गिरिडीहः सीआरपीएफ जवानों की ओर से सीमाई इलाके में चलाए जा रहे सर्च अभियान के दौरान बिहार के चकाई थाना क्षेत्र के नक्सल प्रभावित बरमोरिया पंचायत के हसीकोल जंगल में सुरक्षा बलों को टारगेट करने के लिए पत्थर के नीचे छिपाकर रखे गए पांच किलोग्राम के शक्तिशाली आइइडी को बरामद करने में सफलता प्राप्त की है.
निष्क्रिय किया गया आईईडी
जानकारी के अनुसार चकाई सीआरपीएफ 215 के कमांडेंट मुकेश कुमार ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि हसीकोल राजाडूमर, दुबेडीह और उसके आसपास के जंगली इलाके में सुरक्षा बलों को टारगेट करने के लिए नक्सलियों ने आइइडी लगा रखा है. इसकी सूचना के बाद सीआरपीएफ और चकाई पुलिस की ओर से गुप्त रूप से सीमाई इलाके में सर्च अभियान चलाया गया. अभियान में हसीकोल और उसके आसपास के जंगली इलाके में छापेमारी कर पत्थर के नीचे छिपाकर रखे गए पांच किलोग्राम का आईईडी बरामद किया गया. बरामद आईईडी को पुलिस ने मौके पर ही निष्क्रिय कर दिया. इस अभियान में सीआरपीएफ के सहायक कमांडेंट राधेश्याम मीणा चकाई थानाध्यक्ष राजीव कुमार तिवारी शामिल थे.
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संदिग्ध हिरासत में
चकाई थाना क्षेत्र के घोर नक्सल प्रभावित बरमोरिया पंचायत के राजाडूमर इलाके से सीआरपीएफ ने सर्च अभियान के दौरान एक संदिग्ध को हिरासत में लिया है. हालांकि हिरासत में लिए गए संदिग्ध के बारे में पुलिस के अधिकारी कुछ भी बताने से परहेज कर रहे हैं लेकिन सूत्रों की मानें तो पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी झारखंड-बिहार के सीमा पर राजाडूमर इलाके में एक नक्सली आया हुआ है. जिसके बाद सीआरपीएफ ने घेराबंदी कर उसे दबोच लिया. पुलिस उसके बारे में जांच-पड़ताल कर रही है. बताया जाता है की पकड़ा गया संदिग्ध इनामी नक्सली प्रवेश दा का मुख्य सहयोगी रह चुका है. करीब दो वर्ष से वह संगठन से अलग रह रहा रहा है और फिलहाल वह अपने घर आया हुआ था. इसी बीच पुलिस ने उसे दबोच लिया. पुलिस उसके नाम का खुलासा नहीं कर रही है. पुलिस उसके बारे में खंगाल रही है. हालांकि हिरासत में लिया गया संदिग्ध पुलिस को चकमा देने का भी प्रयास कर रहा है और अपना नाम छिपा रहा है. फिलहाल पुलिस उसके बारे में गहन जांच-पड़ताल कर रही है.