धनबाद: अपने कारनामे को लेकर पीएमसीएच हमेशा सुर्खियों में बना रहता है. पिछले दिनों सेनेटाइजर की खरीदारी में अनियमितता बरतने का मामला सामने आया था. इस बार फिर अस्पताल के तीन स्टाफ पर कमीशन के तौर पर रुपए लिए जाने और टेंडर मैनेज करने का मामला सामने आया है, जिसकी जांच करने 3 सदस्यीय टीम गुरुवार को पीएमसीएच पहुंची.
सिविल सर्जन के जारी पत्र के आलोक में 3 सदस्यीय टीम पीएमसीएच पहुंची. टीम ने यहां पदस्थापित 3 स्टाफ से पूछताछ की. इस दौरान पीएमसीएच अधीक्षक डॉ. अरुण कुमार चौधरी ने बताया कि टीम ने जो भी जानकारी मांगी वह उपलब्ध कराई गई है. उन्होंने कहा कि जांच के बाद अगर ये दोषी पाए जाते हैं तो इनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
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वहीं, टीम में शामिल डॉक्टर आलोक ने बताया कि सिविल सर्जन के आदेश के बाद टीम यहां जांच करने पहुंची है. जांच के बाद जो भी रिपोर्ट होगी वह सिविल सर्जन कार्यालय को सौंप दी जाएगी.
बता दें कि टुंडी विधायक मथुरा महतो ने 4 मार्च को स्वास्थ्य मंत्री को पत्र लिखकर पीएमसीएच के परचेज क्लर्क राहुल मिश्रा, बड़ा बाबू कंचन घोष और लेखपाल धनंजय कुमार को दूसरे जगह स्थानांतरण करने का आग्रह किया था. पिछले कई सालों से यह तीनों एक ही जगह पर पदस्थापित हैं. विधायक के पत्र के बाद स्वास्थ्य मंत्री ने पीएमसीएच अधीक्षक और सिविल सर्जन को जिला स्तरीय टीम बनाकर जांच करने का आदेश दिया था. इन तीनों कर्मचारियों के ऊपर पीएमसीएच में होने वाले सभी टेंडर पर पांच फीसदी कमीशन मांगने का आरोप है, जिसमें कमीशन नहीं मिलने पर निविदा में त्रुटि बताते हुए उसे रद्द कर दिया जाता था.