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मंदिरों को खोलने पर जल्द लिया जाएगा निर्णय, कोरोना गाइडलाइन का होगा पालन: कृषि मंत्री

झारखंड में मंदिरों को खोलने की लगातार मांग हो रही है. दुमका पहुंचे कृषि मंत्री बादल पत्रलेख (Badal Patralekh) ने कहा मंदिर सिर्फ आस्था का ही केंद्र नहीं है, बल्कि मंदिर से सीधे तौर पर हजारों लोगों का रोजी-रोटी भी जुड़ा है, इसलिए अब कोरोना की रफ्तार कम हो रही है तो मंदिरों को भी खोल दिया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन की बैठक में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन राज्य में मंदिर को खोले जाने पर फैसला लेंगे.

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बादल पत्रलेख
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Published : Sep 10, 2021, 4:39 PM IST

दुमका: झारखंड सरकार के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख (Badal Patralekh) ने दुमका परिसदन में पत्रकारों से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि मंदिर सिर्फ आस्था का ही केंद्र नहीं है, बल्कि मंदिर से सीधे तौर पर हजारों लोगों का रोजी-रोटी भी जुड़ा है, इसलिए अब जब कोरोना की रफ्तार कम हो रही है तो मंदिरों को भी खोल दिया जाना चाहिए. उन्हें पूर्ण विश्वास है कि दो-चार दिनों में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में आपदा प्रबंधन की जो बैठक होगी उसमें राज्य भर के मंदिरों को खोलने का निर्णय लिया जाएगा.


इसे भी पढे़ं: देवघर मंदिर खोले जाने को लेकर सरकार समय पर लेगी निर्णय, लोगों की जिंदगी बचाना पहली प्राथमिकता: कृषि मंत्री



कृषि और पशुपालन विभाग में जल्द होगी नियुक्तियां

कृषि विभाग और पशुपालन विभाग में अधिकारियों और कर्मियों की काफी कमी है. जिसके कारण कामकाज में काफी परेशानी हो रही है. विभागीय मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि यह सब कुछ सरकार के संज्ञान में है. लगातार दो साल कोरोना से प्रभावित रहा है, लेकिन अब कोरोना की रफ्तार कम होते ही सभी विभागों में नियुक्तियां होंगी और कर्मियों की कमी दूर होगी.

देखें पूरी खबर



विधानसभा सत्र के दौरान विपक्ष की भूमिका पर जनता की नजर

कृषि मंत्री ने कहा कि विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान विपक्ष की जो भूमिका रही उसे जनता ने बारीकी से देखा है और वह उसका जवाब देगी, हमलोगों ने सकारात्मक ढंग से अपना काम किया है. वहीं विधानसभा के बाहर बीजेपी कार्यकर्ताओं पर हुए लाठीचार्ज को लेकर पूछे गए सवाल पर कृषि मंत्री ने कहा कि मुझे बहुत कुछ इस मामले में फीडबैक नहीं है. मुख्यमंत्री सारे मामलों को देख रहे हैं.

दुमका: झारखंड सरकार के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख (Badal Patralekh) ने दुमका परिसदन में पत्रकारों से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि मंदिर सिर्फ आस्था का ही केंद्र नहीं है, बल्कि मंदिर से सीधे तौर पर हजारों लोगों का रोजी-रोटी भी जुड़ा है, इसलिए अब जब कोरोना की रफ्तार कम हो रही है तो मंदिरों को भी खोल दिया जाना चाहिए. उन्हें पूर्ण विश्वास है कि दो-चार दिनों में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में आपदा प्रबंधन की जो बैठक होगी उसमें राज्य भर के मंदिरों को खोलने का निर्णय लिया जाएगा.


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कृषि और पशुपालन विभाग में जल्द होगी नियुक्तियां

कृषि विभाग और पशुपालन विभाग में अधिकारियों और कर्मियों की काफी कमी है. जिसके कारण कामकाज में काफी परेशानी हो रही है. विभागीय मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि यह सब कुछ सरकार के संज्ञान में है. लगातार दो साल कोरोना से प्रभावित रहा है, लेकिन अब कोरोना की रफ्तार कम होते ही सभी विभागों में नियुक्तियां होंगी और कर्मियों की कमी दूर होगी.

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विधानसभा सत्र के दौरान विपक्ष की भूमिका पर जनता की नजर

कृषि मंत्री ने कहा कि विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान विपक्ष की जो भूमिका रही उसे जनता ने बारीकी से देखा है और वह उसका जवाब देगी, हमलोगों ने सकारात्मक ढंग से अपना काम किया है. वहीं विधानसभा के बाहर बीजेपी कार्यकर्ताओं पर हुए लाठीचार्ज को लेकर पूछे गए सवाल पर कृषि मंत्री ने कहा कि मुझे बहुत कुछ इस मामले में फीडबैक नहीं है. मुख्यमंत्री सारे मामलों को देख रहे हैं.

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