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पर्यावरण को बचाने का छात्रों का अनोखा प्रयास, वट पूजा में सुहागिन महिलाओं को दिया तुलसी पौधा

हजारीबाग में वट पूजा करने आई सुहागिन महिलाओं को सनराइज क्लब के छात्रों ने तुलसी का पौधा दिया. छात्रों ने कहा कि तुलसी पर्यावरण को संरक्षित रखता है और सबसे अधिक ऑक्सीजन देता है. वहीं, महिलाओं ने छात्रों के इस कदम को सराहनीय बताया है.

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Published : Jun 3, 2019, 1:45 PM IST

छात्रों ने महिलाओं को दिया तुलसी पौधा

हजारीबाग: पूरे देश में वट सावित्री पूजा धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है. सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए पूजा कर रही हैं. महिलाएं अखंड सौभाग्य प्राप्त करने के लिए वट सावित्री व्रत रखकर वट वृक्ष और यम देवता की पूजा करती हैं, लेकिन हजारीबाग में वट पूजा को लेकर कुछ अलग ही नजारा देखने को मिला.

देखें पूरी खबर

जिला में वट सावित्री पूजा को लेकर पर्यावरण के प्रति जागरूकता फैलाने का कार्य किया गया. सनराइज क्लब ने महिलाओं के बीच तुलसी का पौधा बाटा. संगठन मुख्यतः छात्रों का है, जो पर्यावरण जागरूकता संबंधित कार्य करते हैं. ऐसे में संगठन के लोगों ने सुबह से ही घूम-घूमकर अपने गाड़ी में गमले में लगा तुलसी का पौधा महिलाओं के बीच में बांटा.

ये भी पढ़ें-सुहागिन महिलाओं ने की वट सावित्री पूजा, पति की लंबी उम्र के लिए की कामना

छात्रों ने महिलाओं के बीच तुलसी का पौधा बांटा और उन्हें समझाया कि वो अपने घर में तुलसी का पौधा जरूर लगाएं. छात्रों का कहना है कि तुलसी का अपना महत्व है. महिलाएं प्रतिदिन पूजा करती है, उसे संभाल के रखती है. तो दूसरी ओर यह पर्यावरण को भी संरक्षित रखता है. तुलसी का पौधा कार्बन डाइऑक्साइड को बहुत अधिक मात्रा में सोखता है और ऑक्सीजन उत्सर्जित करता है. छात्रों का कहना है कि तुलसी का पौधा एकमात्र ऐसा पौधा है जो अन्य पौधों से सबसे अधिक ऑक्सीजन उत्सर्जित करता है.

ऐसे में महिलाएं भी संगठन को उनके किए गए कार्य को लेकर प्रोत्साहित कर रही हैं. महिलाओं का कहना है कि जिले में यह पहली बार देखने को मिला कि तुलसी का पौधा बांटा जा रहा है. तुलसी का पौधा हिंदू धर्म में बहुत महत्त्व रखता है तो दूसरी ओर जिस तरह से पर्यावरण में परिवर्तन हुआ है और ऑक्सीजन गैस तुलनात्मक दृष्टिकोण से घटा है, ऐसे में तुलसी का पौधा निसंदेह पर्यावरण के लिए अच्छा है.

हजारीबाग: पूरे देश में वट सावित्री पूजा धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है. सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए पूजा कर रही हैं. महिलाएं अखंड सौभाग्य प्राप्त करने के लिए वट सावित्री व्रत रखकर वट वृक्ष और यम देवता की पूजा करती हैं, लेकिन हजारीबाग में वट पूजा को लेकर कुछ अलग ही नजारा देखने को मिला.

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जिला में वट सावित्री पूजा को लेकर पर्यावरण के प्रति जागरूकता फैलाने का कार्य किया गया. सनराइज क्लब ने महिलाओं के बीच तुलसी का पौधा बाटा. संगठन मुख्यतः छात्रों का है, जो पर्यावरण जागरूकता संबंधित कार्य करते हैं. ऐसे में संगठन के लोगों ने सुबह से ही घूम-घूमकर अपने गाड़ी में गमले में लगा तुलसी का पौधा महिलाओं के बीच में बांटा.

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छात्रों ने महिलाओं के बीच तुलसी का पौधा बांटा और उन्हें समझाया कि वो अपने घर में तुलसी का पौधा जरूर लगाएं. छात्रों का कहना है कि तुलसी का अपना महत्व है. महिलाएं प्रतिदिन पूजा करती है, उसे संभाल के रखती है. तो दूसरी ओर यह पर्यावरण को भी संरक्षित रखता है. तुलसी का पौधा कार्बन डाइऑक्साइड को बहुत अधिक मात्रा में सोखता है और ऑक्सीजन उत्सर्जित करता है. छात्रों का कहना है कि तुलसी का पौधा एकमात्र ऐसा पौधा है जो अन्य पौधों से सबसे अधिक ऑक्सीजन उत्सर्जित करता है.

ऐसे में महिलाएं भी संगठन को उनके किए गए कार्य को लेकर प्रोत्साहित कर रही हैं. महिलाओं का कहना है कि जिले में यह पहली बार देखने को मिला कि तुलसी का पौधा बांटा जा रहा है. तुलसी का पौधा हिंदू धर्म में बहुत महत्त्व रखता है तो दूसरी ओर जिस तरह से पर्यावरण में परिवर्तन हुआ है और ऑक्सीजन गैस तुलनात्मक दृष्टिकोण से घटा है, ऐसे में तुलसी का पौधा निसंदेह पर्यावरण के लिए अच्छा है.

Intro:पूरे देश में वट सावित्री पूजा धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है। सुहागिन स्त्रियां अपने पति की लंबी उम्र के लिए पूजा कर रही है। सौभाग्यवती महिलाएं अखंड सौभाग्य प्राप्त करने के लिए वट सावित्री व्रत रखकर वटवृक्ष और यम देवता की पूजा करती हैं। लेकिन हजारीबाग में वट पूजा को लेकर कुछ अलग ही नजारा देखने को मिला।


Body:हजारीबाग में वट सावित्री पूजा को लेकर पर्यावरण के प्रति जागरूकता फैलाने का कार्य किया गया ।सनराइज क्लब ने महिलाओं के बीच तुलसी का पौधा बाटा। संगठन मुख्यतः छात्रों का है जो पर्यावरण जागरूकता संबंधित कार्य करता है ।ऐसे में संगठन के लोगों में काफी उत्सुकता देखी गई। जो सुबह से ही घूम घूमकर अपने गाड़ी में गमले में लगा तुलसी का पौधा महिलाओं के बीच में बांटा। हजारीबाग के मुख्य स्थल जहां पूजा किया जाता है वह छात्राओं ने महिलाओं के बीच तुलसी का पौधा वितरित किया और उन्हें समझाया कि वह अपने घर में तुलसी का पौधा अवश्य लगाएं ।छात्रों का कहना है कि तुलसी का अपना महत्व है महिलाएं प्रतिदिन पूजा करती है उसे संभाल के रखती है। तो दूसरी ओर यह पर्यावरण को भी संरक्षित रखता है। तुलसी का पौधा कार्बन डाइऑक्साइड को बहुत अधिक मात्रा में सोखता है और ऑक्सीजन उत्सर्जित करता है। छात्रों का कहना है कि तुलसी का पौधा एकमात्र ऐसा पौधा है जो अन्य पौधों से सबसे अधिक ऑक्सीजन उत्सर्जित करता है ।

ऐसे में महिलाएं भी संगठन को उनकी किए गए कार्य को लेकर प्रोत्साहित कर रही हैं। महिलाओं का भी कहना कि हजारीबाग में यह पहली बार देखने को मिला कि तुलसी का पौधा बांटा जा रहा है। तुलसी का पौधा हिंदू धर्म में महत्त्व रखता है तो दूसरी ओर जिस तरह से पर्यावरण में परिवर्तन हुआ है और ऑक्सीजन गैस तुलनात्मक दृष्टिकोण से घटा है ऐसे में तुलसी का पौधा निसंदेह पर्यावरण के लिए अच्छा है।

byte.... अनीता पूजा करने वाली महिला
byte... सत्यजीत अग्रवाल सदस्य सनराइज ग्रुप


Conclusion:जिस तरह से छात्रों ने पर्यावरण को संतुलित करने के लिए तुलसी का पौधा का वितरण किया है, यह संदेश काबिले तारीफ है। जरूरत है हर एक इंसान को आगे आने की तब हमारा पर्यावरण संतुलित हो सकता है।
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