धनबाद: झारखंड आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले और झारखंड मुक्ति मोर्चा के संस्थापक सदस्यों में से एक स्वर्गीय बिनोद बिहारी महतो के पुत्र राजकिशोर महतो का निधन हो गया. इसके साथ ही टुंडी और सिंदरी विधानसभा से वह विधायक भी रह चुके हैं. आज उन्होंने धनबाद के एक निजी अस्पताल में अंतिम सांस ली.
राजकिशोर महतो के निधन पर आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो ने शोक व्यक्त किया है. उन्होंने ट्विटर पर लिखा 'झारखंड आंदोलन के प्रणेता बिनोद बिहारी महतो जी के पुत्र,हमारे अभिभावक राजकिशोर बाबू के निधन की खबर से मन बेहद विचलित है. झारखंड आंदोलन से जुड़े राजकिशोर बाबू जमीनी विषयों, सवालों और मुद्दों पर अच्छी समझ रखते थे. वे कानून के जानकार थे और सामाजिक तानाबाना के साथ रजनीति में भी उन्होंने खासी लोकप्रियता हासिल की. 2014 में वे आजसू पार्टी के टिकट पर ही टुंडी से चुनाव जीते. इस दौरान उनसे सीखने-समझने का भी मौका मिला. सार्वजनिक जीवन में वे बेबाक रहे और हमेशा झारखंड तथा झारखंडी विषयों को लेकर मुखर रहे. उनके निधन से आजसू पार्टी के साथ झारखंड की राजनीति को अपूरणीय क्षति पहुंची है. इस दुःख की घड़ी में पूरी पार्टी राजकिशोर बाबू के परिजनों के साथ खड़ी है. परमपिता परमेश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दे और परिजनों को इस अपार दुःख को सहने की शक्ति प्रदान करे.'