गिरिडीह: जिले में आए दिन हाथियों द्वारा उत्पात मचाया जाता है. घरों को तोड़ना, अनाज चट कर जाना यहां आम बात है. जंगल से सटे इलाकों में हाथियों का दहशत भी देखा जाता है. इस बार हाथियों ने 10-12 परिवार के घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया है. घरों को क्षतिग्रस्त करने के बाद घर के अंदर रखे अनाज को भी हाथी चट कर गए. वहीं कई सामानों को भी तोड़ दिया.
ये भी पढे़ं:- जंगली हाथी का आतंकः एक व्यक्ति को कुचला, स्कूल का मिड डे मील कर गया चट
रात में गांव में घुसे हाथी: बताया जाता है कि रविवार-सोमवार की रात लगभग 1:30 बजे 18 हाथियों का झुंड गांव में घुस आया. हाथी जब गांव में घुसे तो सभी लोग सो रहे थें. अचानक हाथियों के चिंघाड़ने की आवाज सुनकर लोगों की नींद खुली. हाथियों को गांव में देखकर लोग बच्चों समेत जहां तहां छिप गए और अपनी जान बचायी. रातभर छिपे रहने के बाद सुबह जब लोगों को यह यकीन हो गया कि हाथी गांव से बाहर निकल गए हैं तो सभी अपने अपने घर पहुंचे और पूरी घटना से मुखिया रविन्द्र कुमार को अवगत कराया.
लोगों ने की मुआवजे की मांग: रातभर छिपे रहने के बाद सुबह जब लोगों को यह यकीन हो गया कि हाथी गांव से बाहर निकल गए हैं तो सभी अपने अपने घर पहुंचे और पूरी घटना से मुखिया रविन्द्र कुमार को अवगत कराया. मुखिया पहुंचे और पूरी स्थिति का जायजा लिया. इस दौरान लोगों ने मुआवजा की भी मांग रखी. ग्रामीणों का कहना था कि हाथियों को लेकर वन विभाग का रवैया काफी उदासीन रहता है. रात जब हाथी विचरण कर रहे थे तो विभाग को सक्रिय रहना चाहिए था.