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2 नक्सली के साथ विस्फोटक बरामद, विधानसभा चुनाव में धमाका करने की थी साजिश - गिरिडीह से दो नक्सली गिरफ्तार

गिरिडीह पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. दरअसल जिला पुलिस ने सर्च अभियान के तहत 2 कुख्यात नक्सलियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. नक्सलियों के पास से भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद किया गया है.

विस्फोटक के साथ 2 नक्सली गिरफ्तार
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Published : Sep 16, 2019, 4:27 PM IST

जमुआ, गिरिडीह: जिला पुलिस और सीआरपीएफ ने एरिया डोमिनेशन के तहत सर्च अभियान चलाया. अभियान के दौरान पुलिस ने दो नक्सलियों को धर-दबोचा. पुलिस के मुताबिक ये नक्सली इलाके में बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए आईईडी लगाने की फिराक में थे. इनकी मंशा 2019 में होनेवाले विधानसभा चुनाव को प्रभावित करना था.

देखें पूरी खबर

जानकारी के मुताबित चुनाव के समय इलाके में पुलिस-सीआरपीएफ की गश्ती टीम को उड़ाने की थी. पकड़े गए नक्सलियों ने पूछताछ के दौरान इसका खुलासा हुआ, खोरीमहुआ के एसडीपीओ राजीव कुमार और भेलवाघाटी के सहायक कमांडेंट अजय कुमार ने रविवार देवरी थाना में प्रेस कांफ्रेस आयोजित कर पूरे मामले की जानकारी दी.

बिहार के रहने वाले है दोनों नक्सली
सहायक कमांडेट अजय कुमार ने बताया की पकड़े गए नक्सली सुनील हेम्ब्रम रखाटोला गांव और प्रेम सोरेन राजाडूमर गांव थाना चकाई जिला जमुई (बिहार) के निवासी हैं. सहायक कमांडेंट अजय ने बताया कि इनमें सुनील हेंब्रम लंबे समय से नक्सली संगठन में सक्रिय है. सुनील सोरेन इनामी नक्सली सिधो कोड़ा का सबसे विश्वासी सक्रिय सदस्य है. सुनील पुलिस की मूवमेंट और अन्य जानकारी सिधो कोड़ा को उपलब्ध करवाने का काम करता है.

ये भी पढ़ें- मुख्यमंत्री रघुवर दास को लीगल नोटिस, हेमंत सोरेन ने छवि धूमिल करने का लगाया आरोप

सुनील के जानकारी पर ही सिधो सीमाई इलाके में भ्रमण करता है. इसके अलावे उसके द्वारा विस्फोटक हथियार और अन्य सामग्री भी मुहैया करवाया जाता है. फोन कॉल रिकार्ड में भी सुनील हेंब्रम को सिधो कोड़ा से बात करते हुए सुना गया है. एक अन्य प्रेम सोरेन नक्सलियों का समर्थक है. जो की संगठन के सदस्यों को सहयोग करता है. सुनील का बाइक चलाने का काम भी प्रेम सोरेन के द्वारा किया जाता है.

नही बचेंगे एक भी नक्सली
एसडीपीओ राजीव कुमार ने कहा की एक भी नक्सली को छोड़ा नहीं जाएगा. हम चाहते हैं कि भटके हुए लोग मुख्यधारा से जुड़ने के लिए आत्मसमर्पण करें. हमारी एक टीम इस दिशा में भी काम कर रही है. बेहतर होगा मुख्यधारा से भटके युवा नक्सलवाद का रास्ता छोड़कर मुख्यधारा में लौट आएं.

पुलिस को देखकर भागने लगे थे दोनों नक्सली
सहायक कमांडेट अजय कुमार के मुताबिक सीमाई इलाके में इनामी नक्सली सिधो कोड़ा उर्फ सिद्धू का दस्ता सक्रिय रहने की सूचना पर शनिवार (14 सितंबर) को भेलवाघाटी पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों द्वारा एरिया डॉमिनेशन के तहत सर्च अभियान चलाया जा रहा था. अभियान के दौरान सूचना मिली की कुछ संदिग्ध हथियार और विस्फोटक के साथ नक्सलियों का झारखंड में प्रवेश होनेवाला है.

ये भी पढ़ें- कोल्हान युवा सम्मेलन में बाबूलाल मरांडी ने कहा- झारखंडवासियों के दिल में बसा हूं, मिटाने की साजिश होगी नाकाम

ऐसे पकड़ाए दोनों नक्सली
सूचना पर भेलवाघाटी थाना क्षेत्र के सलैयाटांड़ के पास नाका लगाकर लोगों की आवाजाही की निगहबानी की जा रही थी. इसी क्रम में वहां से गुजर रहे सुनील और प्रेम पुलिस को देखकर भागने लगे. भागने के क्रम में दोनों को हरकुंड गांव के पास से पकड़ लिया गया. इस दौरान नक्सली सुनील के पास से एक देशी कट्टा, 315 बोर की पांच चक्र गोली, 3.3 का 54 गोली, लाल थैला में भरा हुआ एक किलोग्राम विस्फोटक पदार्थ, विस्फोटक तार बारह मीटर, डेटोनेटर सात पीस, सैमसंग गैलेक्सी मोबाइल, सुनील के पर्स से अलग अलग नाम और नंबर का छः आधार कार्ड, अलग अलग व्यक्ति का तीन वोटर कार्ड, चार पुरुष और एक महिला का पासपोर्ट साइज का फोटो, एक इगनेटर बाइक, प्रेम सोरेन के पास से सैमसंग का एक कीपैड वाला मोबाइल बरामद किया गया है.

दोनों को भेजा गया जेल
इधर, हथियर और विस्फोटक पदार्थ बरामदगी के मामले में भेलवाघाटी थाना में मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार किए गए सुनील हेम्ब्रम और प्रेम सोरेन को रविवार को जेल भेज दिया गया. मौके पर इंस्पेक्टर कुलदीप राम, देवरी के थाना प्रभारी अनूप रौशन भेंगरा, भेलवाघाटी के थाना प्रभारी एमजे खान, एसआई श्याम बाबू राठौर, एएसआई प्रमोद प्रसाद आदि शामिल थे.

जमुआ, गिरिडीह: जिला पुलिस और सीआरपीएफ ने एरिया डोमिनेशन के तहत सर्च अभियान चलाया. अभियान के दौरान पुलिस ने दो नक्सलियों को धर-दबोचा. पुलिस के मुताबिक ये नक्सली इलाके में बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए आईईडी लगाने की फिराक में थे. इनकी मंशा 2019 में होनेवाले विधानसभा चुनाव को प्रभावित करना था.

देखें पूरी खबर

जानकारी के मुताबित चुनाव के समय इलाके में पुलिस-सीआरपीएफ की गश्ती टीम को उड़ाने की थी. पकड़े गए नक्सलियों ने पूछताछ के दौरान इसका खुलासा हुआ, खोरीमहुआ के एसडीपीओ राजीव कुमार और भेलवाघाटी के सहायक कमांडेंट अजय कुमार ने रविवार देवरी थाना में प्रेस कांफ्रेस आयोजित कर पूरे मामले की जानकारी दी.

बिहार के रहने वाले है दोनों नक्सली
सहायक कमांडेट अजय कुमार ने बताया की पकड़े गए नक्सली सुनील हेम्ब्रम रखाटोला गांव और प्रेम सोरेन राजाडूमर गांव थाना चकाई जिला जमुई (बिहार) के निवासी हैं. सहायक कमांडेंट अजय ने बताया कि इनमें सुनील हेंब्रम लंबे समय से नक्सली संगठन में सक्रिय है. सुनील सोरेन इनामी नक्सली सिधो कोड़ा का सबसे विश्वासी सक्रिय सदस्य है. सुनील पुलिस की मूवमेंट और अन्य जानकारी सिधो कोड़ा को उपलब्ध करवाने का काम करता है.

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सुनील के जानकारी पर ही सिधो सीमाई इलाके में भ्रमण करता है. इसके अलावे उसके द्वारा विस्फोटक हथियार और अन्य सामग्री भी मुहैया करवाया जाता है. फोन कॉल रिकार्ड में भी सुनील हेंब्रम को सिधो कोड़ा से बात करते हुए सुना गया है. एक अन्य प्रेम सोरेन नक्सलियों का समर्थक है. जो की संगठन के सदस्यों को सहयोग करता है. सुनील का बाइक चलाने का काम भी प्रेम सोरेन के द्वारा किया जाता है.

नही बचेंगे एक भी नक्सली
एसडीपीओ राजीव कुमार ने कहा की एक भी नक्सली को छोड़ा नहीं जाएगा. हम चाहते हैं कि भटके हुए लोग मुख्यधारा से जुड़ने के लिए आत्मसमर्पण करें. हमारी एक टीम इस दिशा में भी काम कर रही है. बेहतर होगा मुख्यधारा से भटके युवा नक्सलवाद का रास्ता छोड़कर मुख्यधारा में लौट आएं.

पुलिस को देखकर भागने लगे थे दोनों नक्सली
सहायक कमांडेट अजय कुमार के मुताबिक सीमाई इलाके में इनामी नक्सली सिधो कोड़ा उर्फ सिद्धू का दस्ता सक्रिय रहने की सूचना पर शनिवार (14 सितंबर) को भेलवाघाटी पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों द्वारा एरिया डॉमिनेशन के तहत सर्च अभियान चलाया जा रहा था. अभियान के दौरान सूचना मिली की कुछ संदिग्ध हथियार और विस्फोटक के साथ नक्सलियों का झारखंड में प्रवेश होनेवाला है.

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ऐसे पकड़ाए दोनों नक्सली
सूचना पर भेलवाघाटी थाना क्षेत्र के सलैयाटांड़ के पास नाका लगाकर लोगों की आवाजाही की निगहबानी की जा रही थी. इसी क्रम में वहां से गुजर रहे सुनील और प्रेम पुलिस को देखकर भागने लगे. भागने के क्रम में दोनों को हरकुंड गांव के पास से पकड़ लिया गया. इस दौरान नक्सली सुनील के पास से एक देशी कट्टा, 315 बोर की पांच चक्र गोली, 3.3 का 54 गोली, लाल थैला में भरा हुआ एक किलोग्राम विस्फोटक पदार्थ, विस्फोटक तार बारह मीटर, डेटोनेटर सात पीस, सैमसंग गैलेक्सी मोबाइल, सुनील के पर्स से अलग अलग नाम और नंबर का छः आधार कार्ड, अलग अलग व्यक्ति का तीन वोटर कार्ड, चार पुरुष और एक महिला का पासपोर्ट साइज का फोटो, एक इगनेटर बाइक, प्रेम सोरेन के पास से सैमसंग का एक कीपैड वाला मोबाइल बरामद किया गया है.

दोनों को भेजा गया जेल
इधर, हथियर और विस्फोटक पदार्थ बरामदगी के मामले में भेलवाघाटी थाना में मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार किए गए सुनील हेम्ब्रम और प्रेम सोरेन को रविवार को जेल भेज दिया गया. मौके पर इंस्पेक्टर कुलदीप राम, देवरी के थाना प्रभारी अनूप रौशन भेंगरा, भेलवाघाटी के थाना प्रभारी एमजे खान, एसआई श्याम बाबू राठौर, एएसआई प्रमोद प्रसाद आदि शामिल थे.

Intro:जमुआ(गिरिडीह). गिरिडीह पुलिस व भेलवाघाटी के सीआरपीएफ द्वारा एरिया डोमिनेशन के तहत चलाए जा रहे सर्च अभियान के दौरान पकड़े गए दोनों नक्सली इलाके में बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए आइइडी लगाने की फिराक में थे. इनकी मंशा विधानसभा चुनाव के दौरान विध्वंसक कार्रवाई की थी. मंशा थी कि चुनाव के समय जब इलाके में पुलिस-सीआरपीएफ गश्त करे तो आइइडी को ब्लास्ट कर दिया जायेगा जिससे पुलिस को भारी क्षति उठानी पङेगी. इस बात की जानकारी शनिवार को पकङे गये नक्सलियों से पूछताछ के बाद पुलिस को मिली है. खोरीमहुआ के एसडीपीओ राजीव कुमार व भेलवाघाटी के सहायक कमांडेंट अजय कुमार के द्वारा रविवार देवरी थाना में प्रेस कांफ्रेस आयोजित कर पूरे मामले की जानकारी दी. सहायक कमांडेट अजय कुमार ने बताया की पकड़े गए नक्सली सुनील हेम्ब्रम ग्राम रखाटोला व प्रेम सोरेन ग्राम राजाडूमर दोनो थाना चकाई जिला जमुई (बिहार) के निवासी हैं.Body:सहायक कमांडेंट अजय ने बताया कि इनमें सुनील हेम्ब्रम लंबे अर्से से नक्सली संगठन में सक्रिय है. सुनील सोरेन इनामी नक्सली सिधो कोड़ा का सबसे विश्वासी व सक्रिय सदस्य है. सुनील पुलिस की मूवमेंट व अन्य जानकारी सिधो कोड़ा को उपलब्ध करवाने का काम करता है. सुनील के जानकारी पर ही सिधो सीमाई इलाके में भ्रमण करता है. इसके अलावे उसके द्वारा विस्फोटटक हथियार व अन्य सामग्री भी मुहैया करवाया जाता है. फोन कॉल रिकार्ड में भी सुनील हेम्ब्रम को सिधो कोड़ा से बात करते हुए सुना गया है. एक अन्य प्रेम सोरेन नक्सलियों का समर्थक है. जो की संगठन के सदस्यों को सहयोग करता है. सुनील के बाइक चलाने का काम भी प्रेम सोरेन के द्वारा किया जाता है.
नही बचेंगे एक भी नक्सली
एसडीपीओ राजीव कुमार ने कहा की एक भी नक्सली को छोड़ा नही जाएगा. हम चाहते हैं को भटके हुए लोग मुख्यधारा में जुड़ने के लिए आत्मसमर्पण करें. हमारी एक टीम इस दिशा में भी काम कर रही है. बेहतर होगा मुख्यधारा से भटके युवा नक्सलवाद के रास्ते को छोड़कर मुख्यधारा में लौट आएंगे.
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पुलिस को देखकर भागने लगे थे दोनो
सहायक कमांडेट अजय कुमार के मुताबिक सीमाई इलाके में इनामी नक्सली सिधो कोड़ा उर्फ सिद्धू का दस्ता सक्रिय रहने की सुचना पर शनिवार (14 सितंबर) को भेलवाघाटी पुलिस व सीआरपीएफ के जवानो के द्वारा एरिया डॉमिनेशन के तहत सर्च अभियान चलाया जा रहा था. अभियान के दौरान सूचना मिली की कुछ संदिग्ध हथियार व विस्फोटक के साथ के झारखंड में प्रवेश होनेवाला है. सूचना पर भेलवाघाटी थाना क्षेत्र के सलैयाटांड़ के पास नाका लगाकर लोगो की आवाजाही की निगहबानी की जा रही थी. इसी क्रम में वहां से गुजर रहे सुनील व प्रेम पुलिस को देखकर भागने लगे. भागने के क्रम में दोनों को हरकुंड गांव के पास से पकड़ लिया गया. इस दौरान नक्सली सुनील के पास से एक देशी कट्टा, 315 बोर की पांच चक्र गोली, 3.3 का 54 गोली, लाल थैला में भरा हुआ एक किलोग्राम विस्फोटक पदार्थ, विस्फोटक तार बारह मीटर, डेटोनेटर सात पीस, सैमसंग गैलेक्सी मोबाइल, सुनील के पर्स से अलग अलग नाम व नम्बर का छः आधार कार्ड, अलग अलग व्यक्ति का तीन वोटर कार्ड, चार पुरुष व एक महिला का पासपोर्ट साइज का फोटो, व एक इगनेटर बाइक, प्रेम सोरेन के पास से सैमसंग का एक कीपैड वाला मोबाइल बरामद किया गया है. इधर हथियर व विस्फोटक पदार्थ बरामदगी के मामले में भेलवाघाटी थाना में मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार किए गए सुनील हेम्ब्रम व प्रेम सोरेन को रविवार को जेल भेज दिया गया. मौके पर इंस्पेक्टर कुलदीप राम, देवरी के थाना प्रभारी अनूप रौशन भेंगरा, भेलवाघाटी के थाना प्रभारी एमजे खान, एसआई श्याम बाबू राठौर, एएसआई प्रमोद प्रसाद आदि शामिल थे.
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Conclusion:सुनील को दी गयी थी आइइडी लगाने की जवाबदेही
झारखंड विधानसभा चुनाव 2019 के तहत होनेवाले चुनाव को प्रभावित करने के लिए नक्सलियों द्वारा अभी से हीं रणनीति बनाई जा रही है. इसके तहत माओवादी विस्फोटक पदार्थ से बम बनाकर रास्ते में प्लांट करना चाह रहे हैं. हरकुंड से पकड़े गए नक्सली के पास बरामद विस्फोटक पदार्थ से इसका खुलासा हुआ है. बताया जाता है की इनामी नक्सली सिधो कोड़ा के द्वारा आईडी लगाने की जिम्मेवारी सुनील हेम्ब्रम को दी गयी थी. लेकिन मजबूत सूचनातंत्र के बदौलत सुरक्षाबलों ने आइडी लगाने की योजना को विफल कर दिया. इसके पुर्व लोकसभा चुनाव में भी सुरक्षाबलों के सक्रियता के कारण नक्सली अपने योजना में सफल नही हो पाए थे. सहायक कमांडेंट अजय कुमार ने बताया की विधानसभा चुनाव को देखते हीं माओवादियों के द्वारा आईइडी लगाने की योजना बनायी गयी है, कहा की नक्सलियों की हर योजना को विफल कर दिया जाएगा.
बाइट a- अजय कुमार, सहायक कमांडेंट
बाईट b- राजीव कुमार, एसडीपीओ
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