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कैंसर को मात देकर पहुंची ग्रीस, लौह नगरी की रीतु ने जीता आयरन अवार्ड

कैंसर से जंग लड़ते हुए मिसेस इंडिया वर्ल्ड वाइड कांटेस्ट में हिस्सा लेकर आयरन लेडी अवार्ड जीतनेवाली जमशेदपुर की रितु रुंगटा ने न सिर्फ शहर का नाम रोशन किया है, बल्कि वह हजारों लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत भी बन गयी हैं.

कैंसर को मात देकर पहुंची ग्रीस, स्टील सीटी की रीतु ने जीता आयरन अवार्ड
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Published : Nov 5, 2019, 10:34 AM IST

पूर्वी सिंहभूम: जमशेदपुर की रीतु रुंगटा कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से लड़ रहे हजारों लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत बन गयीं हैं. रीतु ने गंभीर बिमारी से लड़ते हुए मिसेस इंडिया वर्ल्ड वाइड कॉटेस्ट में हिस्सा लिया और आयरन लेडी अवार्ड अपने नाम किया.

18 देशों से चयनित 172 प्रतिभागियों को छोड़ा पीछे

मिसेस इंडिया वर्ल्ड वाइड कॉटेस्ट यूरोप के ग्रीस की राजधानी एथेंस में आयोजित की गई थी. जिसके ग्रैंड फिनाले में 18 देशों से चयनित 172 प्रतिभागियों को पीछे छोड़ रीतु ने इस खिताब पर कब्जा जमाया. प्रतियोगिता में रितु के चेहरे पर मुस्कुराहट, फिटनेस और आत्मविश्वास से सवालों का जवाब देने की कला से जज काफी प्रभावित हुए. जजों को जब पता चला कि रीतु दो बच्चों की मां हैं, तो सभी जज हैरान हो गये. कॉन्टेस्ट में सभी प्रतिभागियों को इंट्रोडक्शन, टैलेंट, रीजनल, स्वीम वेयर, रिसोर्ट वेयर, साड़ी राउंड से होकर गुजरना पड़ा. इनमें से चयनित मात्र 30 प्रतिभागियों को विशेष टाइटल से नवाजा गया और 18 अक्तूबर को फाइनल में रितु को आयरन लेडी का खिताब प्रदान किया गया.

सकारात्मकता से दी कैंसर को मात
रितु ने बताया कि हेल्थ के प्रति वे काफी सजग हैं. मेडिटेशन, व्यायाम, हेल्दी फूड, रुटीन हेल्थ चेकअप उनकी नियमित दिनचर्या का हिस्सा है. खुद को हमेशा फिट रखकर कैंसर से लड़ने की शक्ति मिली.

जानकारी के अनुसार, दो साल पहले उन्हें ब्रेस्ट में गांठ जैसी किसी चीज के होने का अनुभव हुआ था. जिसके बाद वह बिना देर किये तुरंत डॉक्टर से मिलीं. जांच में कैंसर की पुष्टि होने के बाद उन्होंने मुंबई के कोकिला बेन धीरु भाई अंबानी अस्पताल में इलाज शुरू करवायाा. इस बीच व्यायाम, मेडिटेशन जारी रखा. ऑर्ट ऑफ लिविंग के हर सत्र में वह जाती हैं. जहां मोटिवेशनल स्पीच से सकारात्मक ऊर्जा मिली.

पूर्वी सिंहभूम: जमशेदपुर की रीतु रुंगटा कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से लड़ रहे हजारों लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत बन गयीं हैं. रीतु ने गंभीर बिमारी से लड़ते हुए मिसेस इंडिया वर्ल्ड वाइड कॉटेस्ट में हिस्सा लिया और आयरन लेडी अवार्ड अपने नाम किया.

18 देशों से चयनित 172 प्रतिभागियों को छोड़ा पीछे

मिसेस इंडिया वर्ल्ड वाइड कॉटेस्ट यूरोप के ग्रीस की राजधानी एथेंस में आयोजित की गई थी. जिसके ग्रैंड फिनाले में 18 देशों से चयनित 172 प्रतिभागियों को पीछे छोड़ रीतु ने इस खिताब पर कब्जा जमाया. प्रतियोगिता में रितु के चेहरे पर मुस्कुराहट, फिटनेस और आत्मविश्वास से सवालों का जवाब देने की कला से जज काफी प्रभावित हुए. जजों को जब पता चला कि रीतु दो बच्चों की मां हैं, तो सभी जज हैरान हो गये. कॉन्टेस्ट में सभी प्रतिभागियों को इंट्रोडक्शन, टैलेंट, रीजनल, स्वीम वेयर, रिसोर्ट वेयर, साड़ी राउंड से होकर गुजरना पड़ा. इनमें से चयनित मात्र 30 प्रतिभागियों को विशेष टाइटल से नवाजा गया और 18 अक्तूबर को फाइनल में रितु को आयरन लेडी का खिताब प्रदान किया गया.

सकारात्मकता से दी कैंसर को मात
रितु ने बताया कि हेल्थ के प्रति वे काफी सजग हैं. मेडिटेशन, व्यायाम, हेल्दी फूड, रुटीन हेल्थ चेकअप उनकी नियमित दिनचर्या का हिस्सा है. खुद को हमेशा फिट रखकर कैंसर से लड़ने की शक्ति मिली.

जानकारी के अनुसार, दो साल पहले उन्हें ब्रेस्ट में गांठ जैसी किसी चीज के होने का अनुभव हुआ था. जिसके बाद वह बिना देर किये तुरंत डॉक्टर से मिलीं. जांच में कैंसर की पुष्टि होने के बाद उन्होंने मुंबई के कोकिला बेन धीरु भाई अंबानी अस्पताल में इलाज शुरू करवायाा. इस बीच व्यायाम, मेडिटेशन जारी रखा. ऑर्ट ऑफ लिविंग के हर सत्र में वह जाती हैं. जहां मोटिवेशनल स्पीच से सकारात्मक ऊर्जा मिली.

Intro:पूर्वी सिंहभूम

कैंसर से जंग लड़ते हुए मिसेस इंडिया वर्ल्ड वाइड कांटेस्ट में हिस्सा लेकर आयरन लेडी अवार्ड जीतनेवाली जमशेदपुर की रितु रुंगटा ने न सिर्फ शहर का नाम रोशन किया है, बल्कि वह कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से लड़ रहे हजारों लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत भी बन गयी हैं.

यूरोप के ग्रीस की राजधानी एथेंस में आयोजित प्रतियोगिता के ग्रैंड फिनाले में 18 देशों से चयनित 172 प्रतिभागियों को पछाड़ते हुए रितु ने इस खिताब पर कब्जा जमाया. कैंसर से जूझ रही रितु के चेहरे पर मुस्कुराहट, फिटनेस और आत्मविश्वास से सवालों का जवाब देने की कला से जज काफी प्रभावित हुए. Body:उन्हें आश्चर्य तो तब हुआ, जब पता चला कि रितु शादीशुदा और दो बच्चों की मां हैं. रितु ने बताया कि फाइनल में पहुंची सभी प्रतिभागियों को इंट्रोडक्शन, टैलेंट, रीजनल, स्वीम वेयर, रिसोर्ट वेयर, साड़ी राउंड से होकर गुजरना पड़ा. इनमें से चयनित मात्र 30 प्रतिभागियों को विशेष टाइटल से नवाजा गया. 18 अक्तूबर को फाइनल में रितु को आइरन लेडी का खिताब प्रदान किया गया.

पति और बच्चों से मिला प्रोत्साहन : रितु बताती हैं कि नौ महीने पहले जब कैंसर का ट्रीटमेंट चल रहा था, उसी दौरान सोशल मीडिया में हॉट मोंडे की ओर से आयोजित मिसेस इंडिया वर्ल्ड वाइड कांटेस्ट पर नजर पड़ी. इच्छा के बाद भी कुछ सोचकर आवेदन नहीं कर पायी. पति ने हिम्मत दी और नाम, फोन नंबर देकर फॉर्म भर दिया. प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए आमंत्रण आने पर कुछ विचलित हुई थी. आयोजकों को कैंसर की बीमारी होने की जानकारी दी, उन्हें बताया कि मेरी सुंदरता बढ़ाने वाले बाल अब नहीं रहे. तो उन्होंने भी हौसला बढ़ाया.
Conclusion:फरवरी में रायपुर में आयोजित ऑडिशन में करीब 30 हजार महिलाओं को पछाड़ते हुए उन्होंने फाइनल का टिकट कटाया था. रितु बताती हैं कि जितने भी प्रतिभागी थे वे सभी एक्सपर्ट थे. खुद को अपडेट रखना भी काफी मुश्किल रहा. कैंसर का इलाज अौर दवा लेते हुए हर राउंड के लिए खुद को तैयार करने की कोशिश की.

खुद कटवा दिया था बाल : रितु बताती हैं कि उनकी हंसती खेलती जिंदगी में भूचाल तब आया, जब 2017 में उन्हें कैंसर होने का पता चला. जिन बालों को लेकर रितु की सौंदर्यता की चर्चा लोग करते थे, उन्हें काटने का दर्द क्या है, वही बता सकती हैं.

रितु बताती हैं कि केमो लेने के दौरान मरीज के बाल झड़ते है इस बात की जानकारी पहले से थी. लेकिन ट्रीटमेंट के दौरान ही क्यों, पहले क्यों नहीं. यह सोच कर खुद बाल कटवा दिये. हेयर टैटू बनावाया. फिर इस नये लुक में फोटो शूट करवाकर सोशल मीडिया पर संदेश के साथ अपलोड किया. पति अौर बच्चों से इस बीमारी से लड़ने की सकारात्मक ऊर्जा मिली.

सकारात्मक सोच से दी कैंसर को मात

रितु बताती है कि हेल्थ के प्रति वे काफी सजग हैं. मेडिटेशन, व्यायाम, हेल्दी फूड, रुटीन हेल्थ चेकअप उनकी नियमित दिनचर्या का हिस्सा है.

खुद को हमेशा फिट रखकर कैंसर से लड़ने की शक्ति मिली. रितु बताती हैं कि दो साल पहले ब्रेस्ट में गांठ जैसी किसी चीज के होने का अनुभव हुआ. बिना देर किये तुरंत डॉक्टर से मिलीं. जांच में कैंसर की पुष्टि होने के बाद उन्होंने मुंबई के कोकिला बेन धीरु भाई अंबानी अस्पताल में इलाज शुरू करवायाा. इस बीच व्यायाम, मेडिटेशन जारी रखा. ऑर्ट अॉफ लिविंग के हर सत्र में वह जाती हैं. जहां मोटिवेशनल स्पीच से सकारात्मक ऊर्जा मिली.

रिपोर्ट
कनाई राम हेंब्रम
घाटशिला
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