी के दो मजदूरों की चमोली में मौत, इलाके में मातम

बता दें कि घटनास्थल चमोली जिले में भारत-चीन (तिब्बत) सीमा से लगा हुआ है. यहां सुमना में बीआरओ के कैंप के पास ग्लेशियर टूटकर मलारी-सुमना सड़क पर आ गया था. जिसमें काफी जान-माल का नुकसान हुआ है. घटना के दूसरे दिन मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने घटना स्थल का हवाई निरीक्षण कर हालात का जायजा लिया था. बीते रोज भी दो शव बरामद हुए थे. सेना के जवानों को ये शव सर्चिंग के दौरान बर्फ के नीचे दबे मिले. जिसके बाद शवों को वायुसेना के हेलीकॉप्टर से जोशीमठ लाया गया.

सभी मृतकों का पोस्टमॉर्टम जोशीमठ में ही किया जा रहा है. सभी लोग झारखंड राज्य के रहने वाले थे. स्थानीय प्रशासन ने पोस्टमॉर्टम के बाद शव को बीआरओ को सौंप दिया है. जानकारी के मुताबिक, बीआरओ इन शवों को देहरादून तक पहुंचाएगी और वहां से झारखंड सरकार के प्रतिनिधि इन्हें राज्य लेकर पहुंचेंगे. आपदा नियमों के तहत मृतकों के परिजनों को मुआवजा भी दिया जाएगा.

मृतक मजदूरों के नाम

  1. तारनी सिंह पुत्र देव नारायण सिंह निवासी दुमका.
  2. मनोज थांदर पुत्र ऐला थांदर निवासी दुमका.
  3. रोहित सिंह पुत्र राबिन सिंह निवासी दुमका.
  4. नियारन कंडुलना पुत्र डेनयामिन कंडुलना निवासी खूंटी.
  5. पॉल कंडुलना पुत्र डेनयामिन कंडुलना निवासी खूंटी.
  6. हनूक कंडुलना पुत्र पटरास निवासी खूंटी.
  7. साजेन कंडुलना पुत्र जेम्स कंडुलना निवासी खूंटी.
  8. मासी दास मार्की पुत्र जॉन मार्की निवासी पश्चिम सिंहभूम.
  9. राहुल कुमार पुत्र गोवर्धन कुंवर निवासी दुमका.
  10. निर्मल सैंदिल पुत्र विलियम सैंदिल निवासी रांची.
  11. सुखराम मुंडा पुत्र नारायन मुंडा निवासी रांची.
  12. सर्किल सिंह पुत्र जयराम सिंह निवासी पहरीडीहा जस्टीकर थाना जरमुंडी दुमका.
  13. उपेन्द्र सिंह पुत्र रामप्रसाद सिंह निवासी पहरीडीहा जस्टीकर थाना जरमुंडी दुमका.
  14. बाकी दो शवों की शिनाख्त का प्रयास जारी है.
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