गिरिडीह: सदर अंचलाधिकारी मो असलम के साथ बदसलूकी के बाद बिशनपुर मौजा की उस गैरमजरूआ जमीन की जांच तेज हो गई है, जिसपर कब्जा करने का प्रयास किया जा रहा है. सीओ के साथ अंचलकर्मियों ने बिशनपुर मौजा की जमीन की मापी की है. मापी के दरमियान पचम्बा थाना प्रभारी राजीव कुमार, अमीन अजय यादव के साथ कर्मचारी गौतम भी मौजूद थे.
दुर्व्यवहार पर क्या बोले सीओ
यहां मापी के दरमियान सीओ मो असलम ने बताया कि बिशनपुर मौजा के इसी जमीन की जांच करने वे रविवार को आए थे, जिसके बाद उनके आवास पर आकर दुर्व्यवहार किया गया. पुलिस इस मामले की जांच कर रही है.
जेपीएलई के तहत होगी कार्रवाई
सीओ ने बताया कि रही बात बिशनपुर मौजा जमीन की तो यहां 60 एकड़ सरकारी भूमि पर कब्जा किया गया है. कुछ जमीन पर मकान बना है. सभी के खिलाफ जेपीएलई के तहत कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि गैरमजरूआ जमीन पर कब्जे के हर प्रयास पर कार्रवाई होगी.
सूचना नहीं देने का आरोप
दूसरी तरफ स्थानीय समाजसेवी अमीरुद्दीन अहमद ने जमीन मापी की सूचना नहीं देने का आरोप लगाया है. मापी के दौरान ही अमीरुद्दीन अहमद ने अंचलकर्मियों के सामने विरोध जताया. कहा कि उनकी बाउंड्री के हिस्से की मापी की गई लेकिन इसकी सूचना उन्हें नहीं दी गई. कहा कि अंचल को पहले सभी को नोटिस करना चाहिए था.
दुर्व्यवहार की जांच शुरू
इधर, सीओ के साथ हुए दुर्व्यवहार के मामले की जांच एसडीपीओ जीतवाहन उरांव ने शुरू कर दी है. बताया जाता है कि एसडीपीओ ने पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली है. कहा जा रहा है आज ही इस मामले में पुलिस आगे की कार्रवाई कर सकती है. यह भी कहा जा रहा है कि दुर्व्यवहार के आरोपी जेएमएम नेता इरशाद अहमद वारिस की मुश्किलें बढ़ सकती है.
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