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हजारीबाग: पोल्ट्री फॉर्म मालिक ने हजारों मुर्गों को जंगल में फेंका, लूटने वालों की मची होड़ - मुर्गा व्यवसाय पर पड़ा कोरोना का असर

कोरोना वायरस को लेकर अफवाह है कि मुर्गा खाने से अधिक फैलता है. इस कारण लोगों ने चिकन खाना बंद कर दिया है. जिसका असर सबसे अधिक मुर्गा व्यवसाय पर पड़ रहा है. वहीं, हजारीबाग से बड़कागांव जाने वाले रास्ते में पोल्ट्री फॉर्म के मालिक ने हजारों मुर्गों को घाटी में फेंका दिया.

Corona impacted on cock business in hazaribag
घाटी पर फेंका हुआ मुर्गा
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Published : Mar 17, 2020, 2:18 PM IST

हजारीबाग: करोना वायरस का असर सबसे अधिक मुर्गा व्यवसाय में देखने को मिल रहा है. अफवाह है कि यह वायरस मुर्गा से अधिक फैलता है. इस कारण इन दिनों मुर्गा का व्यवसाय ठप पड़ा है. लोग पोल्ट्री फॉर्म के मुर्गा खरीदने से बच रहे हैं. जिसके कारण यह पूरा व्यवसाय ठप होता जा रहा है. आलम यह है कि मुर्गा व्यवसाय से जुड़े व्यवसाई अपने फॉर्म हाउस के मुर्गा को घाटी में ही फेंक दे रहे हैं. ऐसा ही कुछ नजारा हजारीबाग के बड़कागांव जाने वाले मार्ग में देखने को मिला. जहां घाटी में हजारों की संख्या में मुर्गा फेका का हुआ मिला.

देखें पूरी खबर

हजारीबाग से बड़कागांव जाने वाले रास्ते में किसी पोल्ट्री फॉर्म के मालिक ने हजारों की संख्या में मुर्गा घाटी में फेंक दिया है. जिससे वहां मुर्गा पकड़ने वालों की होड़ मची है. मुर्गा फेंकने की बात जैसे ही गांव वालों को पता चला तो गांव से सैकड़ों लोग पहुंचकर मुर्गा लूटने लगे. दरअसल इन दिनों करोना वायरस को लेकर यह अफवाह है कि यह वायरस मुर्गी से फैल सकती है. जिसके बाद मुर्गा खरीदने वालों की संख्या बेहद कम हो गई है.

ये भी देखें- कोरोना का खौफ:झारखंड में 14 अप्रैल तक स्कूल, कॉलेज, सिनेमा हॉल बंद

आलम यह है कि करोड़ों रुपया का घाटा इस व्यवसाय में लगे लोगों को हो चुका है. ऐसे में मांसाहारी खाना के शौकीन लोग मुर्गा नहीं खरीद रहे हैं. इस कारण भारी संख्या में मुर्गा पोल्ट्री फॉर्म में ही रह जा रही है. अत्यधिक वजन होने के कारण उसकी बिक्री भी अब नहीं होगी. जिसके कारण पोल्ट्री फार्म के मालिक ने मुर्गा बड़कागांव जाने वाले घाटी में ही फेंक दिया है. एक ओर सरकार करोना वायरस को लेकर जागरुकता अभियान चला रही है तो दूसरी ओर अफवाह के कारण कई लोग प्रभावित भी हो रहे हैं. जरूरत है लोगों को जागरुक होने की.

हजारीबाग: करोना वायरस का असर सबसे अधिक मुर्गा व्यवसाय में देखने को मिल रहा है. अफवाह है कि यह वायरस मुर्गा से अधिक फैलता है. इस कारण इन दिनों मुर्गा का व्यवसाय ठप पड़ा है. लोग पोल्ट्री फॉर्म के मुर्गा खरीदने से बच रहे हैं. जिसके कारण यह पूरा व्यवसाय ठप होता जा रहा है. आलम यह है कि मुर्गा व्यवसाय से जुड़े व्यवसाई अपने फॉर्म हाउस के मुर्गा को घाटी में ही फेंक दे रहे हैं. ऐसा ही कुछ नजारा हजारीबाग के बड़कागांव जाने वाले मार्ग में देखने को मिला. जहां घाटी में हजारों की संख्या में मुर्गा फेका का हुआ मिला.

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आलम यह है कि करोड़ों रुपया का घाटा इस व्यवसाय में लगे लोगों को हो चुका है. ऐसे में मांसाहारी खाना के शौकीन लोग मुर्गा नहीं खरीद रहे हैं. इस कारण भारी संख्या में मुर्गा पोल्ट्री फॉर्म में ही रह जा रही है. अत्यधिक वजन होने के कारण उसकी बिक्री भी अब नहीं होगी. जिसके कारण पोल्ट्री फार्म के मालिक ने मुर्गा बड़कागांव जाने वाले घाटी में ही फेंक दिया है. एक ओर सरकार करोना वायरस को लेकर जागरुकता अभियान चला रही है तो दूसरी ओर अफवाह के कारण कई लोग प्रभावित भी हो रहे हैं. जरूरत है लोगों को जागरुक होने की.

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