गिरिडीह: मुफस्सिल थाना इलाके के शीतलपुर से एक व्यक्ति के अपहरण की सूचना पर पुलिस परेशान हो गई. आनन-फानन में जिले के सभी थाना इलाके में जांच शुरू हुई. इस बीच कथित अपहृत को बरामद कर लिया गया और कथित अपहरणकर्ताओं को भी पकड़ा गया. जिसके बाद जब छानबीन की गई तो मामला कुछ और ही निकला.
क्या है पूरा मामला
दरअसल, सोमवार की शाम को पुलिस को यह सूचना मिली कि शीतलपुर से काजल राम नाम के एक व्यक्ति का अपहरण हो गया. जिसके बाद एसपी अमित रेणू ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सभी थाना की पुलिस को इलाके में सर्च करने का निर्देश दिया. सर्च के क्रम में पुलिस बस स्टैंड पहुंची तो यहीं पर कथित अपहृत काजल राम मिला. इनके साथ तीन ओर लोग मिले. जब इन तीनों से गिरिडीह पुलिस ने पूछताछ की तो सभी ने बताया कि वे दिल्ली पुलिस से हैं और एक मामले की जांच करने गिरिडीह आये थे. इसी क्रम में पूछताछ के लिए काजल राम को उठाया गया था. इसके बाद कथित अपहृत और कथित अपहरणकर्ताओं को पुलिस के वरीय पदाधिकारी के पास ले जाया गया. यहां पर साफ हुआ कि जिनपर अपहरण करने का आरोप लगा रहा है, वे दिल्ली पुलिस के कर्मी हैं. ये लोग छानबीन करने गिरिडीह आये थे लेकिन इसकी सूचना पुलिस को नहीं दी गई.
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हिरासत में केंद्रीय कारा का सिपाही
इस मामले में दिल्ली पुलिस ने गिरिडीह केंद्रीय कारा के एक सिपाही को गिरफ्त में लिया है. सिपाही का नाम सुरेंद्र पासवान है. दिल्ली पुलिस ने बताया कि साइबर अपराधियों द्वारा फ्रॉड कर ऑनलाइन मोबाइल खरीदा था. यह मोबाइल सुरेंद्र के पास मिला है. आगे की पड़ताल की जा रही है.