बगोदर, गिरिडीह: मलेशिया में फंसे प्रवासी मजदूरों की वतन वापसी की प्रक्रिया शुरू हो गई है. पहली कड़ी में मजदूरों को मलेशिया स्थित भारतीय दूतावास ले आया गया है. इससे मजदूरों में उत्साह है. मलेशिया में फंसे प्रवासी मजदूरों का दर्द भरा वीडियो वायरल होने के बाद मजदूरों की वतन वापसी की प्रक्रिया शुरू हुई है. शुक्रवार को सभी मजदूर मलेशिया स्थित भारतीय दूतावास पहुंच गए हैं. इसके लिए सहयोग करने वाले तमाम लोगों के प्रति मजदूरों ने आभार प्रकट किया है.
मलेशिया में दो महीने से फंसे झारखंड के प्रवासी मजदूरों ने सोशल मीडिया में शुक्रवार को तीसरा वीडियो शेयर किया है. जिसमें भारतीय दूतावास जाने की बात कही है. उन्होंने बस पर सवार होकर भारतीय दूतावास जाते हुए वीडियो को शेयर किया है. झारखंड के गिरिडीह, हजारीबाग और बोकारो जिले के 30 मजदूर पिछले दो महीने से मलेशिया में फंसे हुए थे. मजदूरों ने दो महीने पूर्व पहली बार सोशल मीडिया में एक वीडियो शेयर कर वहां फंसे होने की बात कही थी, साथ हीं केंद्र और राज्य सरकार से सहयोग करने की अपील की थी.
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सरकार द्वारा इस मामले में सार्थक पहल नहीं किए जाने से वहां फंसे मजदूरों ने कुछ दिन पहले दूसरा वीडियो सोशल मीडिया में शेयर किया था. जिसमें वह हाथ जोड़कर केंद्र और राज्य सरकार से वतन वापसी और बकाया मजदूरी की भुगतान में सहयोग की अपील कर रहे थे. मजदूरों की इस अपील को ईटीवी भारत ने प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया था. खबर प्रकाशित होने के दूसरे दिन मांडू विधायक जेपी भाई पटेल के ने मलेशिया में फंसे प्रवासी मजदूरों का मामला विधानसभा में उठाया गया था और सरकार से मजदूरों की वतन वापसी और बकाया मजदूरी के भुगतान में सहयोग करने की अपील की थी.