दुमका: सरकार एक ओर खेलों को बढ़ावा देने की बात करती है. वहीं दूसरी ओर दुमका में आउटडोर-इंडोर स्टेडियम सहित सभी प्रमुख खेल के मैदानों की स्थिति बदहाल होती जा रही है. दुमका के बिरसा मुंडा आउटडोर स्टेडियम की बात करें तो यहां अधिकांश बड़े सरकारी कार्यक्रमों का आयोजन होता है. पंडाल लगने से लेकर कार्यक्रम और पंडाल खुलने तक मैदान कवर रहता है. जिससे खिलाड़ियों को नियमित अभ्यास का मौका नहीं मिल पाता.
शहर के इंडोर स्टेडियम और गांधी मैदान की स्थिति भी खराब
दुमका में इंडोर गेम के लिए एक शानदार सिदो-कान्हो इंडोर स्टेडियम की व्यवस्था है. जानकार आश्चर्य होगा कि इस स्टेडियम का बैडमिंटन कोर्ट जो लकड़ी का बना हुआ है उसमें भी कार्यक्रमों के दौरान कुर्सियां लगा दी जाती हैं लोग उसमें बैठते हैं, इससे कोर्ट की सतह खराब हो चुकी है. वहीं अगर शहर के गांधी मैदान की बात करें तो राजनीतिक दलों के कार्यक्रम और अन्य निजी कार्यक्रमों का आयोजन होता है. इस वजह से मैदान की खूबसूरती खत्म हो चुकी है.
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खिलाड़ियों में है निराशा
सरकारी और गैर सरकारी कार्यक्रमों के आयोजन के लिए खेल मैदानों का इस्तेमाल करने से खिलाड़ियों में निराशा है. उनका कहना है कि इससे मैदान खराब हो गए हैं और उन्हें नियमित अभ्यास का मौका नहीं मिल रहा है. सरकार को चाहिए कि अविलंब इस दिशा में पहल करे और मैदान को खेलने के लिए ही छोड़ दिया जाए.
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क्या कहती हैं दुमका की उपायुक्त
इस संबंध में जब दुमका की उपायुक्त राजेश्वरी बी से बात की गई तो उन्होंने जानकारी दी कि आउटडोर और इंडोर स्टेडियम के रिनोवेशन के लिए प्रक्रिया चल रही है. उन्होंने बताया कि सरकारी और गैर सरकारी कार्यक्रमों के आयोजन के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने की दिशा में भी कई काम हो रहे हैं.