दुमका: उपराजधानी दुमका को झारखंड की राजनीति का केंद्रबिंदु माना जाता है. इसकी खास वजह है कि यहां के तीन-तीन जनप्रतिनिधि राज्य के सीएम बन चुके हैं. एक बार फिर दुमका में चुनावी बिसात बिछ चुकी है. दुमका विधानसभा सीट से हेमंत सोरेन लगातार चौथी बार झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रत्याशी हैं. जहां उनका मुकाबला बीजेपी की लुईस मरांडी से है. वैसे जेवीएम ने अंजूला मुर्मू को टिकट दिया है पर चुनाव में बीजेपी- जेएमएम में सीधी टक्कर होना तय है.
तीसरी बार हेमंत-लुईस आमने-सामने
दुमका सीट से लगातार तीसरी बार हेमंत सोरेन और लुईस मरांडी आमने-सामने हैं. 2009 के चुनाव में हेमंत सोरेन ने चुनाव जीता था, वहीं 2014 में लुईस मरांडी ने बाजी मारी. अब देखना दिलचस्प होगा कि 2019 का मुकाबला किसके पक्ष में जाता है.
जेएमएम को हेमंत सोरेन की जीत पर पूरा भरोसा
जेएमएम में जैसे ही हेमंत सोरेन को दुमका विधानसभा से अपना प्रत्याशी बनाया. जेएमएम कार्यकर्ताओं में काफी उत्साह देखा जा रहा है. जेएमएम के केंद्रीय महासचिव विजय सिंह का कहना है कि लुईस मरांडी भले ही विधायक बनी रघुवर सरकार की मंत्री बनीं. लेकिन हेमंत सोरेन जननेता हैं और इस बार हेमंत सोरेन की जीत पक्की है. उन्होंने कहा कि पिछले चुनाव में हमारी हार हुई थी उससे सबक लेते हुए हमने पुख्ता तैयारी की है.
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जोर-शोर से BJP कर रही है तैयारी
बीजेपी प्रत्याशी लुईस मरांडी ने 2014 के चुनाव में हेमंत सोरेन को हराया था. उस वक्त हेमंत सोरेन राज्य के मुख्यमंत्री थे. इनाम स्वरूप सरकार में उन्हें मंत्री पद दिया गया.अब दोबारा 2019 के चुनाव में भी दोनों आमने-सामने हैं तो बीजेपी कार्यकर्ताओं में भी उमंग देखा जा रहा है.
क्या कहती हैं लुईस मरांडी ?
हमने दुमका सीट से बीजेपी प्रत्याशी लुईस मरांडी से बात की उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन दो जगह से चुनाव लड़ रहे हैं. इससे पता चलता है उनका विश्वास डगमगा गया है, उन्होंने कहा कि जेएमएम जनता का विश्वास खो चुका है. ऐसे में उनकी जीत पक्की है.