धनबाद: कोयलांचल धनबाद के बाघमारा विधानसभा के पूर्व विधायक व संयुक्त बिहार के पूर्व मंत्री ओपी लाल का इलाज के दौरान राजधानी रांची के रिम्स में निधन हो गया है. कोयलांचल धनबाद के साथ-साथ पूरे झारखंड में शोक की लहर है.
बाघमारा के दिग्गज नेता रहे ओपी लाल का निधन रविवार शाम रांची के रिम्स में हो गया. वे पिछले कई दिनों से बीमार थे और रिम्स में इलाज करवा रहे थे. उन्हें सांस लेने में काफी दिक्कत हो रही थी.
ओपी लाल का पार्थिव शरीर देर राच तक कतरास ले जाए जाने के कयास लगाए जा रहे हैं. ओपी लाल 1980 से लेकर 1995 तक बाघमारा से तीन बार विधायक रहे. तत्कालीन मुख्यमंत्री बिन्देश्वरी दूबे के कार्यकाल में बिहार सरकार में खान एवं भूतत्व राज्य मंत्री, स्वतंत्र प्रभार भी रहे. उन्होंने राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर संघ के कई बड़े पदों में रहकर मजदूरों के हक के लिए काम किया. उनके निधन के बाद कोयलांचल में शोक का माहौल है.
कांग्रेस के दिग्गज नेता के निधन पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दुःख व्यक्त किया है. मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की शांति एवं शोक संतप्त परिजनों को यह दुःख सहने की शक्ति देने की ईश्वर से प्रार्थना की है.
झारखंड प्रदेश कांग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंह ने इस मामले में कहा है कि 'पूर्व मंत्री ओपी लाल के निधन के समाचार प्राप्त होने पर उन्हें गहरा दुख हुआ है. उनकी सेवा और कांग्रेस के प्रति उनकी प्रतिबद्धता सदैव याद रहेगी. उनके परिवार के सदस्यों समर्थकों और शुभेक्षुओं के प्रति मेरी गहरी संवेदना है. वे परमात्मा से दिवंगत आत्मा की शांति की कामना करते हैं.'
प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर उरांव ने कहा कि करीब पांच दशक तक सक्रिय राजनीति में रह कर समाज सेवा करने वाले ओपी लाला के निधन से पार्टी को अपूरणीय क्षति हुई है. उन्होंने कहा कि कोयलांचल क्षेत्र में पार्टी संगठन को मजबूती प्रदान करने और इंटक के माध्यम से कोयला श्रमिकों को कांग्रेस से जोड़ने में उनकी सराहनीय भूमिका रही. उन्होंने कहा कि ओपी लाल के निधन से राज्य ने एक महान नेतृत्वकर्ता खो दिया है. पिछले 5 दशकों से राजनीतिक और सामाजिक जीवन में कभी भी उन्होंने विश्राम नहीं लिया और बीमार होने के पहले तक भी वह अपनी सक्रियता बनाकर रखें और पिछले दिनों रांची में आयोजित रैली में भी उन्होंने शिरकत किया था.
कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने दुःख व्यक्त करते हुए कहा कि एकीकृत बिहार में मंत्री रहे ओपी लाला की छवि एक ऐसे श्रमिक नेता की थी. जो हर वक्त गरीब मजदूरों के हक के लिए आवाज बुलंद करने में लगा रहता था. उनके निधन से श्रमिकों ने एक अपने एक मसीहा को खो दिया है.
कृषि मंत्री बादल ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि बाघमारा के पूर्व विधायक ओपी लाला के निधन की खबर से वे मर्माहत हैं. इस दुःख की घड़ी में उनकी संवेदना पूर्व विधायक के परिजनों और चाहने वाले लोगों के साथ है.
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि अभिभावक स्वरूप पूर्व विधायक ओपी लाला का निधन हो गया. उनका रिम्स में इलाज चल रहा था. उन्होंने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि ओपी लाला का लगातार उन्हें सानिध्य मिलता रहा था. ईश्वर उन्हें श्रीचरणों में स्थान दें और परिजनों को दुःख सहने की साहस दें.