दुमका: जिला खनन पदाधिकारी कृष्ण कुमार किस्कू ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि उनके उदासीन रवैये की वजह से ही अवैध उत्खनन नहीं रुक पा रहा है. कृष्ण कुमार का कहना है कि दुमका में अवैध उत्खनन लगातार जारी है शिकायत और एफआईआर के बाद भी पुलिस अवैध माइनिंग में कार्रवाई नहीं करती है. खनन पदाधिकारी के इस बयान के बाद पुलिस महकमा कटघरे में है.
क्या है पूरा मामला: दरअसल, शिकारीपाड़ा पत्थर औद्योगिक क्षेत्र में लगातार अवैध उत्खनन के मामले सामने आ रहे हैं. पिछले एक सप्ताह में पत्थर खदान में तीन हादसे भी हुए जिसमें दो व्यक्ति की मौत हुई और एक घायल हुआ. दुमका जिला खनन पदाधिकारी का कहना है कि जब से उनकी यहां पोस्टिंग हुई है वे लगातार अवैध उत्खनन करने वालों को चिन्हित कर उनपर एफआईआर करवा रहे हैं. लेकिन पुलिस उन्हें गिरफ्तार नहीं कर रही है. जिला खनन पदाधिकारी कृष्ण कुमार किस्कू का कहना है कि अवैध खनन करने वालों mining mafia पर कानून का शिकंजा कसना पुलिस का काम है. लेकिन वे इस पर ढिलाई बरत रहे हैं. स्थिति तो यह है कि जिस अवैध खदान को उनके चिन्हित कर उसके संचालकों पर मामला दर्ज किया जाता है. लेकिन फिर से उसी वही खनन माफिया उत्खनन में लग जाते हैं.
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डीएमओ का कहना है कि जब तक हमें पुलिस का सहयोग नहीं मिलेगा यह अवैध उत्खनन नहीं रुक पाएगा. वह कहते हैं कि कड़ी कार्रवाई करने के लिए उन्होंने पुलिस से पत्राचार भी किया है लेकिन उसका भी कोई असर नहीं हुआ है. माइनिंग ऑफिस और पुलिस के सहयोग से ही अवैध उत्खनन रुक सकता है. कृष्ण कुमार किस्कू ने यहां तक कह दिया कि 'हम लोग तो सुसंगत धाराओं में केस करते हैं अगर उन्हें इन धाराओं की जानकारी नहीं है तो वह हमसे संपर्क करें और कार्रवाई जरूर करें.' दुमका जिले के शिकारीपाड़ा में पत्थरों और कोयला का अवैध उत्खनन धड़ल्ले से हो रहा है । लगातार कार्रवाई भी हो रही है, पर वह रुकने का नाम नहीं ले रहा. ऐसे में जिला खनन पदाधिकारी का पुलिस पर किये गए इस तीखे वार से हड़कंप मचना तय है.