गिरिडीह: छोटी छोटी बातों पर तनाव होना आम हो गया है. गिरिडीह में किसी तरह का दंगा फसाद ना हो इसके लिए पुलिस हमेशा तैयार रहती है. अगर हिंसा भड़की है को उस हालात से कैसे निपटना है इसकी तैयारी पुलिस ने अपने स्तर पर की है. तनाव और उपद्रव करने वाले लोगों से सख्ती से निपटने की योजना है. पथराव होने पर पुलिस क्या कर सकती है, अनियंत्रित भीड़ से कैसे निपटना है, कब लाठीचार्ज करना है और कब हवाई फायरिंग करनी है इसका प्रशिक्षण भी पुलिस अधिकारियों और जवानों को दिया गया है.
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रविवार को गिरिडीह पुलिस ने इन हिंसा भड़क ने पर उसे कैसे काबू किया जाए उसकी मॉक ड्रिल की है. एसपी अमित रेणू के निर्देश पर न्यू पुलिस लाइन में मॉक ड्रिल आयोजित किया गया था. यहां साइबर डीएसपी संदीप सुमन, सार्जेन्ट मेजर राजेश रंजन, मुफ्फसिल थाना प्रभारी विनय राम की मौजूदगी में मॉक ड्रिल हुआ. इस दौरान उपद्रवियों के भेष में पुलिसकर्मियों ने अपने किरदार का निर्वाहन किया.
उपद्रवी जब जुट गए और नारेबाजी शुरू कर दी तो पुलिस ने पहले शांति से समझाने का प्रयास किया. इसके बाद भी उपद्रवी नहीं माने तो वार्निंग दी गई और बाद में लाठीचार्ज किया गया. इतना ही नहीं जब पथराव शुरू हुआ तो आंसू गैस के गोले भी छोड़े गए. इतनी कार्रवाई के बाद भी जब उपद्रवी उत्पात मचाते रहे तब जाकर हवाई फायरिंग की गई. इसके बाद भीड़ तितर बितर हुई.
डीएसपी संदीप सुमन ने कहा कि लोग किसी के बहकावे में नहीं आएं. किसी की भावना को भी आहत नहीं पहुंचाएं. इतना ही नहीं सोशल मीडिया पर भी आपत्तिजानक पोस्ट से बचें. उन्होंने ये भी कहा कि विधि व्यवस्था को लेकर गिरिडीह पुलिस पूरी तरह तैयार है. इधर, शांति व्यवस्था को लेकर गिरिडीह शहर में फ्लैग मार्च निकाला गया. यहां नगर थाना प्रभारी रामनारायण चौधरी के नेतृत्व में जवानों ने शहर में मार्च किया.