धनबादः जिले में ठेका मजदूरों के स्थायीकरण समेत आठ सूत्री मांग को लेकर ईसीएल कापासारा आउटसोर्सिंग में मासस के बैनर तले मजदूरों ने जमकर प्रदर्शन किया. इस दौरान उत्पादन और ट्रांसपोर्टिंग बाधित कर दी गई.
ट्रांसपोर्टिंग बाधित करते हुए जमकर प्रदर्शन
मासस के बैनर तले मजदूरों ने कापासारा आउटसोर्सिंग की प्रोडक्शन और ट्रांसपोर्टिंग बाधित करते हुए मजदूरों ने जमकर प्रदर्शन किया. इस दौरान आउटसोर्सिंग प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी भी की गई. प्रबंधन के द्वारा दी गई लिखित आश्वासन के साढे 3 घंटे बाद आंदोलन वापस लिया गया. प्रबंधन की ओर से जुलाई माह में सकारात्मक वार्ता करने का आश्वासन दिया गया है.
इसे भी पढ़ें- बोकारो: कांग्रेस ने DC कार्यालय के बाहर किया प्रदर्शन, पेट्रोल-डीजल की कीमत घटाने की मांग
स्थाई मजदूरों का दर्जा उन्हें नहीं मिल पाया
प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे बादल बाउरी ने कहा कि आउटसोर्सिंग प्रबंधन ठेका मजदूरों का शोषण कर रही है. उन्हें न्यूनतम मजदूरी प्रबंधन की ओर से नहीं दी जाती है. एक माह काम करा कर 15 दिन की हाजरी दी जाती है. वहीं बी फॉर्म में नाम नहीं चढ़ाया जाता है, जिसके कारण स्थाई मजदूरों का दर्जा उन्हें नहीं मिल पाया है. पीएफ में पैसा जमा नहीं किया जाता है. मजदूरों का भविष्य अंधकार में है और उनकी सुरक्षा की भी व्यवस्था नहीं की गई है. साथ ही उन्होंने बताया कि ईएसआई कार्ड भी मजदूरों का नहीं बनाया गया है. मजदूरों के द्वारा सवाल उठाने पर उन्हें कार्य से हटा देने की धमकी दी जाती है. उन्होंने कहा कि आउटसोर्सिंग प्रबंधन की मनमानी नहीं चलेगी. जुलाई को होने वाली वार्ता में अगर प्रबंधन मांगों पर ठोस पहल नहीं करती है तो आउटसोर्सिंग का चक्का एक बार फिर से जाम कर दिया जाएगा.