रांची: राज्य के सभी जिलों और शाखाओं में लगातार दस साल से जमे सिपाहियों का तबादला किया जाएगा. राज्य पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों में 15 अक्तूबर 2010 को दस साल या उससे अधिक समय पूरा करने वाले पुलिसकर्मियों की सूची मांगी है.
मांगी गई सूची
डीआईजी कार्मिक ए विजयालक्ष्मी ने ऐसे सभी पुलिसकर्मियों की सूची 25 अक्टूबर तक सभी जिलों के एसपी से मांगी है. जिलों के एसपी से दस साल का टर्म पूरा कर चुके पुलिसकर्मियों के नाम, आरक्षण श्रेणी, वर्तमान पदस्थापन, नियुक्ति तिथि, जिले में योगदान की तिथि, सभी पूर्व पदस्थापन, प्रशासनिक दृष्टिकोण से कभी स्थानांतरण हुआ है या नहीं, किसी तरह की कोई अभियुक्ति है या नहीं, इस बिंदुओं पर जवाब मांगा गया है.
लंबे समय से नहीं हुआ है तबादला
झारखंड पुलिस में सिपाहियों का तबादला लंबे समय से नहीं हुआ है. पूर्व में 2015 में सिपाहियों का तबादला हुआ था. लेकिन उसके बाद मुख्यालय के स्तर पर बड़े पैमाने पर कोई तबालदा नहीं हुआ था. हाल में पुलिस एसोसिएशन और पुलिस मेंस एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने डीजीपी एमवी राव से मुलाकात की थी. मुलाकात के दौरान एक जिले में लंबे समय से जमे पुलिसकर्मियों को हटाने की मांग की गई थी. बताया गया था कि सिपाहियों का तबादला एक जिले से दूसरे जिलों में नहीं हुआ. नक्सल प्रभाव वाले जिलों में लंबे समय से सिपाहियों की लगातार तैनाती से भी मनोबल पर प्रभाव पड़ रहा.
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10 हजार से अधिक पुलिसकर्मी
साल 2005 के बाद बहाल हुए अधिकांश सिपाही एक ही जिलों में हैं. राज्य पुलिस मुख्यालय के अधिकारियों के मुताबिक, 10 साल या उससे लंबे अरसे से एक ही जिले में तैनात पुलिसकर्मियों की संख्या 10 हजार से अधिक हो सकती है. हाल के दिनों में पुलिस मुख्यालय ने पूर्व के सारे स्थानांतरण के बाद भी संबंधित जिले में योगदान नहीं देने वाले पुलिसकर्मियों को विरमित करवाया है.