हजारीबाग: पिपल फ्रेंडली पुलिस का नारा देने वाली झारखंड पुलिस का खौफनाक चेहरा हजारीबाग में देखने को मिला है. जहां एक व्यक्ति ने थाना प्रभारी पर आरोप लगाया कि उसे चोरी के आरोप में हिरासत में लिया और फिर बेरहमी से पिटाई की गई. इस बात को लेकर पूरे जिला में घटना की चर्चा हो रही है. पिटाई के बाद युवक को पुलिस ने छोड़ दिया है.
पुलिस पर लगाया आरोप
पीड़ित व्यक्ति परमेश्वर प्रसाद ने बताया कि 31 दिसंबर को रात करीब 11:30 बजे सिविल ड्रेस में बरकट्ठा थाना प्रभारी विद्यसागर चौरसिया पीएसआई अजीत कुमार अपने दल-बल के साथ उसके घर पहुंचे और दरवाजा को खुलवाया. जिसके बाद 8 लाख रुपये की मांग करने लगे. इसके साथ ही पासबुक, एटीएम मांगा और पत्नी के साथ भी अभद्र भाषा का प्रयोग करने लगे. जिसके बाद उसे थाना ले गया और बेहरमी से पिटाई की. 36 घंटे के बाद थाना से छोड़ा गया. उन्होंने बताया कि इस बाबत पुलिस अधीक्षक हजारीबाग, बरही अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को वाट्सएप के जरिए शिकायत की है.
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पुलिस को बदनाम करने की साजिश
इस मामले को लेकर थाना प्रभारी विद्यसागर चौरसिया ने बताया कि मामला जिस दिन का बताया जा रहा है, उस दिन कांड संख्या 244/20 जो बरकट्ठा थाना क्षेत्र के घंघरी से रिफाइन लदा ट्रक को गयाब करने के मामले के उद्भेदन के लिए बंगाल गया हुआ था. आरोप बेबुनियाद है. पुलिस को बदनाम करने की यह साजिश है.