दुमकाः झारखंड सरकार की ओर से Santhal Pargana में शिक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए 2018 में एक दर्जन मॉडल और डिग्री कॉलेज बनाने को आधारशिला रखी गयी. इसमें आधा दर्जन College Building Construction पूरा हो चुका है. लेकिन Shortage of Human Resources और Lack of Infrastructure समेत अन्य व्यवस्था अधूरी रहने की वजह से इन कॉलेजों में पढ़ाई शुरू नहीं हुई. यह महाविद्यालय दुमका के विजयपुर और जरमुंडी, गोड्डा जिला के सुग्गाबथान और महागामा, देवघर जिला के पालोजोरी, जामताड़ा जिला के फतेहपुर में बने हुए हैं.
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दूरदराज के छात्रों को होती है परेशानी
जिला मुख्यालय के छात्रों के लिए तो महाविद्यालय की व्यवस्था वर्षों से है. लेकिन दूरदराज के छात्र भी अपने आसपास ही महाविद्यालय में उच्च शिक्षा प्राप्त करें, इसके लिए इन सभी नए कॉलेजों का निर्माण अलग-अलग प्रखंडों में किया गया है. काफी संख्या में वैसे छात्र भी होते हैं जिनकी पढ़ाई स्कूल के बाद इसलिए छूट जाती है कि वो 40-50 किलोमीटर दूर जाकर पढ़ाई नहीं कर पाते. लेकिन अब भी कॉलेजों के निर्माण के बाद भी आज भी वही स्थिति है. छात्रों को जिला मुख्यालय में ही जाकर पढ़ाई करनी पड़ रही है.
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विश्वविद्यालय प्रबंधन करेगा आवश्यक कार्रवाई
देवघर जिला के पालोजोरी प्रखंड में भी एक साल पूर्व से मॉडल कॉलेज बनकर तैयार है. उसमें पढ़ाई जल्द शुरू हो इसे लेकर कुछ ही दिन पहले स्थानीय विधायक रणधीर कुमार सिंह ने Sido-Kanhu Murmu University की कुलपति डॉ. सोना झरिया मिंज से मुलाकात की थी. कुलपति ने उन्हें आश्वासन दिया था कि जो कॉलेज बनकर तैयार हैं, उसमें कुछ ही महीने में Human Resources बहाल कर किया जाएगा और कॉलेज में पढ़ाई शुरू की जाएगी.
विकास योजनाओं का उद्देश्य पूरा हो यह आवश्यक
सरकार ने जिस उद्देश्य सभी महाविद्यालयों का निर्माण कराया, वह उद्देश्य तब पूरा होगा जब इसमें छात्र-छात्राएं शिक्षा प्राप्त करने लगेंगे. ऐसे में इन नए महाविद्यालयों में जल्द से जल्द पढ़ाई शुरू हो. इसे सरकार और राजभवन दोनों को सुनिश्चित करना चाहिए.